दिल्ली: आतिशी ने लगाया गौतम गंभीर पर आपत्तिजनक पर्चे बंटवाने का आरोप
नई दिल्ली:आम आदमी पार्टी ने पूर्वी दिल्ली में बीजेपी पर एक आपत्तिजनक पर्चा बांटने का आरोप लगाया है। इस पर्चे में आम आदमी पार्टी (आप) की प्रत्याशी आतिशी को लेकर अपशब्दों की भरमार है। आप का कहना है कि ये पर्चे पूर्वी दिल्ली से बीजेपी के प्रत्याशी गौतम गंभीर ने बंटवाए हैं। इसी को लेकर आतिशी और मनीष सिसोदिया ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस किया। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान आतिशी रो पड़ीं।
आतिशी ने कहा, 'मेरा गंभीर जी से बस एक यही सवाल है कि अगर वो मेरे जैसी एक सशक्त महिला को हराने के लिए इतना गिर सकते तो सांसद बनने के बाद वो अपने क्षेत्र की महिलाओं को कैसे सुरक्षित करेंगे।'
"मेरा गंभीर जी से बस एक यही सवाल है के अगर वो मेरे जैसी एक सशक्त महिला को हराने के लिए इतना गिर सकते तो सांसद बनने के बाद वो अपने क्षेत्र की महिलाओं को कैसे सुरक्षित करेंगे।" - @AtishiAAP pic.twitter.com/SWAb1xyUfh
— AAP (@AamAadmiParty) 9 May 2019
उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा,'पंफलेट को पढ़ते हुए हमें शर्म आ रही है। जब गौतम गंभीर देश के लिए खेलते हुए चौके और छक्के मारते थे, तब हम तालियां बजाते थे। मगर हमने कभी सपने में नहीं सोचा था कि यह आदमी चुनाव जीतने के लिए इस स्तर तक जा सकता है।'
वहीं, अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा कि कभी कल्पना नहीं थी कि गौतम गंभीर इस स्तर तक गिर सकते हैं। अगर लोग ऐसी मानसिकता वालों को वोट देंगे तो फिर महिलाएं कैसे सुरक्षा की उम्मीद कर सकती हैं। अरविंद केजरीवाल ने कहा- आतिशी मजबूत रहो, मैं कल्पना कर सकता हूं कि यह तुम्हारे लिए कितना मुश्किल होगा। इन्हीं ताकतों के खिलाफ हमें लड़ना है।
Never imagined Gautam Gambhir to stoop so low. How can women expect safety if people wid such mentality are voted in?
Atishi, stay strong. I can imagine how difficult it must be for u. It is precisely this kind of forces we have to fight against. https://t.co/vcYObWNK6y
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) 9 May 2019
हालांकि बीजेपी ने इन आरोपों से इनकार किया है।
आपको बता दें कि आतिशी दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की सलाहकार रह चुकी हैं। बतौर सलाहकार काम करने के लिए वो दिल्ली सरकारी से एक रुपये प्रति माह सैलरी लेती थीं।
साथ ही वह आम आदमी पार्टी की राजनीतिक मामलों की समिति की सदस्य भी हैं। दिल्ली के सरकारी स्कूलों में आए क्रांतिकारी बदलाव के पीछे आतिशी का हाथ माना जाता है। दावा है कि उनके ही सुझाव पर दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने आमूल-चूल परिवर्तन किया। आतिशी ने हैप्पीनेस करिकुलम की शुरुआत की।
आतिशी की मां तृप्ता वाही और पिता विजय कुमार सिंह डीयू में प्रोफेसर थे। आतिशी ने स्कूल के समय में मार्क्स और लेनिन से बनने वाले शब्द 'मार्लेना' को अपने नाम के साथ जोड़ दिया था। कई विवादों के बाद उन्होंने अपने नाम से 'मार्लेना' हटा दिया। हालांकि उनका कहना है कि यह उनका निजी फैसला है।
राजनीति में आने से पहले आतिशी आंध्र प्रदेश के ऋषि वैली स्कूल में इतिहास पढ़ाती थीं। उन्होंने कई एनजीओ के साथ भी काम किया हैं। गौरतलब है कि दिल्ली की सभी सात सीटों पर छठे चरण में 12 मई को मतदान होना है।
अपने टेलीग्राम ऐप पर जनवादी नज़रिये से ताज़ा ख़बरें, समसामयिक मामलों की चर्चा और विश्लेषण, प्रतिरोध, आंदोलन और अन्य विश्लेषणात्मक वीडियो प्राप्त करें। न्यूज़क्लिक के टेलीग्राम चैनल की सदस्यता लें और हमारी वेबसाइट पर प्रकाशित हर न्यूज़ स्टोरी का रीयल-टाइम अपडेट प्राप्त करें।