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मोदी-राज के मुकाबले राज्यवार मोर्चेबंदी की उभरती आवाज

देश के 'महाबली प्रधानमंत्री' समझे जाने वाले नरेंद्र मोदी की भाजपा बंगाल की बड़ी लड़ाई में बुरी तरह पराजित हुई. तमिलनाडु में अन्नाद्रमुक की जिस सरकार को मोदी-शाह रिमोट से चला रहे थे, उसे जनता ने कुर्सी से उतार दिया. केरल में इतना धन, वक्त और ऊर्जा लगाने के बावजूद भाजपा इस बार शून्य हो गई. इन राज्यों के विजेता-ममता, स्टालिन और विजयन, तीनों अलग-अलग दलों के हैं, विचारधारा भी अलग है. पर जनता ने उन्हें एक जैसी जिम्मेदारी सौंपी है. तात्कालिक तौर पर उन्हें कोरोना जैसी भयावह महामारी से अपने समाज की रक्षा करना है तो राजनीतिक स्तर पर उन्हें 'हिन्दुत्वा-कारपोरेट एजेंडा' वाली मोदी की भाजपा-राजनीति का मुकाबला भी करना है. असम में भाजपा की जीत क्यों हुई? इन तमाम सवालों के मद्देनजर राज्यों के इन चुनावी नतीजों पर वरिष्ठ पत्रकार Urmilesh का खास विश्लेषण:

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