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विपक्षी सांसदों ने अडानी मामले में जेपीसी की मांग करते हुए संसद के गलियारे में प्रदर्शन किया

राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, कांग्रेस के कई सांसद, द्रमुक, भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) और कुछ अन्य दलों के नेता इस प्रदर्शन में शामिल हुए।
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कांग्रेस और कई अन्य विपक्षी दलों के सदस्यों ने अडानी समूह के मामले की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) गठित करने की मांग करते हुए मंगलवार को संसद भवन की पहली मंजिल के गलियारे में प्रदर्शन किया।

राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, कांग्रेस के कई सांसद, द्रमुक, भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) और कुछ अन्य दलों के नेता इस प्रदर्शन में शामिल हुए।

विपक्षी सदस्य दोनों सदनों की बैठक अपराह्न दो बजे तक के लिए स्थगित होने के बाद संसद के प्रथम तल के गलियारे में जमा हुए और ‘वी वांट जेपीसी’ के नारे लगाए। वे गलियारे से ही नीचे की ओर से बड़ा बैनर प्रदर्शित कर रहे थे जिस पर ‘वी वांट जेपीसी (हमें जेपीसी चाहिए)’ लिखा हुआ था। विपक्षी सदस्य संसद भवन के पहले तल के गलियारे में रैलिंग के नीचे इस बैनर को हाथों से पकड़कर प्रदर्शित कर रहे थे।

इससे पहले, कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों ने संसद के बजट सत्र के दूसरे चरण में विभिन्न मुद्दों पर सरकार को घेरने के लिए आगे की रणनीति पर चर्चा की।

गत 13 मार्च से शुरू हुए संसद के बजट सत्र के दूसरे चरण में विपक्ष और सत्ता पक्ष के हंगामे के कारण लगातार छह कामकाजी दिनों तक लोकसभा एवं राज्यसभा में प्रश्नकाल और शून्यकाल की कार्यवाही बाधित रही और कोई अन्य महत्वपूर्ण विधायी कार्य नहीं हो सका।

विपक्षी दल अडानी समूह के मामले में जेपीसी गठित करने की मांग पर अड़े हुए हैं। दूसरी तरफ, सत्तापक्ष कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा लंदन में दिए गए एक बयान को लेकर उनसे माफी की मांग कर रहा है।

वहीं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी का नाम इंटरपोल के ‘रेड नोटिस’ से हटाए जाने को लेकर मंगलवार को केंद्र सरकार पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि विपक्षी नेताओं के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) का इस्तेमाल होता है, लेकिन चोकसी को इंटरपोल से रिहाई दिलवाई जा रही है।

खरगे ने ट्वीट किया, ‘‘विपक्षी नेताओं के लिए ईडी-सीबीआई, पर (प्रधानमंत्री नरेंद्र) मोदी जी के "हमारे मेहुल भाई" के लिए इंटरपोल से रिहाई ! जब "परम मित्र" के लिए कर सकते हैं संसद ठप्प, तो "पुराना मित्र" जिसको किया था 5 साल पहले फ़रार, भला उसकी मदद से कैसे करें इंकार? डूबे देश के हज़ारों-करोड़, "न खाने दूंगा" बना जुमला बेजोड़ !’’

उल्लेखनीय है कि पंजाब नेशनल बैंक में 13,000 करोड़ रुपये के घोटाले में वांछित भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी का नाम इंटरपोल के ‘रेड नोटिस’ से हटा दिया गया है। सूत्रों ने यह जानकारी दी।

सूत्रों के मुताबिक, फ्रांस के लियोन शहर स्थित इंटरपोल के मुख्यालय में चोकसी द्वारा दायर याचिका के आधार पर यह कदम उठाया गया है।

(न्यूज़ एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)

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