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रुश्दी के समर्थन में जुटे लेखक, एकजुटता कार्यक्रम में उनकी रचनाएं पढ़ीं

पेन अमेरिका’ ने इस आयोजन के माध्यम से कहा कि दुनिया भर के लेखक रुश्दी के साथ एकजुटता से खड़े हैं और ‘‘निरंतर अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता तथा दुनिया भर में संकटग्रस्त लेखकों की दुर्दशा पर उनके विचारों का समर्थन करते हैं।
Salman Rushdie
Image courtesy : The Clinton Herald

अमेरिका के न्यूयॉर्क में एक साहित्यिक कार्यक्रम में मंच पर लेखक सलमान रुश्दी को छुरा घोंपने की घटना के एक हफ्ते बाद लेखक के मित्र एवं अन्य लेखक ‘‘निरंतर’’ अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को लेकर उनके विचारों के प्रति एकजुटता व्यक्त करने के लिए न्यूयॉर्क पब्लिक लाइब्रेरी में एकत्र हुए और उनकी रचनाओं को पढ़ा।
 
साहित्य एवं हिमायत करने वाले समूह ‘पेन अमेरिका’, उनके प्रकाशक पेंगुइन रैंडम हाउस, न्यूयॉर्क पब्लिक लाइब्रेरी और हाउस ऑफ स्पीकईजी ने शुक्रवार को विशेष एकजुटता कार्यक्रम ‘‘स्टैंड विद सलमान: डिफेंड द फ्रीडम टू राइट’’ का आयोजन किया। रुश्दी ‘पेन अमेरिका’ के अध्यक्ष रह चुके हैं। इस कार्यक्रम में रुश्दी के समर्थन में लेखक, कार्यकर्ता और मित्र एकसाथ जुटे।

टीना ब्राउन, किरण देसाई, आसिफ मांडवी और रेजिनाल्ड ड्वेन बेट्स समेत लेखक, रचनाकारों, कलाकारों और साहित्यिक समुदाय के सदस्यों ने रुश्दी की कुछ सबसे प्रसिद्ध कृतियों को पढ़ा और बुकर पुरस्कार विजेता रुश्दी (75) के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।

‘पेन अमेरिका’ ने इस आयोजन के माध्यम से कहा कि दुनिया भर के लेखक रुश्दी के साथ एकजुटता से खड़े हैं और ‘‘निरंतर अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता तथा दुनिया भर में संकटग्रस्त लेखकों की दुर्दशा पर उनके विचारों का समर्थन करते हैं।’’ न्यूजर्सी के 24 वर्षीय हादी मतार द्वारा दर्शकों के सामने रुश्दी की गर्दन और पेट में चाकू घोंपे जाने की घटना के ठीक एक हफ्ते बाद इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। ‘सैटेनिक वर्सेज’ के लेखक पश्चिमी न्यूयॉर्क में चौटाउक्वा इंस्टीट्यूशन में एक कार्यक्रम को संबोधित करने वाले थे, तभी यह घटना हुई।

मुंबई में जन्मे विवादास्पद लेखक रुश्दी को ‘द सैटेनिक वर्सेज’ लिखने के बाद वर्षों तक इस्लामी चरमपंथियों से मौत की धमकियों का सामना करना पड़ा। घटना के बाद उन्हें एक स्थानीय ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया और कई घंटे चली सर्जरी के बाद वेंटिलेटर पर रखा गया। 

‘पेन अमेरिका’ की सीईओ सुजैन नोसेल ने कार्यक्रम की शुरुआत में कहा, ‘‘रुश्दी शब्दों के इस्तेमाल में महारत रखते हैं और लेखक पर उनके काम के कथित अपराध को लेकर हमला किया गया।’’

हमले के दो दिन बाद, उनके बेटे जफर रुश्दी ने एक बयान में कहा था कि उनका परिवार इसको लेकर ‘‘बेहद राहत महसूस कर रहा है’’ कि रुश्दी को वेंटिलेटर और अतिरिक्त ऑक्सीजन से हटा दिया गया है और वह अब थोड़ा बहुत बात कर पा रहे हैं।

मतार को गिरफ्तार कर लिया गया और उस पर हत्या तथा हमले के आरोप लगे हैं। उसने इन आरोपों से इनकार किया है। मतार को चौटाउक्वा काउंटी जेल में रखा गया है।

पेंग्विन रैंडम हाउस के सीईओ मार्कस डोहले ने एक बयान में कहा, ‘‘रश्दी की आवाज और साहित्यिक कृतियां अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता से अटूट रूप से जुड़ी हुई हैं और उन पर हमला हिंसा का एक भयावह, अविवेकपूर्ण कार्य है।’’

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