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गुजरात चुनाव: ईएमवी की हैकिंग और आचार संहिता के उल्लंघन के आरोपों के बीच ख़त्म हुए चुनाव

निशान हाई स्कूल में वोट देने के बाद प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा मतदान दिवस पर रोड शो आयोजित करने से खडा हुआ विवाद.
gujrat elections

गुजरात विधानसभा चुनाव के हाई वोल्टेज नाटक के बीच दूसरे और अंतिम चरण के हुए मतदान में उत्तरी क्षेत्र बनासकांठा में गुरुवार को हुए मतदान के लिए 49 प्रतिशत का मतदान दर्ज किया गया.

शाम 4:30 बजे तक कुल मतदान का औसत 62.3 प्रतिशत पर दर्ज किया गया. बनासकांथा में 66 प्रतिशत मतदान हुआ है. मेहसाणा, वडोदरा, अहमदाबाद और वाडगम से इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) में गड़बड़ियों की सूचना मिली, यहाँ के 40 बूथों से, जोकि सबसे ज्यादा हैं से शिकायत दर्ज की गयी हैं.

बनासकांठा जिले के आनंद, गांधीनगर और धनेरा शहर में टॉवर बाजार क्षेत्र सहित कईं स्थानों पर कांग्रेस और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच भीडंत की खबरें मिली हैं.

चुनावों के आखिरी चरण में केंद्रीय और उत्तर गुजरात के 14 जिलों में 93 सीटों के लिए हुए मतदान के लिए कुल 851 उम्मीदवार मैदान में थे, जहां 2 करोड़ 22 लाख मतदाता लोग मतदान के लिये योग्य थे और उम्मीद जताई थी कि वे अपने मत का भरपूर इस्तेमाल करेंगे.

चुनावों में प्रमुख उम्मीदवारों में उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल शामिल हैं, जिन्होंने मेहसाणा जिले से कांग्रेस के जिवाभाई पटेल को चुनौती दी थी. जूनियर गृह मंत्री प्रदीपसिंह जडेजा और स्वास्थ्य मंत्री शंकर चौधरी सहित करीब आधा दर्जन शीर्ष स्तर के मंत्रियों के भाग्य को इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) में बंद कर दिया गया, जो अब केवल 18 दिसंबर को गिनती के दिन खोली जायेंगी.

विपक्षी शिविर में प्रमुख उम्मीदवारों में ओबीसी नेता अलपेश ठाकोर हैं, जो राधानपुर से चुनाव लड़ रहे हैं और कांग्रेस समर्थित स्वतंत्र उम्मीदवार जिग्नेश मेवानी हैं जो वड़गम से चुनाव लड़ रहे हैं.

अहमदाबाद जिले के विरामगम विधानसभा क्षेत्र के मतदान केंद्र में अपना मत देने के बाद, पातीदार कोटा आन्दोलन कार्यकर्ता हार्दिक पटेल ने मीडिया से कहा कि, "गुजरात चुनावों में कांग्रेस को 100 सीटें मिल सकती हैं. यह उन लोगों के खिलाफ मतदान  है जिन्होंने हम पर दमन किया. मुझे विश्वास है कि 18 दिसंबर (परिणाम के दिन) 6 करोड़ गुजरातियों की जीत होगी."

ठ्कोरे, जो औपचारिक रूप से विपक्षी दल में शामिल होने से पहले राज्य में ओबीसी अभियान चलाते थे, मतदाताओं में से पहले थे जिन्होंने अपने मतदान अधिकार का इस्तेमाल किया. उन्होंने पाटण जिले के राधनपुर से भाजपा के लावंगजी ठाकोर के खिलाफ चुनाव लड़ा है.

 

गुजरात विधानसभा चुनाव के हाई वोल्टेज नाटक के बीच दूसरे और अंतिम चरण के हुए मतदान में उत्तरी क्षेत्र बनासकांठा में गुरुवार को हुए मतदान के लिए 49 प्रतिशत का मतदान दर्ज किया गया.

शाम 4:30 बजे तक कुल मतदान का औसत 62.3 प्रतिशत पर दर्ज किया गया. बनासकांथा में 66 प्रतिशत मतदान हुआ है. मेहसाणा, वडोदरा, अहमदाबाद और वाडगम से इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) में गड़बड़ियों की सूचना मिली, यहाँ के 40 बूथों से, जोकि सबसे ज्यादा हैं से शिकायत दर्ज की गयी हैं.

बनासकांठा जिले के आनंद, गांधीनगर और धनेरा शहर में टॉवर बाजार क्षेत्र सहित कईं स्थानों पर कांग्रेस और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच भीडंत की खबरें मिली हैं.

चुनावों के आखिरी चरण में केंद्रीय और उत्तर गुजरात के 14 जिलों में 93 सीटों के लिए हुए मतदान के लिए कुल 851 उम्मीदवार मैदान में थे, जहां 2 करोड़ 22 लाख मतदाता लोग मतदान के लिये योग्य थे और उम्मीद जताई थी कि वे अपने मत का भरपूर इस्तेमाल करेंगे.

चुनावों में प्रमुख उम्मीदवारों में उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल शामिल हैं, जिन्होंने मेहसाणा जिले से कांग्रेस के जिवाभाई पटेल को चुनौती दी थी. जूनियर गृह मंत्री प्रदीपसिंह जडेजा और स्वास्थ्य मंत्री शंकर चौधरी सहित करीब आधा दर्जन शीर्ष स्तर के मंत्रियों के भाग्य को इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) में बंद कर दिया गया, जो अब केवल 18 दिसंबर को गिनती के दिन खोली जायेंगी.

विपक्षी शिविर में प्रमुख उम्मीदवारों में ओबीसी नेता अलपेश ठाकोर हैं, जो राधानपुर से चुनाव लड़ रहे हैं और कांग्रेस समर्थित स्वतंत्र उम्मीदवार जिग्नेश मेवानी हैं जो वड़गम से चुनाव लड़ रहे हैं.

अहमदाबाद जिले के विरामगम विधानसभा क्षेत्र के मतदान केंद्र में अपना मत देने के बाद, पातीदार कोटा आन्दोलन कार्यकर्ता हार्दिक पटेल ने मीडिया से कहा कि, "गुजरात चुनावों में कांग्रेस को 100 सीटें मिल सकती हैं. यह उन लोगों के खिलाफ मतदान  है जिन्होंने हम पर दमन किया. मुझे विश्वास है कि 18 दिसंबर (परिणाम के दिन) 6 करोड़ गुजरातियों की जीत होगी."

ठ्कोरे, जो औपचारिक रूप से विपक्षी दल में शामिल होने से पहले राज्य में ओबीसी अभियान चलाते थे, मतदाताओं में से पहले थे जिन्होंने अपने मतदान अधिकार का इस्तेमाल किया. उन्होंने पाटण जिले के राधनपुर से भाजपा के लावंगजी ठाकोर के खिलाफ चुनाव लड़ा है.

 

 

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