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क्या है ज़ी न्यूज़ से जुड़े एंकर रोहित रंजन से जुड़ा पूरा मामला?

राहुल गांधी के बयान को भ्रामक बनाकर पेश करने के आरोप में एंकर को गिरफ्तार करने पहुंची रायपुर पुलिस; गाज़ियाबाद पुलिस ने रोका, नोएडा पुलिस पकड़ ले गई!
Rohit Ranjan

कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बयान को भ्रामक बनाकर पेश करने और फर्ज़ी वीडियो-क्लिप चलाने के मामले में टीवी चैनल ज़ी न्यूज के एंकर रोहित रंजन को आख़िरकार नोएडा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि इससे पहले दो राज्यों या कहें तो तीन शहरों की पुलिस के बीच खूब खींचातान देखने को मिली। रंजन की गिरफ़्तारी को लेकर एक पूरा हाई वोल्टेज ड्रामा हुआ। इस ड्रामे की शुरुआत तब हुई, जब आज यानी मंगलवार को सुबह छत्तीसगढ़ की रायपुर पुलिस उन्हें अरेस्ट करने रोहित रंजन के घर पर पहुंची थी। हालांकि इस मामले को लेकर राजस्थान में भी मुक़दमा दर्ज हुआ है।  

ज़ी न्यूज के एंकर रंजन ने आज सुबह अपने ट्विटर अकाउंट से एक पोस्ट किया जिससे इसका खुलासा हुआ था। उन्होंने लिखा था, "बिना स्थानीय पुलिस को जानकारी दिए छत्तीसगढ़ की पुलिस मेरे घर के बाहर मुझे गिरफ्तार करने के लिए खड़ी है, क्या यह कानूनन सही है?'' इसके जवाब में रायपुर पुलिस ने ट्वीट किया, ''सूचना देने के लिए ऐसा कोई नियम नहीं है। फिर भी अब उन्हें सूचित किया गया है। पुलिस टीम ने आपको अदालत की गिरफ्तारी वारंट दिखाया है। आपको सहयोग करना चाहिए, जांच में शामिल होना चाहिए और अपना पक्ष अदालत में रखना चाहिए।''  

इस बीच यूपी की गाज़ियाबाद पुलिस ने भी ट्वीट कर रोहित से कहा कि मामला उनके संज्ञान में है और वह ज़रूरी कार्रवाई कर रही है। इसके बाद करीब साढ़े छह बजे गाज़ियाबाद पुलिस भी रोहित के घर के बाहर पहुंच गई।  

अब दोनों राज्यों की पुलिस आमने सामने हो गई थी। जब इन दो शहरों की पुलिस के बीच टकराव चल ही रहा था तभी उत्तर प्रदेश के ही अन्य शहर नोएडा पुलिस की एंट्री होती है और वो अपने साथ रोहित को ले गई। इस बीच गाज़ियाबाद और रायपुर पुलिस देखती रह गई। हिंदी अख़बार दैनिक भास्कर की ख़बर के मुताबिक़ इंदिरापुरम के सीओ अभय मिश्रा ने रोहित की गिरफ्तारी की पुष्टि की है। नोएडा पुलिस ने कहा कि उनके यहां रोहित के खिलाफ केस दर्ज है.

हालांकि केस कब दर्ज किया गया इसका जवाब अफसरों ने नहीं दिया।
     
रायपुर जिले की पुलिस ने एक बयान जारी कर बताया, ''प्रार्थी देवेंद्र यादव की रिपोर्ट पर थाना सिविल लाइन रायपुर में तीन जुलाई को रोहित रंजन के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। प्रकरण की विवेचना और आरोपी की गिरफ्तारी के लिए टीम गठित की गई है, जो अभी गाज़ियाबाद में है।''    

बयान में कहा गया है, ''प्रकरण में रायपुर पुलिस ने विधिसम्मत प्रक्रिया का पालन किया। सक्षम अदलत से आरोपी के विरुद्ध जारी वारंट लेकर रायपुर पुलिस की टीम आज सुबह आरोपी के गाज़ियाबाद स्थित निवास पहुंची थी। आरोपी को हिरासत में लेकर गिरफ्तारी की प्रक्रिया चल रही थी। लेकिन स्थानीय पुलिस, छत्तीसगढ़ पुलिस के वारंट दिखाने के बावजूद आरोपी को अपने साथ ले गई और गिरफ्तारी की प्रक्रिया को बाधित किया।''    

रायपुर जिले के पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल ने बताया कि कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव की शिकायत पर रविवार को जी न्यूज के एंकर रंजन के खिलाफ विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने और लोगों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के आरोप में मामला दर्ज किया गया था।

अग्रवाल ने बताया कि मामले की जांच के लिए एक दल का गठन किया गया था और आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए उसे गाज़ियाबाद भेजा गया था।    

जिले के एक अन्य पुलिस अधिकारी ने बताया कि भिलाई नगर क्षेत्र के कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव ने सिविल लाइंस थाने में जी न्यूज चैनल के निदेशकों, अधिकारी तथा एंकर के खिलाफ शिकायत की थी।  
 
उन्होंने बताया कि शिकायत के बाद पुलिस ने ज़ी ग्रुप के अध्यक्ष और निदेशक, ज़ी न्यूज चैनल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी, प्रसारित कार्यक्रम के निर्माता, कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाले एंकर और अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया है।  
 
सनद रहे कि कुछ दिनों पहले एंकर रोहित रंजन ने जी़ न्यूज़ के प्राइम टाइम शो डीएनए में कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बयान को तोड़-मरोड़कर गलत संदर्भ में पेश किया था जिसके बाद कांग्रेस ने आक्रामकता से इस घटना का विरोध किया और कहा कि इस भ्रामक खबर से उनके नेता राहुल गांधी की छवि धूमिल हुई है। इसको लेकर उन्होंने नोएडा में ज़ी न्यूज़ के दफ़्तर के बाहर प्रदर्शन भी किया था और कई राज्यों में केस भी दर्ज़ कराया था।

इसके बाद दो जुलाई को एक ट्वीट करते हुए रोहित ने शो के दौरान राहुल गांधी के बयान को गलत ढंग से दिखाने के मामले में माफी भी मांगी थी। उन्होंने ट्वीट कर लिखा, "कल हमारे शो डीएनए में राहुल गांधी का बयान उदयपुर की घटना से जोड़ कर गलत संदर्भ में चल गया था। ये एक मानवीय भूल थी जिसके लिए हमारी टीम क्षमाप्रार्थी है, हम इसके लिए खेद जताते हैं।" इसके अलावा चैनल ने ऑन एयर भी इसको लेकर माफ़ी मांगी थी और उसके लिए ज़िम्मेदार दो कर्मचारियों पर भी कार्रवाई की है, ऐसी जानकारी उन्होंने दी थी।  

हालांकि कांग्रेस इससे संतुष्ट नहीं दिख रही है, उसका कहना है कि ये मानवीय भूल नहीं बल्कि जानबूझकर की गई घटना है क्योंकि ये और कुछ अन्य चैनल जानबूझकर कांग्रेस और हमारे नेताओं को बदनाम करने के लिए भ्रामक खबरें चलाते हैं।

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