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कोरोना वायरस महामारी के बीच इज़रायल की फ़िलिस्तीनियों के ख़िलाफ़ हिंसक छापेमारी और गिरफ़्तारी जारी

पूरे फ़िलिस्तीन के कई शहर और गांवों में छापेमारी की गई। इस दौरान सैनिकों ने फ़िलिस्तीनियों पर क्रूर इज़रायली सैन्य कार्रवाई को बरकरार रखते हुए 14 फ़िलिस्तीनियों का अपहरण हुआ और गिरफ़्तार किया।
कोरोना वायरस

23 अप्रैल को तड़के छापेमारी करते हुए इज़रायली सैनिकों ने एक ही साथ क़रीब 14 फिलिस्तीनियों का अपहरण किया और गिरफ़्तार किया। कुछ स्थानों पर इज़रायली सैनिक फिलिस्तीनी युवाओं से भिड़ गए जो उनके हिंसक छापेमारी का विरोध करने की कोशिश कर रहे थे। इस पर सैनिकों ने स्टन ग्रेनैड, आंसू गैस और रबर के खोल वाला स्टील का गोला दाग कर हमला किया।

फ़िलिस्तीनी समाचार एजेंसी डब्ल्यूएएफए और अन्य समाचार समूहों के अनुसार, इज़रायली सैनिकों ने उत्तरी वेस्ट बैंक के जेनिन ज़िले में अर्राबा शहर में छापेमारी करते हुए दो फ़िलिस्तीनियों का अपहरण कर लिया। उत्तरी वेस्ट बैंक के शहर तुलकरेम में भी एक छापा मारा गया जिसमें इज़रायलियों ने एक पूर्व फ़िलिस्तीनी क़ैदी को गिरफ़्तार किया। इसी तरह की छापेमारी कलकिलिया ज़िले के अज़ून गांव, सेंट्रल वेस्ट बैंक में रमल्लाह के पा गांव कुल्फ़ निमेह, साउथ वेस्ट बैंक के बेथलहम शहर और पास के ताक़ोआ शहर के साथ हेब्रोन में की गई जिसमें इज़रायली सैनिकों ने कुल 9 फ़िलिस्तीनियों का अपहरण कर लिया।

इन छापेमारियों को फ़िलिस्तीनियों के घरों में जबरन घुसने वाले सैनिक, हिंसक तरीके से उनके निजी सामान और संपत्ति को फेंकने और ऐसा करने में भारी क्षति और बर्बादी के रुप में वर्णित किया गया है।

इसी दिन इज़रायल के सैनिकों ने क़ब्ज़े वाले पूर्वी यरुशलम में अक़ाब शहर पर भी हमला किया। स्थानीय समाचार रिपोर्टों में कहा गया है कि इज़रायलियों ने सड़क के संकेतों को नष्ट करने और उन्हें नीचे गिराने के साथ शहर की संपत्ति को नुकसान पहुंचाना शुरू कर दिया। इसको लेकर शहर के स्थानीय फ़िलिस्तीनी युवाओं ने हमलावर सैनिकों का विरोध करने और उन्हें फ़िलिस्तीन की सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने से रोकने की कोशिश की। इन सैनिकों ने युवा फ़िलिस्तीनियों के समूह को हिंसक तरीके से रोका, उन पर रबर के खोल वाली स्टील की गोलियों से हमला किया और आंसू गैस का गोला छोड़ने का साथ स्टन ग्रेनैड का इस्तेमाल करके उन्हें तितर-बितर करने की कोशिश की। सैनिकों ने कथित तौर पर फ़िलिस्तीनी प्राधिकरण (पीए)और पीए प्रतीक चिन्ह वाले सभी संकेतों और सरकारी बैनरों को हटा दिया।

इज़रायल की ऐसी हरकत COVID-19 महामारी से निपटने के लिए बेहद सीमित वित्तीय और चिकित्सा संसाधनों के साथ काम कर रहे और इसे फ़िलिस्तीनी क्षेत्रों में फैलने से रोकने की कोशिश कर रहे फ़िलिस्तीनियों के लिए मुश्किल पैदा करती है। फ़िलिस्तीनी प्राधिकरण के आंकड़ों के अनुसार,फ़िलिस्तीन में पहले से ही कोरोनावायरस के 480 मामले हैं और इससे 4 लोगों की मौत हो गई है।
कोरोनावायरस के ख़तरे की गंभीरता थोड़ी भी नहीं है जो इज़़रायली राज्य को क़ब्ज़ा करने से रोके या मानवीय आधार पर फ़िलिस्तीनियों की मदद करे।

साभार : पीपल्स डिस्पैच

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