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नाइजीरिया : प्रदर्शनकारियों को कर्फ़्यू के साथ-साथ सशस्त्र अपराधियों के हमलों का सामना करना पड़ा

नाइजीरिया के लोग पिछले कुछ हफ़्तों से पुलिस की बर्बरता के ख़िलाफ़ और बड़े पैमाने पर पुलिस सुधारों के समर्थन में प्रदर्शन कर रहे हैं।
नाइजीरिया

नाइजीरिया के दक्षिणी राज्य इडो के गवर्नर गॉडविन ओबेसकी ने सोमवार 19 अक्टूबर की सुबह बेनिन शहर में जेल तोड़ने की घटना के बाद पुलिस की बर्बरता के ख़िलाफ़ 24 घंटे का कर्फ्यू लगा दिया और जारी विरोध प्रदर्शन को ग़ैरक़ानूनी घोषित कर दिया। एक वीडियो क्लिप में अपराधी को शहर की जेल में घुसते हुए और क़ैदियों को निकालते हुए देखा जा सकता है।

प्रदर्शनकारियों को संदेह है कि जेल तोड़ने की घटना एंडसार्स (EndSARS) के विरोध प्रदर्शन को रोकने के लिए एक बहाना तैयार किया गया हो जो 8 अक्टूबर से चल रहा है। ये प्रदर्शनकारी पुलिस सुधार की मांग कर रहे हैं और स्पेशनल एंटी-रॉबरी स्क्वाड (SARS) जो हत्या, यातना, जबरन वसूली और अन्य अत्याचार का आरोपी है उसे समाप्त करने की मांग कर रहे हैं।

जेल तोड़ने की घटना के तुरंत बाद इडो राज्य सरकार के सचिव ओसारोडियोन ओगी ने एक बयान में सोमवार को शाम 4:00 बजे से 24 घंटे का कर्फ्यू लागू करने की घोषणा की।

इससे पहले सुबह 4 बजे के आसपास राजधानी अबुजा में सेंट्रल बैंक ऑफ नाइजीरिया के बाहर प्रदर्शन स्थल पर डेरा डाल चुके प्रदर्शनकारियों को धारदार हथियार और बंदूकों से लैस अपराधियों ने तितर बितर कर दिया।

लियो ने कहा, बाद में इस दिन अबूजा में निर्धारित प्रदर्शनों को रोकना पड़ा क्योंकि हथियारों से लैस अपराधी शहर में निजी जीपों में घूम रहे थे। लेकिन सभी को वापस नहीं लिया गया। शाम के समय अपराधियों ने प्रदर्शनकारियों पर हमला किया और उनकी कारों में आग लगा दी "जबकि पुलिस भी प्रदर्शनकारियों को तितर बितर करने के लिए आंसू गैसे के गोले दागे और गोलियां चलाई"। ये रिपोर्ट सहारा रिपोर्टर्स ने दी।

अपराधियों द्वारा इसी तरह के हमलों का सामना प्रदर्शनकारियों ने पहले ओसुन प्रांत में गुरुवार को और फिर शनिवार को किया था। शुक्रवार को बेनिन में इडो प्रांत के विधायिका के बाहर एक प्रदर्शनकारियों पर सशस्त्र अपराधियों ने हमला किया जिससे दो प्रदर्शनकारियों की मौत हो गई और कई घायल हो गए।

देश में शांति और सुरक्षा में खलल डालने वाले ये घटनाक्रम दो महीने पहले शनिवार को सेना द्वारा घोषित किए गए दो महीने के सैन्य अभ्यास के चलते हुए है, बयान जारी करने के दो दिन बाद कईयों ने कहा कि प्रदर्शनकारियों के लिए ये ख़तरे की घंटी जैसा है।

नाइजीरिया में सोशल मीडिया पर पुलिस की बर्बरता और प्रदर्शन की तस्वीर और क्लिप की भरमार है जिसे #EndSARS के साथ साझा किया गया। इसने अंतरराष्ट्रीय एकजुटता के साथ देशव्यापी जन आंदोलन में विरोध को फैलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, पुलिस की पूरी तरह से सुधारों की मांग करते हुए सार्स को समाप्त करने के साथ शुरू किया है।

11 अक्टूबर को पुलिस महानिरीक्षक ने नाइजीरियाई लोगों की मांग की प्रतिक्रिया में "SARS को समाप्त करने की घोषणा की थी।" उनके बयान में हालांकि यह भी कहा गया कि "अब स्पेशल एंटी-रॉबरी स्कायड के सभी अधिकारियों और कर्मियों को तत्काल प्रभाव से फिर से तैनात किया जा रहा है।” दो दिन बाद, स्पेशल वीपन्स एंड टैक्टिक्स (स्वाट) इकाई के गठन की घोषणा की गई।

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