मोदी सरकार ने संस्थाओं पर क़ब्ज़ा किया, नफ़रत की आग भड़काई जा रही है : सोनिया
कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शनिवार को आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने सभी संस्थाओं पर कब्जा कर लिया है और विपक्ष की आवाज दबाने के साथ नफरत की आग भड़काई जा रही है।
वह यहां पार्टी के 85वें महाधिवेशन में बोल रही थीं। सोनिया गांधी ने आरोप लगाया कि भाजपा नफरत की आग भड़का रही है तथा अल्पसंख्यकों, दलितों, आदिवासियों और महिलाओं को निशाना बनाया जा रहा है।
This is particularly a challenging time for the country, as PM Modi & the BJP have relentlessly captured every single institution. It ruthlessly silences any voice of opposition.
Each one of us has special responsibility towards the party & the country.
: Smt Sonia Gandhi Ji pic.twitter.com/Hi2nAt85xP— Congress (@INCIndia) February 25, 2023
सोनिया गांधी ने यह भी आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ‘भाजपा-आरएसएस’ की सरकार ने सभी संस्थाओं पर कब्जा कर लिया है तथा विपक्ष की आवाज दबाई जा रही है।
उन्होंने अध्यक्ष के तौर पर अपनी पारी का उल्लेख करते हुए कहा, "यह मेरे लिए सम्मान की बात थी कि मैंने वर्ष 1998 में कांग्रेस अध्यक्ष पद संभाला। 25 वर्षों में पार्टी ने कई बड़ी उपलब्धियां हासिल की और निराशा भी हाथ लगी।"
उन्होंने कहा कि यह बहुत सुखद स्थिति है कि अध्यक्ष के तौर पर उनकी पारी ‘भारत जोड़ो यात्रा' के साथ पूरी हुई।
सोनिया ने कहा कि इस यात्रा ने कांग्रेस और लोगों के बीच संवाद की विरासत को समृद्ध किया है। उन्होंने यात्रा के लिए राहुल गांधी को धन्यवाद दिया।
कांग्रेस ने अपने संविधान में संशोधन किया
उधर कांग्रेस ने अपने संविधान में संशोधन करते हुए पार्टी की कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) के स्थायी सदस्यों की संख्या 25 से बढ़ाकर 35 करने और अनुसूचित जाति-जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग (अपिव) और अल्पसंख्यक वर्ग के लोगों को संगठन के सभी पदों पर 50 प्रतिशत आरक्षण देने का फैसला किया है।
पार्टी के 85वें महाधिवेशन में 85 छोटे-बड़े संशोधनों को मंजूरी दी गई। कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने इन संशोधनों के बारे में जानकारी दी और फिर संशोधनों को मंजूरी दी गई।
पार्टी ने संविधान में संशोधन के माध्यम से फैसला किया है कि अब सीडब्ल्यूसी में 25 के स्थान पर 35 स्थायी सदस्य होंगे और कांग्रेस से जुड़े प्रधानमंत्री, पूर्व प्रधानमंत्री और पार्टी के पूर्व अध्यक्ष स्वत: इसके सदस्य होंगे।
कांग्रेस की ओर से किए गए अन्य संशोधनों के मुताबिक, अब अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अपिव, अल्पसंख्यक वर्ग के लोगों को संगठन में सभी पदों पर 50 प्रतिशत आरक्षण दिया जाएगा।
संशोधन के मुताबिक संगठन के आरक्षित और गैर आरक्षित पदों में से 50 प्रतिशत अलग आरक्षण महिलाओं और युवाओं के लिए होगा।
कांग्रेस ने यह फैसला किया है कि अब सिर्फ डिजिटल सदस्यता होगी और डिजिटल रिकॉर्ड होगा। सुरजेवाला ने कहा कि पार्टी को संगठित करने के लिए बूथ कमेटी, पंचायत कांग्रेस कमेटी, शहरों में वार्ड कमेटी और इंटरमीडिएट कमेटी (मंडल कमेटी) भी होगी।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के सदस्यता आवेदन पत्र में ट्रांसजेंडर के लिए अलग से कॉलम होगा तथा सदस्यों के पिता के साथ माता और पत्नी/पति का भी नाम होगा।
कांग्रेस के संविधान में किए गए संशोधनों के मुताबिक अब छह (पीसीसी प्रदेश कांग्रेस कमेटी) डेलीगेट पर एक एआईसीसी सदस्य होगा तथा कुल निर्वाचित एआईसीसी सदस्यों में 25 प्रतिशत सहयोजित (कॉ-ऑप्टेड) सदस्य होंगे।
पहले आठ पीसीसी डेलीगेट पर एक एआईसीसी सदस्य बनाया जाता था और कुल निर्वाचित सदस्यों में से 15 प्रतिशत सहयोजित सदस्य होते थे।
(न्यूज़ एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)
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