असम में छिटपुट हिंसा के बीच तीसरे व अंतिम चरण का मतदान संपन्न
गुवाहाटी: असम में 12 जिलों के 40 विधानसभा क्षेत्रों में कड़ी सुरक्षा के बीच मंगलवार को अंतिम चरण का मतदान हुआ। अधिकारियों के अनुसार हिंसा और गड़बड़ी की छिटपुट घटनाओं को छोड़कर मतदान कुल मिलाकर शांतिपूर्ण रहा।
अंतिम सूचना मिलने तक इस तीसरे और अंतिम चरण में 82.33 प्रतिशत मतदान की ख़बर है।
असम में आज 40 सीटों पर मतदान हुआ। इसके साथ ही राज्य विधानसभा के लिए मतदान का काम पूरा हो गया। पहले दो चरणों में 86 सीटों के लिए मतदान हुआ था। असम में विधानसभा की कुल 126 सीटें हैं।
यहां भाजपा और उसके छोटे-छोटे क्षेत्रीय सहयोगी दल सत्ता को बनाये रखने के लिए लड़ रहे हैं, जबकि विपक्षी महागठबंधन में कांग्रेस, वामपंथी दल और ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ़्रंट (AIUDF) शामिल है। दो नवगठित क्षेत्रीय दलों का तीसरा मोर्चा भी मैदान में है।
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आज जिन क्षेत्रों में चुनाव हुआ उनमें उस बोडोलैंड स्वायत्त क्षेत्र के कुछ हिस्से भी शामिल हैं,जहां भाजपा के उस सहयोगी दल का शासन रहा है, जो तब से विपक्षी गठबंधन के साथ है। यह क्षेत्र एक विभिन्न प्रजातियों से बना हुआ क्षेत्र है और बीजेपी ने विभिन्न समूहों को प्रलोभन दिये जाने के ज़रिये एक साथ लाने की कोशिश ज़रूर की है,लेकिन बदले हुए नागरिकता क़ानून से बड़े तबकों के बीच इसका समर्थन कम हो सकता है।
मतदान के दौरान छिटपुट हिंसा
एक अधिकारी ने बताया कि गोलकगंज के दिघलतरी प्राथमिक विद्यालय के एक मतदान केंद्र पर कुछ मुद्दों को लेकर दो समूहों के बीच झड़प हो गयी। उन्होंने कहा कि स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया और हवा में गोलीबारी की। इस घटना में कोई घायल नहीं हुआ।
उन्होंने कहा कि संबंधित मतदान केंद्र पर कुछ समय के लिए मतदान रोक दिया गया और कुछ देर बाद फिर से यह शुरू हो गया।
बिलासीपारा पश्चिम विधानसभा क्षेत्र के गुटीपारा में एक मतदान केंद्र पर कुछ लोगों ने मुफ्त मास्क बांटने को लेकर सुरक्षाकर्मियों पर हमला किया। हमलावरों ने मतदान केंद्र पर पथराव भी किया तो पुलिस ने लाठीचार्ज किया। अधिकारियों के अनुसार मतदान केंद्र पर लगभग आधे घंटे तक मतदान बाधित रहा।
बल के एक अधिकारी के अनुसार बोंगाईगांव के एक मतदान केंद्र में भारी भीड़ के पहुंचने पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया। इसी क्षेत्र में एक अन्य मतदान केंद्र पर उस समय हंगामा होने लगा जब पीठासीन अधिकारी एक दिव्यांग व्यक्ति को वोट डालने में मदद करने के लिए चले गए। एक चुनाव अधिकारी ने कहा कि पुलिस ने तुरंत स्थिति पर नियंत्रण पा लिया।
एक अन्य घटना में पुलिस ने गुवाहाटी के कामरूप एकेडमी हायर सेकेंडरी स्कूल में एक मतदान केंद्र पर कम से कम दो लोगों को उस समय हिरासत में में लिया जब वे कथित तौर पर भाजपा के पर्चे बांट रहे थे।
अधिकारियों ने बताया कि विभिन्न निर्वाचन क्षेत्रों से करीब 10 लोगों को हिरासत में लिया गया। उन्होंने कहा कि कई मतदान केंद्रों पर ईवीएम के खराब होने की सूचना मिली थी और उन मशीनों को बदलने के बाद वहां फिर मतदान शुरू हुआ।
मास्क पहने मतदाता विभिन्न मतदान केंद्रों के बाहर पंक्तियों में खड़े थे। आपस में दूरी बनाते हुए मतदाता यहां विशेष निशान पर खड़े होकर मतदान की अपनी बारी की प्रतीक्षा कर रहे थे।
जिन मतदाताओं के पास मास्क नहीं थे, उन्हें मास्क दिया जा रहा था।
विभिन्न मतदान केंद्रों पर पहले मतदाताओं को पौधों और वरिष्ठ नागरिकों का 'गमोसा' (पारंपरिक असमिया गमछा) के साथ अभिनंदन किया गया।
भाजपा के मंत्रियों हिमंत बिस्व सरमा, चंद्र मोहन पटवारी, सिद्धार्थ भट्टाचार्य और फणीभूषण चौधरी ने सुबह अपने-अपने मतदान केंद्रों पर वोट डाले। वे सभी इस चरण में चुनावी मैदान में हैं।
बीपीएफ मंत्रियों चंदन ब्रह्मा और प्रमिला रानी ब्रह्मा के अलावा बीपीएल प्रमुख हगराम मोहिलरी, कांग्रेस नेता रतुल पटवारी और अभिनेता कपिल बोरा ने भी वोट डाले।
वरिष्ठ नागरिकों और दिव्यांग मतदाताओं की सुविधा के लिए व्हीलचेयर और ई-रिक्शा की व्यवस्था की गयी थी।
मॉडल मतदान केंद्रों में बच्चों के खेलने का स्थान, बैठने की जगह, सेल्फी ज़ोन आदि बनाए गए थे। कुछ मतदान केंद्रों को बोतलों, प्लास्टिक आदि के साथ बनाए सजाया गया था। कुछ मतदान केंद्रों को राज्य की बहु-सांस्कृतिक विविधता को दर्शाते हुए सजाया गया था।
असम चुनाव में गोलीबारी पर विधानसभा उपाध्यक्ष से पूछताछ, पांच पुलिसकर्मी निलंबित
सिलचर (असम): असम में दूसरे चरण के विधानसभा चुनाव के दौरान विधानसभा उपाध्यक्ष अमीनुल हक लश्कर के सुरक्षाकर्मियों द्वारा लोगों पर गोलियां चलाये जाने के बाद लश्कर से दो बार पूछताछ की गयी है जबकि पांच पुलिसकर्मी निलंबित कर दिये गये हैं। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
एक अप्रैल को सोनाई विधानसभा क्षेत्र में 463 मध्य धनेहोरी एलपी स्कूल में मतदान केंद्र के अंदर भाजपा एवं एआईयूडीएफ के समर्थकों के बीच झड़प हो गयी थी और लश्कर के अंगरक्षकों द्वारा गोली चलाने से कम से कम तीन लोग घायल हो गये थे।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि पिछले 48 घंटे के दौरान लश्कर से दो बार कई घंटों तक पूछताछ की गयी और मजिस्ट्रेट के सामने उनका बयान दर्ज कराया गया।
निवर्तमान विधायक लश्कर का सोनाई सीट पर एआईयूडीएफ के करीम उद्दीन बारभूइयां से सीधा मुकाबला है।
इस संबंध में जब संपर्क किया गया तब कच्छार के पुलिस अधीक्षक भंवर लाल मीणा ने पीटीआई-भाषा से कहा कि विधानसभा उपाध्यक्ष से जुड़े सभी नौ पुलिसकर्मी वर्तमान जांच के मद्देनजर तत्काल प्रभाव से ड्यूटी से हटा दिये गये हैं।
मीणा ने कहा , ‘‘ उनमें से पांच पुलिसकर्मी गोलीबारी के सिलसिले में निलंबित कर दिये गये हैं। उनमें से तीन लश्कर के अंगरक्षक हैं और दो उनके काफिला वाहन के सुरक्षाकर्मी हैं।’’
उन्होंने कहा कि इन कर्मियों को मतदान केंद्रों में बिना अनुमति के दाखिल होने और बिना किसी आदेश के लेागों पर गोलियां चलाने के आरोप में निलंबित किये गये हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘ लश्कर प्रत्याशी के तौर पर मतदान केंद्र के अंदर जा सकते हैं लेकिन वह सुरक्षाकर्मियों के साथ नहीं जा सकते।’’
इस बीच कच्छार के जिला उपायुक्त कीर्ति जल्ली ने इस पूरे घटना की मजिस्ट्रेट जांच का आदेश दिया है।
धनेहोरी गांव की पंचायत प्रमुख लुत्फा बेगम ने कहा, ‘‘ लोगों ने आरोप लगाया कि उन्होंने (लश्कर ने) मतदान में गड़बड़ी करने का प्रयास किया। जब कई लोग वहां पहुंच गये और उन्होंने लश्कर को एक कमरे में बंधक बना लिया तब स्थिति तनावपूर्ण हो गयी। लश्कर के समर्थकों एवं विरोधियों के बीच झड़प शुरू हो गयी। जब भीड़ बढ़ गयी और उसने लश्कर के साथ दुर्व्यवहार करने की कोशिश की तब उनके अंगरक्षकों ने गोलियां चलायीं। इससे कम से कम तीन लोग घायल हो गये जिन्हें अस्पतालों में भर्ती कराया गया।’’
(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)
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