लखनऊ महापंचायत : टिकैत की बड़े आंदोलन की चेतावनी
"लखनऊ के इको पार्क में किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार ने घोषणापत्र में कहा था कि किसानों को मुफ़्त बिजली देंगे, उन्होंने कहा कि घोषणापत्र झूठा था क्या? या जनता बेवकूफ थी जिसको बहकाने का काम सरकार ने किया। कहा ये सरकार आमने सामने बैठकर बात नही करती और जो लिखत पढ़त में देती है उस पर काम नही करती है। कहा कि लोकतंत्र में भीड़ ही एकमात्र साधन है, एमएसपी कानून बनना चाहिए ये पूरे देश की डिमांड है। MSP और पुरानी पेंशन नीति पर काम होना चाहिए।"
राजधानी लखनऊ के ईको गार्डन में देशभर के किसान जुटे। महापंचायत को संबोधित करते हुए, भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने किसानों की मूलभूत सुविधाओं को लेकर सरकार को घेरा और सरकार पर वादे पूरे न करने का आरोप लगाते हुए योगी सरकार को चेतावनी दी है।
किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार अपने वादे पूरे करें। किसानों को फ्री बिजली देने का वादा सरकार ने पूरा नहीं किया। गन्ने का समय पर किसानों को भुगतान नहीं किया जा रहा है। लोकतंत्र में भीड़ तंत्र का अपना महत्व है। हम भीड़ के माध्यम से ही सरकार को आगाह कर रहे है। राकेश टिकैत ने कहा कि पूरे प्रदेश में आवारा जानवरों से किसान परेशान है। सरकार अगर किसानों की मांग नहीं मानती है तो 2024 में होने वाले चुनाव में किसान फैसला लेंगे।
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आयोजित किसान मजदूर महापंचायत में हिस्सा लिया और पंचायत को संबोधित किया।
प्रदेश सरकार ने किसानों से किए गए वादों को भी पूरा नहीं किया है हम यह लड़ाई अंतिम सांस तक जारी रखेंगे।@OfficialBKU @ANI pic.twitter.com/pQT5IyTeqv— Rakesh Tikait (@RakeshTikaitBKU) September 18, 2023
*घोषणा पत्र झूठा था या जनता बेवकूफ?*
भारतीय किसान यूनियन की लखनऊ महापंचायत को लेकर भारी संख्या में किसान ईको गार्डन पहुंचे हैं। इस दौरान किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा, ''किसानों की कई मांगे हैं। सरकार ने अपने घोषणापत्र में कहा था कि किसानों को मुफ्त बिजली देंगे। घोषणापत्र झूठा था क्या...। या जनता बेवकूफ थी। आपने बहकाने का काम किया। ये सरकार आमने-सामने बैठकर बात नहीं करती है। जो लिखत-पढ़त में देती है, उस पर काम नहीं करती।''
टिकैत ने कहा, ''लोकतंत्र में भीड़ ही एकमात्र साधन है। MSP कानून देश में बनना चाहिए। ये पूरे देश की डिमांड है। वैचारिक क्रांति देश में होगी। पुरानी पेंशन नीति पर काम होना चाहिए। किसानों को फसलों के दाम मिलने चाहिए। क्या 2024 के लोकसभा चुनाव में किसान यूनियन का कोई राजनीति दखल रहेगा? इस सवाल पर उन्होंने कहा कि ऐसी हमारी रणनीति नहीं है।'' किसान नेताओं का कहना है कि ये भीड़ किराए पर बुलाई हुई नहीं है, ये बदलाव करने वाले लोग हैं।
*MSP गारंटी कानून को लेकर ढुलमुल नीति*
ईको गार्डन में हो रहे इस आयोजन में यूं तो किसानों से जुड़े कई मुद्दों को उठाया जा रहा है। लेकिन मुख्य तौर से एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) और गन्ना किसानों के बकाया का मुद्दा छाया दिख रहा है। भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत का आरोप है कि सरकार अपने वादे पूरा नहीं कर सकी है। मुफ्त में बिजली देने के ऐलान पर भी अमल नहीं हो सका है। किसान नेताओं का आरोप है कि MSP गारंटी कानून को लेकर ढुलमुल नीति अपनाई जा रही है। जबकि 2011 में जब मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे, तब उनकी अध्यक्षता में गठित कमेटी ने तत्कालीन मनमोहन सिंह सरकार को रिपोर्ट सौंप कर MSP गारंटी लागू करने की मांग की थी।
राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि किसानों की फसल गोवंश खेत में ही खत्म कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि किसान दिन रात रखवाली करने के बाद फसल बचा नहीं पा रहा है।
*रविवार रात से ही लखनऊ में किसानों का आना शुरू हो गया था।*
साल 2024 के आम चुनाव से पहले लखनऊ में हो रहे इस किसान जमावड़े की ओर सत्ता और विपक्ष दोनों ही खेमों की निगाहें टिकी हैं। बता दें कि दो साल पहले 22 नवंबर, 2021 में लखनऊ में संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से किसान महापंचायत बुलाई गई थी। तब MSP की गारंटी देने वाले कानून की मांग जोर-शोर से उठी थी। हालांकि मुख्य मुद्दे के तौर पर तब छाया रहा था लखीमपुर खीरी हिंसा मामला। उस महापंचायत में केंद्रीय गृहराज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा 'टेनी' की बर्खास्तगी की मांग को किसानों ने बुलंद किया था।
*राकेश टिकैत ने आजम खां को लेकर बोली ये बड़ी बात*
उत्तर प्रदेश के किसानों की विभिन्न समस्याओं को लेकर भारतीय किसान यूनियन ने यूपी की राजधानी लखनऊ में डेरा डाल दिया है। इस दौरान आयोजित महापंचायत में भाग लेने के लिए पहुंचे भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने पूर्व मंत्री एवं सपा नेता आजम खां को लेकर बड़ी बात बोली है। राकेश टिकैत ने कहा है कि किसानों ने लखनऊ कूच किया है, समस्याएं खत्म होने तक आंदोलन जारी रहेगा। आज भाजपा की सरकार में पूरे प्रदेश में किसान परेशान है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार टिकैत ने कहा कि केंद्र सरकार की एजेंसियां जिस तरह से सपा नेता आजम खान को परेशान कर रही है, पिछले दिनों तीन दिन जांच चली, वह गलत है। आजम खां के पक्ष में सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को मजबूती के साथ खड़ा होना चाहिए। इस दौरान पत्रकारों से वार्ता करते हुए राकेश टिकैत ने कहा कि देश में 'इंडिया' गठबंधन बना है इसमें बसपा प्रमुख मायावती इसलिए शामिल नहीं है क्योंकि वे मन से भाजपा के साथ हैं।
*नेताओं को ED तो किसानों को बिजली के नाम पर लूटा जा रहा -*
राकेश टिकैत योगी सरकार पर जमकर बरसे, कहा कि ''उत्तर प्रदेश सरकार ने अपने घोषणापत्र में कहा कि हम सत्ता में आएंगे तो मुफ्त बिजली देंगे, फिर उन्होंने कहा कि एक साल के लिए मुफ्त बिजली देंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ...'' टिकैत ने कहा कि "जैसे नेताओं को ED का डर दिखाकर लूटा जा रहा है वैसे ही किसानों को बिजली के नाम पर लूटा जा रहा है।''
साभार : सबरंग
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