अरुणा रॉय : कहानियों, नाटकों और गानों के ज़रिये करें जनवादी राजनीति का प्रचार
उन्होंने बताया कि किस तरह संघ और उससे जुड़े लोग आम लोगों तक गलत धारणायें पहुँचा रहे हैं और उन्हें कला के ज़रिये कैसे जवाब देने की ज़रुरत I
जयपुर में आयोजित जन साहित्य पर्व में बात करते हुए सामाजिक कार्यकर्ता अरुणा रॉय ने इस सरकार द्वारा तर्कसंगत सोच पर हो रहे हमलों और उनके खतरों के बारे में बात की I उन्होंने बताया कि किस तरह संघ और उससे जुड़े लोग आम लोगों तक गलत धारणायें पहुँचा रहे हैं और उन्हें कला के ज़रिये कैसे जवाब देने की ज़रुरत है I
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