NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu
image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
अपराध
भारत
राजनीति
यूपी: लखीमपुर खीरी के बाद गोरखपुर में नाबालिग से बलात्कार, महिलाओं की सुरक्षा में विफल योगी सरकार!
हापुड़,लखीमपुर खीरी के बाद अब गोरखपुर से नाबालिग के साथ बलात्कार की घटना सामने आई है। एक ओर विपक्ष ‘बदहाल कानून व्यवस्था’ के नाम पर सरकार को घेर रहा है तो वहीं प्रशासन राज्य में आपराधिक घटनाओं के कम होने का दावा कर रहा है।
सोनिया यादव
17 Aug 2020
stop rape
Image Credit: Arpita Biswas/Feminism in India

“बुलंदशहर, हापुड़, लखीमपुर खीरी और अब गोरखपुर की घटनाओं से ये साबित होता है कि महिलाओं को सुरक्षा देने में उत्तर प्रदेश सरकार पूरी तरह विफल रही है। अपराधियों के मन में कानून का कोई डर नहीं है। उसी का परिणाम है कि महिलाओं के खिलाफ अपराध की वीभत्स से वीभत्स घटनाएं घटती ही जा रही हैं।”

उत्तर प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों को लेकर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ये बातें कही हैं। प्रियंका गांधी ने आगे ये भी कहा कि पुलिस और प्रशासन न तो महिलाओं को सुरक्षा दे पा रहे हैं और न ही उचित कार्रवाई कर पा रहे हैं। प्रदेश सरकार कानून व्यवस्था की समीक्षा करे और महिलाओं की सुरक्षा संबंधित हर कदम गंभीरता से उठाए।

बता दें कि सूबे की योगी आदित्यनाथ सरकार भले ही बार-बार बेहतर कानून व्यवस्था का दावा कर रही हो लेकिन राज्य के अलग-अलग इलाकों में रिपोर्ट हो रही मासूम बच्चियों के यौन उत्पीड़न की खबरें लगातार सुर्खियों में हैं। एक ओर विपक्ष ‘बदहाल कानून व्यवस्था’ के नाम पर सरकार को घेर रहा है तो वहीं प्रशासन राज्य में अपराधिक घटनाओं के कम होने का दावा कर रहा है।

नाबालिगों से दुष्कर्म की घटनाएं

हाल ही पश्चिमी उत्तर प्रदेश के हापुड़ में एक छह साल की बच्ची की अपहरण के बाद हत्या कर दी गई। तो वहीं शुक्रवार, 14 अगस्त ठीक स्वतंत्रता दिवस से एक दिन पहले लखीमपुर खीरी जिले में एक 13 वर्षीय लड़की की बलात्कार के बाद हत्या का मामला सामने आया। हद तो तब हो गई जब शनिवार, 15 अगस्त को आज़ादी के ही दिन गोरखपुर के गोला बाजार से एक और नाबालिग बच्ची के साथ दुष्कर्म की वारदात सामने आई।

क्या है गोरखपुर का पूरा मामला?

प्राप्त जानकारी के मुताबिक दुष्कर्म की ये घटना गोरखपुर के गोला बाजार की है। पीड़िता की उम्र 17 साल बताई जा रही है और फिलहाल जिला अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है। पुलिस का कहना कि पीड़िता शनिवार, 15 अगस्त को बेहोशी की हालत में मिली थी।

मीडिया में आई खबरों के मुताबिक पीड़िता के पिता ईंट-भट्ठे पर मजदूरी करते हैं और भट्ठे के पास ही रहते हैं। पीड़िता शुक्रवार, 14 अगस्त की रात को हैंडपंप से पानी लाने गई थी, जब बाइक से आए दो लोग जबरन उसे उठाकर गांव के ही एक तालाब के पास की झोपड़ी में ले गए और कथित तौर पर उसका बलात्कार किया।

इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, पुलिस में दर्ज शिकायत में पीड़िता के परिजनों ने कहा है कि शुक्रवार की शाम उनके घर के बाहर से उनकी बेटी का अपहरण किया गया था। बहुत देर तक उसके वापस न आने पर परिवार ने तलाश शुरू की, लेकिन वह कहीं नहीं मिली।

अगली सुबह घर के पास ही वह बेहोश पड़ी मिली। उसी दोपहर लड़की अपनी मां के साथ संबंधित थाने गई और पुलिस को बताया कि पास गांव के अर्जुन और उसके दोस्त महेश ने उसका अपहरण कर उसके साथ बलात्कार किया है।

परिजनों का आरोप और पुलिस का इंकार

पीड़िता के परिजनों का आरोप है कि दोनों आरोपियों ने बलात्कार के बाद सिगरेट से पीड़िता के शरीर को दागा है, लेकिन पुलिस ने अभी इससे इंकार किया है।

गोरखपुर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विपुल कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि पीड़िता के शरीर पर जो घाव हैं, वे शायद सिगरेट से दागे जाने की वजह से नहीं हो सकते। अभी पीड़िता की मेडिकल जांच पूरी नहीं हुई है। आरोपियों को सोमवार को गोरखपुर में स्थानीय अदालत के समक्ष पेश किया जाएगा।

पुलिस का क्या कहना है?

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार गुप्ता का कहना है कि पीड़िता की मां की शिकायत के आधार पर दो लोगों के खिलाफ अपहण, गैंगरेप और पॉक्सो अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।’

पुलिस ने देहरीभर गांव के रहने वाले दोनों आरोपियों- अर्जुन (27) और उसके सहयोगी महेश उर्फ छोटू (22)को गिरफ्तार कर लिया है।

लखीमपुर खीरी का क्या मामला था?

एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, यह घटना लखनऊ से करीब 130 किलोमीटर दूर नेपाल सीमा से सटे एक गांव पाकरिया में हुई। जहां एक 13 साल की मासूम बच्ची का पहले बलात्कार किया गया, उसेक बाद गला दबाकर उसकी हत्या कर दी गई।

मामला शुक्रवार, 14 अगस्त का है। ईंट भट्ठे पर काम करने वाले एक मज़दूर की नाबालिग बेटी हैंडपंप से पानी लेने बाहर गई थी, जब बाइक पर आए दो लोग उसे जबरन उठाकर ले गए और उसका बलात्कार किया। पुलिस के मुताबिक लड़की का शव एक आरोपी के खेतों में मिला था। इस मामले में गांव के दो लोगों को गिरफ्तार किया है।

लड़की के पिता ने एनडीटीवी को बताया, ‘हम हर जगह उसकी तलाश में गए। गन्ने के खेत में उसकी आंखें मिलीं। उसकी जीभ काट दी गई थी और दुपट्टे से गला घोंट दिया गया था।’

परिवार का आरोप और पुलिस का इंकार

गोरखपुर मामले की तरह ही यहां भी लड़की के पिता का आरोप है कि उनकी बेटी का गला घोंट दिया गया था, उसकी आंखें बाहर निकाल दी गईं और जीभ काट दी गई। लेकिन उत्तर प्रदेश पुलिस ने उनके इस दावे से इनकार करते हुए कहा कि रविवार की रात आई पोस्टमार्टम रिपोर्ट में यह नहीं दिखाया गया है कि पीड़िता की आंखें निकाली गई थीं या जीभ काटी गई थी।

पुलिस ने क्या कहा?

लखीमपुर खीरी के पुलिस अधीक्षक सतेंद्र कुमार ने मीडिया को बताया, ‘उसकी आंखें नहीं निकाली गईं और जीभ नहीं कटी थी। ये दावा सही नहीं है। यह सुझाव देने के लिए पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कुछ भी नहीं है। आंखों के पास खरोंच थे, जो हो सकता है कि संभवत: गन्ने के पत्तों के कारण हुआ था।’

कुमार ने कहा, ‘लड़की के पोस्टमार्टम से बलात्कार की पुष्टि हुई है। दोनों आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया था। हम बलात्कार, हत्या और राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत भी आरोप दायर करेंगे।’

विपक्ष क्या कह रहा है?

उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने ट्विटर पर लखीमपुर खीरी घटना की निंदा करते हुए इसे ‘बेहद शर्मनाक’ बताया।

योगी आदित्यनाथ सरकार पर हमला करते हुए उन्होंने कहा, ‘अगर इस तरह की घटनाएं होती रहेंगी तो समाजवादी पार्टी और वर्तमान भाजपा की सरकारों के बीच क्या अंतर है?’

सपा ने बताया इंसानियत को झकझोर देने वाली घटना

राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने भी योगी सरकार पर निशाना साधा है।

उन्होंने ट्विटर पर लिखा, ‘भाजपाकाल में उत्तर प्रदेश की बच्चियों व नारियों का उत्पीड़न चरम पर है। बलात्कार, अपहरण, अपराध व हत्याओं के मामले में भाजपा सरकार प्रश्रयकारी क्यों बन रही है?

चंद्रशेखर आज़ाद ने मुख्यमंत्री से मांगा इस्तीफा

भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद ने बीजेपी सरकार को निशाना पर लेते हुए कहा, ‘भाजपा सरकार में दलित उत्पीड़न चरम पर पहुंच गया है। अगर यह जंगलराज नहीं है तो क्या है? हमारी बेटियां सुरक्षित नहीं हैं, हमारे घर सुरक्षित नहीं हैं, यहां हर तरफ भय का माहौल है। योगी (आदित्यनाथ) इस्तीफा दें।’

भाकपा ने पुलिस पर लगाया मामलों को हल्का करने का आरोप

भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के राज्य सचिव डॉ. गिरीश ने राज्य पुलिस प्रशासन के साथ ही योगी आदित्यनाथ सरकार के सत्ता में बने रहने पर भी सवाल खड़े किए हैं।

अपने एक बयान में उन्होंने कहा, “उरई, हापुड़ और बुलंदशहर की हृदय विदारक घटनाओं की दहशत से अभी समाज उबरा भी नहीं था कि लखीमपुर जनपद के ईसा नगर थाने के पकरिया गांव की एक 13 वर्षीय दलित बालिका के साथ दुष्कर्म के बाद न केवल हत्या कर दी गयी अपितु उसकी आँखें फोड़ दी गयीं और जीभ काट दी गयी। पुलिस की बर्बरता देखिये कि पहले बलात्कार की बात को झुठलाती रही और अब जब पोस्टमार्टम में बलात्कार की पुष्टि हो गयी तो वह जीभ काटने और आँखें फोड़ने की बात को झुठला रही है।”

उन्होंने आगे कहा “ये ठीक उसी तरह है जिस तरह कि बुलंदशहर पुलिस ने सारी ताकत इस बात को साबित करने में झौंक दी है कि सुदीक्षा के साथ छेड़छाड़ नहीं हुई। वैसे तो उत्तर प्रदेश में इस समय हर तरह के अपराध आसमान जैसी ऊंचाइयाँ छू रहे हैं मगर बहन बेटियों के साथ बदसलूकी, हत्या और दहेज हत्याओं की वारदातों ने तो सारे रिकार्ड तोड़ दिये हैं। उनके सम्मान, अस्मिता और जान की रक्षा करने में असफल राज्य सरकार और राज्य पुलिस मामलों को हल्का करने अथवा रिकार्ड से हटाने में जुटी है। यह असहनीय है और सरकार के सत्ता में बने रहने पर गंभीर सवाल खड़े करती है।”

राज्य में महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराध

गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा जारी तीन साल के आंकड़ों में कम अपराध और अपराधियों पर लगाम का दावा जरूर किया जा रहा है लेकिन नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के आंकड़ों के अनुसार हर दो घंटे में बलात्कार का एक मामला उत्तर प्रदेश में दर्ज हो रहा है।

एनसीआरबी आंकड़ों की माने तो साल 2017 के मुकाबले 2018 में प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ अपराधों में सात फिसदी की बढ़ोत्तरी दर्ज हुई है। 2017 में कुल 56,011 मामले दर्ज किए गए थे तो वहीं 2018 में ये आंकड़ा बढ़कर 59,445 पर पहुंच गया। इसमें  कुल बलात्कार के 4,322 मामले दर्ज हुए थे।

Lakhimpur kheri girl rape
UttarPradesh
Yogi Adityanath
yogi sarkar
women safety
crimes against women
violence against women
rape case
murder case
crime in up
UP police

Trending

किसान ट्रैक्टर रैली पर अडिग, सुप्रीम कोर्ट ने भी कहा- पुलिस ले फ़ैसला
दिल्ली: निगमकर्मियों के हड़ताल का 11वां दिन, कर्मचारी वेतन और जनता सफ़ाई के लिए परेशान
जो निधि राज़दान के साथ हुआ, वो साइबर फ्रॉड आपके साथ भी हो सकता है!
हर एक घंटे में सौ भारतीय किसान हो जाते हैं भूमिहीन
भारत में "Anti Conversion Law" का इतिहास
क़रीब दो महीने पूरे, 60 ज़िंदगियां गुज़रीं, 9 दौर की बातचीत ख़त्म: प्रदर्शन कर रहे किसान उम्मीद की तस्वीर हैं

Related Stories

सोनिया यादव
यूपी: क्या मायावती के अलग चुनाव लड़ने का ऐलान बसपा के अस्तित्व को बचा पायेगा?
15 January 2021
“उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में जल्द विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। बसपा इन दोनों राज्यों म
बाल यौन शोषण मामले में बर्खास्त भाजपा नेता के कई अश्लील वीडियो मिले
भाषा
यूपी : बाल यौन शोषण मामले में बर्खास्त भाजपा नेता के कई अश्लील वीडियो मिले
14 January 2021
जालौन (उप्र) :  उत्तरप्रदेश के जालौन जिले में बाल यौन शोषण मामले में बर्खास्त भाजपा नेता के जब्त लैपटॉप, डीवीडी और हार्ड डिस्क से
बांदा में दुष्कर्म पीड़िता ने फांसी लगाकर आत्महत्या की
न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
बांदा में दुष्कर्म पीड़िता ने फांसी लगाकर आत्महत्या की
14 January 2021
बांदा जिले में नाबालिग दुष्कर्म पीड़िता ने बुधवार को अपने घर में फांसी लगाकर कथित रूप से आत्महत्या कर ली। पीड़िता जिसकी उम्र 17 वर्ष है, उससे 10 साल

Pagination

  • Next page ››

बाकी खबरें

  • दिल्ली में क़रीब 10 महीने बाद 10वीं और 12वीं के छात्रों के लिए खुले स्कूल
    भाषा
    दिल्ली में क़रीब 10 महीने बाद 10वीं और 12वीं के छात्रों के लिए खुले स्कूल
    18 Jan 2021
    स्कूल ने यहां गलियारों में ‘‘वापसी पर स्वागत है’’ के पोस्टर लगाए और शिक्षक हाथ में सेनिटाइज़र लिए खड़े थे। स्कूल में प्रवेश करने से पहले प्रत्येक छात्रा का तापमान भी मापा गया।
  • किसान ट्रैक्टर रैली पर अडिग, सुप्रीम कोर्ट ने भी कहा- पुलिस ले फ़ैसला
    न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    किसान ट्रैक्टर रैली पर अडिग, सुप्रीम कोर्ट ने भी कहा- पुलिस ले फ़ैसला
    18 Jan 2021
    ट्रैक्टर रैली रोकने संबंधी याचिका पर न्यायालय ने कहा है कि यह कानून-व्यस्था का मामला है। उधर, किसानों ने ट्रैक्टर रैली के लिए अपना रूट जारी कर दिया है। यह रैली दिल्ली में बाहरी रिंग रोड पर निकाली…
  • बिहार में एक और चीनी मिल की बंदी और हजारों किसानों की तबाही
    पुष्यमित्र
    बिहार में एक और चीनी मिल की बंदी और हज़ारों किसानों की तबाही
    18 Jan 2021
    कभी देश के लिए 40 फीसदी चीनी उत्पादन करने वाले बिहार में 33 चीनी मिल हुआ करते थे, अब सिर्फ 10 चीनी मिल बचे हैं।
  • दिल्ली: निगमकर्मियों के हड़ताल का 11वां दिन, कर्मचारी वेतन और जनता सफ़ाई के लिए परेशान
    सना सुल्तान
    दिल्ली: निगमकर्मियों के हड़ताल का 11वां दिन, कर्मचारी वेतन और जनता सफ़ाई के लिए परेशान
    18 Jan 2021
    उत्तरी दिल्ली नगर निगम के कर्मचारी पिछले सात जनवरी से हड़ताल पर हैं जिससे पूरे इलाक़े में कूड़े का अंबार लग गया है। इसलिए अब कर्मचारियों के साथ ही आम लोगों का गुस्सा भी नगर निगम में सत्तासीन बीजेपी और…
  • जर्मनी में कृषक युद्घ और एंगेल्स
    प्रभात पटनायक
    किसान आंदोलन: ज़रा याद कीजिए जर्मनी में कृषक युद्ध और एंगेल्स
    18 Jan 2021
    "मजदूर-किसान गठबंधन का ठीक-ठीक गठन और इस गठबंधन का ठीक-ठीक एजेंडा, ठोस हालात के हिसाब से अलग-अलग देशों में, अगल-अलग होगा."
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें