बढ़ती साम्प्रदायिकता या कोरोना की तीसरी लहर: ज़्यादा घातक क्या?
'बोल' के लब आज़ाद हैं तेरे' के इस एपिसोड में, वरिष्ठ पत्रकार अभिसार शर्मा बात कर रहे हैं समाज में बढ़ती साम्प्रदायिकता की और उसके साथ ही कोरोना लहार के तीसरी लहर की संभावनाओं पर।
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