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पायलट की विदाई के साथ राजस्थान “सरकार गिराने-बचाने नामक वेब सीरीज़” का पहला सीज़न ख़त्म!

कांग्रेस ने राज्य की अशोक गहलोत सरकार के ख़िलाफ़ बग़ावत करने वाले सचिन पायलट को उपमुख्यमंत्री एवं पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष दोनों पदों से हटा दिया है। इसके अलावा उनका साथ देने वाले विधायकों के ख़िलाफ़ भी कार्रवाई की गई है।
सचिन पायलट

जयपुर/ दिल्ली: आजकल वेब सीरीज़ का दौर है। यानी कोई भी नाटक या फ़िल्म एक बार में पूरा या ख़त्म नहीं होता, बल्कि सीज़न 1, 2, 3 करके लगातार चलता ही रहता है। यही हाल अब राजनीति में है।

राजस्थान में “सरकार गिराने और बचाने नामक वेब सीरीज़” का पहला चैप्टर या सीज़न आज सचिन पायलट को बाग़ी करार देकर सरकार और पार्टी के पदों से बर्खास्त करने के साथ ही संपन्न हो गया। हालांकि यह पूरा एपिसोड ख़त्म हो गया हो ऐसा नहीं है। जिस तरह इस सीरीज़ के अन्य चैप्टर या सीज़न कर्नाटक के बाद मध्यप्रदेश में फिल्माए गए ये उसी तरह आगे जारी रहेंगे। राजस्थान का दूसरा चैप्टर या सीज़न अभी आना बाक़ी है। और यही नहीं राजस्थान के साथ या बाद इसे एक बार फिर महाराष्ट्र में भी फ़िल्माया जा सकता है।

आइए, आपको बताते हैं कि राजस्थान के मामले में आज क्या-क्या हुआ।

कांग्रेस ने राज्य की अशोक गहलोत सरकार के खिलाफ बगावत करने वाले सचिन पायलट को उपमुख्यमंत्री एवं पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष दोनों पदों से हटा दिया।

इसके साथ ही पार्टी ने कड़ा रुख अपनाते हुए पायलट खेमे में गए सरकार के दो मंत्रियों विश्वेंद्र सिंह एवं रमेश मीणा को भी उनके पदों से तत्काल हटा दिया है।

पार्टी ने मौजूदा राजनीतिक संकट के बीच कांग्रेस विधायक दल की बैठक में नहीं आने वाले तथा पायलट के साथ गए मंत्रियों के अलावा दो अन्य विधायकों को भी उनके पदों से हटा दिया है।

पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने यहां संवाददाताओं को बताया कि पायलट को उपमुख्यमंत्री एवं पार्टी प्रदेशाध्यक्ष पदों से हटा दिया गया है। इसके अलावा विश्वेंद्र सिंह को पयर्टन मंत्री एवं रमेश मीणा को खाद्य आपूर्ति मंत्री पद से तत्काल प्रभाव से हटा दिया गया है।

उन्होंने बताया कि इसके अलावा पार्टी ने राजस्थान प्रांत युवा कांग्रेस के अध्यक्ष पद से मुकेश भाकर को हटा दिया है। उनकी जगह विधायक गणेश घोघरा नये अध्यक्ष होंगे। इसी तरह राकेश पारीक को हटाकर हेम सिंह शेखावत को राजस्थान प्रदेश कांग्रेस सेवा दल का नया अध्यक्ष नियुक्त किया गया है।

कांग्रेस विधायक दल की यहां हुई बैठक के बाद यह जानकारी दी गयी।

मुख्यमंत्री गहलोत ने की राज्यपाल से मुलाकात

कांग्रेस विधायक दल की बैठक के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत राज्यपाल कलराज मिश्र से मिलने राजभवन पहुंचे। पार्टी सूत्रों के अनुसार, गहलोत ने मौजूदा राजनीतिक हालात के बारे में मिश्र को अवगत कराया। उन्होंने बताया कि मंत्रिमंडल में शीघ्र ही बदलाव संभव है।

महज भाजपा के हाथ में खेल रहे हैं पायलट : गहलोत

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंगलवार को कहा कि बगावत करने वाले सचिन पायलट के हाथ में कुछ नहीं है और वे केवल भाजपा के हाथ में खेल रहे हैं।

राज्यपाल कलराज मिश्र से मुलाकात करने के बाद गहलोत ने संवाददाताओं से कहा कि भाजपा मध्य प्रदेश के खेल को राजस्थान में भी दोहराना चाहती थी और 'यह सब' पिछले छह महीने से चल रहा था।

गहलोत ने कहा कि पायलट व उनके साथ गए अन्य मंत्रियों, विधायकों को मौका दिया गया, लेकिन वे न तो सोमवार को और न ही मंगलवार को कांग्रेस विधायक दल की बैठक में आए।

गहलोत ने कहा, “सचिन पायलट के हाथ में कुछ भी नहीं हैं। वह तो केवल भाजपा के हाथ में खेल रहे हैं ...जो रिसॉर्ट सहित बाकी सारे बंदोबस्त करने में जुटी है।”

उन्होंने कहा कि पिछले छह महीने से राज्य में विधायकों की खरीद फरोख्त के प्रयास चल रहे थे।

पायलट सहित तीन मंत्रियों को उनके पदों से हटाए जाने के फैसले की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि पार्टी ने मजबूर होकर यह फैसला किया है। गहलोत ने कहा, “आज के फैसले से कोई खुश नहीं है, न पार्टी, न आलाकमान।”

गहलोत ने कहा कि उन्होंने किसी की पार्टी आलाकमान से शिकायत नहीं की।

कांग्रेस सरकार को गिराने की साजिश में शामिल थे पायलट : सुरजेवाला

सरकार के संकट को हल करने जयपुर गए कांग्रेस पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, “हम सब को एक बात का खेद अवश्य है कि राजस्थान के उपमुख्यमंत्री, हमारे युवा साथी सचिन पायलट और कांग्रेस के कुछ विधायक व मंत्री साथी दिग्भ्रमित होकर भाजपा के षडयंत्र के जाल में उलझकर कांग्रेस की सरकार को गिराने की साजिश में शामिल हो गए।”

सुरजेवाला ने कहा कि पार्टी ने पिछले कुछ दिन के घटनाक्रम के मद्देनजर खेद व दुख के साथ पायलट व अन्य को पद से हटाने के ये फैसले किए हैं। उन्होंने कहा, “मुझे खेद है कि सचिन पायलट व उनके कुछ मंत्री साथी भाजपा के षडयंत्र में भटक कर कांग्रेस पार्टी की जनता द्वारा चुनी गयी सरकार को गिराने का षडयंत्र और साजिश कर रहे थे।”

सुरजेवाला ने कहा, “यह अस्वीकार्य है। यह किसी दल को स्वीकार नहीं हो सकता। इसलिए बड़े दुखी मन व खेद से कांग्रेस पार्टी ने यह फैसला किए हैं।”

इसके साथ ही सुरजेवाला ने आरोप लगाया कि भाजपा ने राज्य सरकार को गिराने की साजिश की है। उन्होंने कहा, “भाजपा ने एक षडयंत्र के तहत राजस्थान की आठ करोड़ जनता के सम्मान को चुनौती दी। भाजपा ने एक साजिश के तहत राजस्थान की बहादुर जनता द्वारा संपूर्ण बहुमत से चुनी गयी कांग्रेस की सरकार को अस्थिर कर गिराने की साजिश की।”

उन्होंने कहा, “भाजपा ने धनबल व सत्ताबल के दुरुपयोग से ईडी व आईटी के दुरुपयोग से कांग्रेस पार्टी और निर्दलीय विधायकों की निष्ठा को खरीदने के प्रयास का नाकाबिले माफी जुर्म किया है।”

सुरजेवाला ने कहा कि पार्टी ने पिछले दो दिनों में अनेक बार पायलट से संपर्क करने की कोशिश की। उन्होंने कहा, “पिछले 72 घंटे में सोनिया गांधी ने, राहुल गांधी ने, कांग्रेस के आला नेतृत्व ने सचिन पायलट से, हमारे दूसरे साथी मंत्रियों से हमारे विधायकों से लगातार संपर्क करने की कोशिश की।”

कांग्रेस प्रवक्ता ने पार्टी विधायकों व नेताओं को स्पष्ट संकेत देते हुए कहा, “कांग्रेस की सरकार व्यक्तियों पर नहीं टिकी, कांग्रेस की सरकार नीतियों व सिद्धांतों पर टिकी है और कांग्रेस की सरकार राजस्थान की जनता के जनमत पर टिकी है।”

उन्होंने कहा, “कांग्रेस की सरकार राजस्थान की सेवा के संकल्प पर टिकी है और पूरे पांच साल तक कांग्रेस की सरकार राजस्थान की जनता की सेवा के लिए दृढ़संकल्पित है।”

पायलट को हटाए जाने के बाद प्रियंका ने सोनिया से मुलाकात की

सचिन पायलट को राजस्थान के उप मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पद से हटाए जाने के बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने मंगलवार को दिल्ली में पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की।

कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक, पायलट को हटाए जाने की घोषणा के कुछ देर बाद प्रियंका सोनिया के आवास 10 जनपथ पहुंचीं।

पायलट ने कहा: सत्य को परेशान किया जा सकता है पराजित नहीं

राजस्थान में उप मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद से हटाए जाने के बाद सचिन पायलट ने मंगलवार को कहा कि सत्य को परेशान किया जा सकता है पराजित नहीं।

इसके साथ ही उन्होंने अपने ट्विटर प्रोफाइल से उप मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष का उल्लेख हटा दिया। अब उनके प्रोफाइल में उनके विधायक (टोंक) और पूर्व केंद्रीय मंत्री होने तथा कांग्रेस के वेबसाइट लिंक का उल्लेख है।

पायलट को पद से हटाये जाने के बाद एनएसयूआई के प्रदेशाध्यक्ष ने त्यागपत्र दिया

सचिन पायलट को उपमुख्यमंत्री और पार्टी प्रदेशाध्यक्ष पद से बर्खास्त किये जाने के बाद मंगलवार को नेशनल स्टूडेंट यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआई) के राजस्थान प्रदेश अध्यक्ष अभिमन्यू पूनियां ने अपने पद से त्यागपत्र दे दिया।

पूनियां ने कहा, 'सचिन पायलट के समर्थन में मैंने अपने पद से त्यागपत्र दे दिया। उन्हें यूथ कांग्रेस अध्यक्ष पद से भी हटा दिया गया है।’ उन्होंने ट्वीट में कहा कि 'मैंने पिछले छह साल प्रदेश के युवाओं की आवाज़ सचिन पायलट के साथ काम किया है और मरते दम तक सचिन पायलट के साथ रहूंगा और उनके नेतृत्व में ही काम करूंगा अंतः मैं एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफ़ा देता हूं।' उन्होंने आगे कहा कि राजस्थान के जाट बिशनोई परिवार के मुखियाओं को जेल भेजने का काम किया हम उस मुंख्यमंत्री के साथ काम नहीं कर सकते, हमारा ईमान भी ज़िंदा है, जमीर भी ज़िंदा है।

उन्होंने कहा कि यूथ कांग्रेस, एनएसयूआई, सेवादल के करीब 400—500 पदाधिकारियों ने अपने पदों से त्यागपत्र दे दिया है।

जनता का कांग्रेस से मोह भंग हो गया है: ज्योतिरादित्य सिंधिया

भोपाल : भाजपा नेता और राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि मध्यप्रदेश में जनता का मोह कांग्रेस से भंग हो गया है क्योंकि जब ये सत्ता में थे तो यहां व्यापार और भ्रष्टाचार की सरकार चला रहे थे।

सिंधिया मंगलवार को यहां भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष उमा भारती से मिलने उमा भारती से मिलने उनके निवास पर गये सिंधिया ने वहां मीडिया से बात करते हुए कहा, ‘‘पूरे प्रदेश की जनता का मोह कांग्रेस से भंग हो गया है। क्योंकि इन्होंने 15 महीने व्यापार और भ्रष्टाचार की सरकार चलाई।’’ हालांकि सिंधिया ने राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गेहलोत के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार पर संकट के संबंध में पूछे गये सवाल पर बोलने से इंकार कर दिया।

सिंधिया ने कहा कि वह उमा भारती से मिलने और उनका आर्शीवाद लेने के लिये आये हैं।’ मालूम हो कि ज्योतिरादित्य सिंधिया की बगावत के बाद मार्च में कांग्रेस के 22 विधायकों के राज्य विधानसभा से त्यागपत्र देने से कमलनाथ के नेतृत्व वाली कांग्रेस नीत सरकार 15 महीने में ही गिर गयी थी और चौहान के नेतृत्व में प्रदेश में भाजपा सरकार बनी है। कांग्रेस के अधिकांश बागी विधायक, जिन्होंने पार्टी से इस्तीफा दे दिया था, भाजपा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक माने जाते हैं।

(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)

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