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जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद संबंधी घटनाओं में 6,000 सुरक्षाकर्मी मारे गए: डीजीपी कश्मीर

 ‘‘देश की विभिन्न सेनाओं के लगभग 6,000 बहादुरों ने सर्वोच्च बलिदान दिया है और उनमें से 1,600 से अधिक सिर्फ जम्मू-कश्मीर पुलिस से हैं।’’
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Photo Courtesy : Hindustan Times

 जम्मू:  जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) आर आर स्वैन ने मंगलवार को कहा कि आतंकवाद संबंधी घटनाओं में ड्यूटी के दौरान लगभग 6,000 सुरक्षाकर्मी मारे गए हैं जिनमें से 1,600 से अधिक जम्मू-कश्मीर पुलिस से हैं।

स्वैन ने कहा कि यह देश की संप्रभुता और अखंडता की रक्षा के लिए जम्मू-कश्मीर पुलिस की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

कठुआ में 12वें शहीद स्मारक क्रिकेट टूर्नामेंट के समापन समारोह में स्वैन ने कहा, ‘‘देश की विभिन्न सेनाओं के लगभग 6,000 बहादुरों ने सर्वोच्च बलिदान दिया है और उनमें से 1,600 से अधिक सिर्फ जम्मू-कश्मीर पुलिस से हैं।’’

टूर्नामेंट के समापन समारोह के लिए आयोजन स्थल पर पहुंचने के तुरंत बाद डीजीपी ने शहीद दीर्घा में जम्मू-कश्मीर पुलिस के शहीद नायकों पर पुष्पचक्र चढ़ाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी।

बता दें कि कि घाटी में साल 2022 में 93 मुठभेड़ों में 56 विदेशियों समेत 186 मिलिटेंट (Militants) मारे गए जबकि 93 एनकाउंटर में 42 विदेशियों समेत 172 मिलिटेंट मारे गए थे।

कश्मीर ज़ोन पुलिस ने एक ट्वीट में कहा था कि उस क्षेत्र में 37% कम आतंकियों की भर्ती हुई जहां सुरक्षा बलों ने आतंकवादी और उनके सहयोगियों से 360 हथियार बरामद करने का भी दावा किया था।

पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने जम्मू में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा था कि गत वर्षों की तुलना में वर्ष 2022 में सुरक्षा बलों को कम हताहतों का सामना करना पड़ा। गत वर्ष 14 पुलिसकर्मी और 17 सुरक्षा बल के जवान मारे गए।

पिछले साल कश्मीर के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) विजय कुमार के हवाले से एक ट्वीट में कहा गया कि मारे गए आतंकवादियों की सबसे अधिक संख्या लश्कर-ए-तैयबा और उसके सहयोगी संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट से जुड़ी थी। इसके 108 आतंकी मारे गए थे। इसके बाद जैश ए मोहम्मद के 35, हिजबुल मुजाहिदीन के 22, अल-बद्र के चार और अंसार गजवत-उल-हिंद के तीन आतंकी मारे गए।

पुलिस ने कहा था कि वर्ष 2022 में 100 नए आतंकियों की भर्ती हुई जो पिछले वर्ष की तुलना में 37% कम थी और नए भर्ती हुए आतंकियों में से 65 मारे गए, 17 को गिरफ़्तार किया गया जबकि 18 अभी भी सक्रिय हैं।

(न्‍यूज एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)   

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