किसान आंदोलन का एक साल: ...अब MSP का पहाड़ तोड़ना बाक़ी है
रस्ता हो जाता है परबत सागर में भी,
जब जज़्बा होता है, जब हिम्मत होती है।
जब जज़्बा होता है, जब हिम्मत होती है।
दिल्ली की सीमाओं पर किसान आंदोलन को आज पूरा एक साल हो गया है। 26 नवंबर 2020 को शुरू हुआ यह आंदोलन आज अहम मोड़ पर है। पहली जीत के तौर पर यह आंदोलन तीनों कृषि क़ानूनों को वापस करा चुका है और अब दूसरी बड़ी मांग एमएसपी यानी न्यूनतम समर्थन मूल्य की लड़ाई के लिए डट गया है। कार्टूनिस्ट इरफ़ान किसानों के इस संघर्ष और जज़्बे को अपने तरीके से सलाम कर रहे हैं।
रस्ता हो जाता है परबत सागर में भी,
जब जज़्बा होता है, जब हिम्मत होती है।
(मुकुल सरल)
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