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भारतीय अंडर-19 महिला क्रिकेट टीम ने रचा इतिहास, गेंदबाज़ों के कमाल से बना विश्व कप चैंपियन

भारत की अंडर-19 महिला क्रिकेट टीम द्वारा अपनी पहली आईसीसी ट्रॉफी जीतने के बाद मुख्य कोच नूशिन अल खादीर ने कहा कि देश लंबे समय से इस पल का इंतज़ार कर रहा था।
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फ़ोटो साभार: PTI

तेज गेंदबाज टिटास साधु के साथ स्पिनर अर्चना देवी और पार्श्वी चोपड़ा की शानदार गेंदबाजी के दम पर भारतीय महिला टीम ने पहले आईसीसी अंडर-19 टी20 विश्व कप के फाइनल में रविवार को इंग्लैंड को 36 गेंद बाकी रहते सात विकेट से हराकर खिताब अपने नाम किया।

इस जीत के साथ ही महिला टीम ने किसी भी स्तर पर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के वैश्विक खिताब के सूखे को खत्म किया। सीनियर टीम सभी प्रारूपों में तीन मौकों पर विश्व कप के फाइनल में पहुंची है लेकिन हर बार खिताब से दूर रह गयी थी।

भारत ने इंग्लैंड की पारी को 17.1 ओवर में महज 68 रन पर समेटने के बाद 14 ओवर में तीन विकेट के नुकसान पर लक्ष्य हासिल कर शनिवार को अपना 19वां जन्मदिन मनाने वाली कप्तान शेफाली वर्मा को शानदार तोहफा दिया।

भारत के लिए सौम्या तिवारी और जी तृषा ने 24-24 रन की पारी खेली दोनों ने तीसरे विकेट के लिए 46 रन की साझेदारी कर टीम की जीत सुनिश्चित की।

टिटास भारत की सफल गेंदबाज रहीं। उन्होंने चार ओवर में छह रन देकर दो विकेट चटकाये। अर्चना देवी (तीन ओवर में 17 रन) और पार्श्वी चोपड़ा (चार ओवर में 13 रन) ने भी दो-दो विकेट लिये। मन्नत कश्यप (13 रन पर एक विकेट), कप्तान शेफाली वर्मा (16 रन पर एक विकेट) और सोनम यादव (तीन रन पर एक विकेट) भी विकेट चटकाने वाले गेंदबाजों में शामिल रहे।

लक्ष्य का पीछा करते हुए शेफाली ने पहली ही गेंद पर हैना बेकर के खिलाफ चौका लगाने के बाद दूसरे ओवर में सोफिया स्मेल के खिलाफ छक्का जड़ा। वह हालांकि एक बार फिर बड़ी पारी खेलने में नाकाम रही और तीसरे ओवर की पहली गेंद पर बेकर का शिकार बना गयी। उन्होने 11 गेंद में 15 रन बनाये। अगले ओवर में ग्रेस स्क्रिवेंस ने शानदार लय में चल रही सलामी बल्लेबाज श्वेता सहरावत (पांच रन) को बेकर के हाथों कैच कराया।

दोनों सलामी बल्लेबाजों का विकेट गंवाने के बाद सौम्या तिवारी और जी तृषा ने संभल कर बल्लेबाजी की और बीच-बीच में चौके लगाये।

इंग्लैंड के गेंदबाजों ने हालांकि उन्हें तेजी से रन बनाने का मौका नहीं दिया। 10 ओवर के बाद भारत का स्कोर दो विकेट पर 48 रन था।

अब तक संभल कर खेल रही तृषा ने 12वें ओवर में एली एंडरसन के खिलाफ दो चौके जड़ दबाव को खत्म कर दिया। उन्होंने 13वें ओवर में स्टोनहाउज के खिलाफ चौका लगाया लेकिन जब टीम को जीत के लिए सिर्फ तीन रन चाहिये थे तब वह बोल्ड हो गयी।

सौम्या ने 14वें ओवर की आखिरी गेंद पर जैसे ही विजयी रन पूरा किया भारतीय खिलाड़ियों ने खुशी से मैदान में दौड़ लगाकर इसका जश्न मनाया।

इससे पहले टॉस जीतकर गेंदबाजी का फैसला करने के बाद टिटास ने शुरुआती ओवर में ही इंग्लैंड की सलामी बल्लेबाज लिबर्टी हीप को आउट कर भारत को शानदार शुरुआत दिलायी। हीप खाता खोले बगैर टिटास को आसान कैच देकर वापस लौट गयी।

नींव हॉलैंड ने दूसरे ओवर में ऑफ स्पिनर अर्चना की गेंद पर चौका जड़ा लेकिन इस गेंदबाज ने पारी के चौथे ओवर में दो विकेट झटक कर शानदार वापसी की। अर्चना ने हॉलैंड बोल्ड करने के बाद कप्तान ग्रेस स्क्रिवेंस को चलता किया। हॉलैंड ने 10 जबकि सलामी बल्लेबाज स्क्रिवेंस ने चार रन का योगदान दिया।

मैच के पांचवें ओवर में टिटास की गेंद पर विकेट कीपर ऋचा घोष ने रायन मैकडॉनल्ड-ग्रे का कैच टपका दिया। पावर प्ले में इंग्लैंड का स्कोर तीन विकेट पर 22 रन था।

शेफाली का टिटास से लगातार चौथा ओवर कराना फायदेमंद रहा। इस तेज गेंदबाज ने सातवें ओवर में सेरेन स्मेल को तीन रन पर बोल्ड कर दिया।

मैकडॉनल्ड-गे ने जीवनदान का फायदा उठाते हुए आठवें ओवर में लेग स्पिनर पार्श्वी और नौवें ओवर में मन्नत के खिलाफ चौका जड़ा।

पार्श्वी ने 10वें ओवर में सी पवेली (दो रन) और 12वें ओवर में मैकडॉनल्ड-ग्रे को चलता कर इंग्लैंड पर शिकंजा कस दिया। अर्चना ने कवर क्षेत्र में डाइव लगाकर एक हाथ से शानदार कैच लपक कर मैकडॉनल्ड-गे की 24 गेंद में 19 रन की पारी को खत्म किया।

इंग्लैंड ने 50 रन पूरे होने से पहले छह विकेट गंवा दिये थे ।

जोजी ग्रोव्स सौम्या (चार रन) के शानदार थ्रो पर रन आउट हुई जो वहीं 14वें ओवर में शेफाली की गेंद पर ऋचा ने हैना बेकर (शून्य) को स्टंप किया।

सोफिया स्मेल (11) ने हालांकि शेफाली के इसी ओवर में दो चौके जड़ 10 रन बटोरे।

मन्नत कश्यप ने स्टोनहाउस (11) को सोनम के हाथों कैच कराया तो वहीं सोनम ने 17वें ओवर में सोफिया स्मेल को अपनी गेंद पर कैच कर इंग्लैंड की पारी को खत्म कर दिया।

'विश्व कप की जीत दिखाती है कि भारत में प्रतिभा की कमी नहीं है'

भारत की अंडर-19 महिला क्रिकेट टीम द्वारा अपनी पहली आईसीसी ट्रॉफी जीतने के बाद मुख्य कोच नूशिन अल खादीर ने रविवार को कहा कि देश लंबे समय से इस पल का इंतजार कर रहा था।

उन्होंने कहा कि यह जीत इस बात को दर्शाती है कि भारत में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है।

भारतीय महिला टीम ने अंडर-19 टी20 विश्व कप फाइनल में रविवार को इंग्लैंड को सात विकेट से हराकर पहली बार आईसीसी ट्रॉफी अपने नाम की।

नूशिन ने मैच के बाद कहा, ‘‘यह एक शानदार अहसास है। यह वह अहसास है जिसका हम बहुत लंबे समय से इंतजार कर रहे थे। यह पहली बार है जब हमने (विश्व) कप जीता है और यह अंडर -19 बच्चों के साथ आया है। यह दिखाता है कि हमारे पास प्रतिभा के मामले में किस तरह की गहराई है और हमारा भविष्य कैसा होगा।’’

भारत को इस विश्व कप में अपने अभियान के दौरान सिर्फ एक मैच में हार का सामना करना पड़ा। टीम को ‘सुपर सिक्स’ चरण में ऑस्ट्रेलिया ने सात विकेट से हराया था।

नूशिन ने कहा, ‘‘ इस टीम में सबसे खास बात है विश्वास का नहीं डगमगाना। मुझे पता था कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उन्होंने खराब प्रदर्शन किया था। इसके बाद हालांकि टीम जिस तरह से एकजुट होकर खेली वह शानदार था। हमने चीजों को इसे बहुत सरल रखने की कोशिश की। हमें इसका अहसास था कि हम अपने तरीके से इसे हासिल कर लेंगे।’’

उन्होंने कहा, ‘‘राष्ट्रगान से लेकर चैम्पियन बनने तक हमारे रोंगटे खड़े थे। मैं व्यक्तिगत रूप से महसूस करती हूं और समझती हूं कि यह हमारे लिए कितना खास है।’’

भारत की कप्तान शेफाली वर्मा ने टीम के समर्थन के लिए सहयोगी स्टाफ की सराहना की।

उन्होंने पुरस्कार समारोह के दौरान कहा, ‘‘लड़कियों (खिलाड़ियों) ने जिस तरह से प्रदर्शन किया और जिस तरह से एक-दूसरे का समर्थन किया उससे मैं खुश हूं। यह अविश्वसनीय भावना है। टीम के सहयोगी सदस्यों को धन्यवाद। जिस तरह से वे हर रोज हमें समर्थन दे रहे हैं और हमें बता रहे हैं कि हम यहां कप के लिए हैं। उनकी वजह से हम यहां हैं।’’

भारतीय कप्तान ने कहा, ‘‘ खिलाड़ियों से मुझे काफी अच्छा साथ मिला। मैं इस शानदार टीम की जिम्मेदारी सौंपने के लिए बीसीसीआई को शुक्रिया करना चाहती हूं। इस खिताब को जीत कर काफी खुश हूं।’’

शेफाली के बल्ले से इस टूर्नामेंट में ज्यादा रन नहीं निकले लेकिन उनकी सलामी बल्लेबाज जोड़ी श्वेता सहरावत 99 की औसत से 297 रन बनाकर सबसे ज्यादा रन बनाने वाली खिलाड़ी बनकर उभरीं।

शेफाली ने कहा, ‘‘वह (श्वेता सहरावत) शानदार रही हैं और उन्होंने टीम की सभी योजनाओं का पालन किया है। सिर्फ वह नहीं, अर्चना, सौम्या और सभी ने अविश्वसनीय खेल दिखाया।’’

टीम की अन्य सीनियर खिलाड़ी ऋचा घोष ने कहा कि इस जीत से सीनियर टीम को अगले महीने होने वाले टी20 विश्व कप में खिताब जीतने का हौसला मिलेगा।

ऋचा ने कहा, ‘‘यह एक शानदार अहसास है। मैं कई वर्षों से इस पल का इंतजार कर रही थी। सभी खिलाड़ियों में अच्छी सकारात्मक ऊर्जा है, मैंने वास्तव में उनके साथ का लुत्फ उठाया। अगर हम सीनियर टीम के साथ भी विश्व कप जीतते है तो यह शानदार होगा।’’

मैच में चार ओवर में छह रन देकर दो विकेट लेने के लिए ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ चुनी गयी तेज गेंदबाज टिटास साधू ने कहा, ‘‘ यह वास्तव में शानदार एहसास है। इस दिन का काफी समय से इंतजार कर रहे थे। हमारे दिमाग में एक योजना थी, और शुक्र है कि हमने जो योजना बनाई थी, उस पर अमल किया। स्पिनरों ने वास्तव में अच्छी तरह से समर्थन किया।’’

"बीसीसीआई ने पांच करोड़ रुपये का पुरस्कार देने की घोषणा की"

भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने महिला अंडर-19 टी20 विश्व कप में खिताब जीतने वाली भारतीय टीम को पांच करोड़ रुपये का पुरस्कार देने की घोषणा की।

भारत ने दक्षिण अफ्रीका में फाइनल में इंग्लैंड पर सात विकेट से शानदार जीत दर्ज की।

शेफाली वर्मा की अगुआई वाली भारतीय अंडर-19 टीम वैश्विक टूर्नामेंट में वह अंतिम बाधा पार करने में सफल रही जिसे पार करने में सीनियर टीम को कामयाबी नहीं मिल रही थी।

(न्यूज़ एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)

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