Skip to main content
xआप एक स्वतंत्र और सवाल पूछने वाले मीडिया के हक़दार हैं। हमें आप जैसे पाठक चाहिए। स्वतंत्र और बेबाक मीडिया का समर्थन करें।

'लव-जिहाद' का शोर, 'हिंदुत्व' की जाति और अम्बेडकर

भाजपा-शासित कई राज्य सरकारें कथित लव-जिहाद को रोकने और उसके जिम्मेदारो को दंडित करने के लिए कड़े क़ानून बनाने का ऐलान कर चुकी हैं . Aaj Ki Baat में वरिष्ठ पत्रकार उर्मिलेश का विश्लेषण:

भाजपा-शासित कई राज्य सरकारें कथित लव-जिहाद को रोकने और उसके जिम्मेदारो को दंडित करने के लिए कड़े क़ानून बनाने का ऐलान कर चुकी हैं. कुछ दलों और संघों की नजर में अंतर-धर्मीय शादियां ही 'लव जिहाद' है. वे इसे हिंदू धर्म के लिए ख़तरा या संकट मानते हैं. लेकिन वे जाति, वर्ण और सांप्रदायिकता को क्या मानते हैं? जाति-वर्ण के खात्मे के लिए वे कानून क्यों नहीं बनाते, जिससे हिंदू धर्म की इस बडी विकृति और कमजोरी को दूर किया जा सके! Aaj Ki Baat में वरिष्ठ पत्रकार उर्मिलेश का विश्लेषण:

अपने टेलीग्राम ऐप पर जनवादी नज़रिये से ताज़ा ख़बरें, समसामयिक मामलों की चर्चा और विश्लेषण, प्रतिरोध, आंदोलन और अन्य विश्लेषणात्मक वीडियो प्राप्त करें। न्यूज़क्लिक के टेलीग्राम चैनल की सदस्यता लें और हमारी वेबसाइट पर प्रकाशित हर न्यूज़ स्टोरी का रीयल-टाइम अपडेट प्राप्त करें।

टेलीग्राम पर न्यूज़क्लिक को सब्सक्राइब करें

Latest