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ट्विटर बनाम मेटा थ्रेड्स का टकराव: जुकरबर्ग और मस्क के बीच डिजिटल रियल एस्टेट के वर्चस्व की लड़ाई

अंततः, डिजिटल बुनियादी ढांचे की गुणवत्ता, या यहां तक कि सही समाधान हासिल करने की मूर्खतापूर्ण लड़ाई मायने रखेगी।
Twitter Vs Meta

हम उन डिजिटल प्लेटफार्मों के बीच प्रतिस्पर्धा के नए युग की शुरूआत देख रहे हैं, जिन्होंने अब तक एक-दूसरे से सावधानीपूर्वक दूरी बनाए रखी थी। आज का डिजिटल स्पेस जो बड़ी तेजी से बढ़ रहा है, जिसमें खरबों-डॉलर के प्लेटफॉर्म शामिल हैं और समान रूप से उनके मालिकों के बीच पनप रहे बड़े अहंकार के मुक़ाबले ये स्पेस इतने बड़े नहीं है। एलन मस्क और मार्क जुकरबर्ग के बीच सार्वजनिक विवाद, जिनके बीच भौतिक रूप से समान बनने की उतनी ही बड़ी चुनौती मौजूद है, ट्विटर, मेटा द्वारा लॉन्च किए गए थ्रेड्स से वास्तविक खतरे का सामना करने जा रहा है।

ट्विटर का संक्षिप्त सार्वजनिक संदेश भेजने में एक प्रमुख स्थान है, जो समाचारों से संबंध रखने वाले सभी लोगों को अपनी तरफ आकर्षित करता है: समाचार के दीवाने; या जो खुद खबर बनना चाहते हैं। ट्विटर को चुनौती देने वाले मंच पहले से मौजूद हैं, लेकिन मस्क के ट्विटर अधिग्रहण के बाद ये चुनौती बढ़ी हैं। लेकिन यह भी हक़ीक़त है कि, मेटा के थ्रेड्स से पहले ट्विटर को कोई भी गंभीर खतरा नहीं था। थ्रेड्स ने अपने लॉन्च के पहले सप्ताह के भीतर ही 100 मिलियन से अधिक यूजर्स को इकट्ठा कर लिया है, भले ही इसमें ऐसी कई सुविधाएं नहीं थीं जिन्हें ट्विटर यूजर्स महत्व देते हैं।

सार्वजनिक रूप से मस्क के ट्विटर पर कब्ज़ा करने के बाद इस प्लेटफ़ॉर्म की आलोचना की जैसे बाढ़ सी आ गई थी, इसकी प्रमुख वजह, ब्लू टिक की अपारदर्शी नीतियां, कौन क्या कह सकता है, और फिर अमेरिका में संस्कृति युद्धों में फंसने से ऐसा हुआ। बेशक, डोनाल्ड ट्रंप की राजनीति और ट्विटर द्वारा ट्रंप को सेंसर करना आलोचनाओं को आमंत्रित करना था। इसने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म को अमेरिका में अभिव्यक्ति की आज़ादी की बहस के केंद्र में ला दिया और बहस इस पर होने लगी कि, किस हद तक सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म को अपने प्लेटफ़ॉर्म पर सामग्री को फ़िल्टर करना चाहिए या नहीं करना चाहिए। उनकी सार्वजनिक आलोचना और उनके बार-बार के दावे कि वह ट्विटर को बहुत बेहतर तरीके से चला सकते हैं, इसी दावे ने उन्हें ट्विटर पर कब्ज़ा करने के लिए प्रेरित किया था। तब से उन्होंने इसके काम करने के तरीके और इसके कर्मचारियों पर हथौड़ा चलाना शुरू कर दिया था। ट्विटर ने मस्क के अधिग्रहण से पहले अपने 8,000 कर्मचारियों में से 80 प्रतिशत को बर्खास्त कर दिया या ट्विटर उन्हें खुद ही खो दिया था।

जबकि कई ट्विटर यूजर्स मस्क के ट्विटर चलाने से नाखुश थे, उदाहरण के लिए, ट्वीट्स की संख्या पर सीमा निर्धारित करना और ब्लू टिक के लिए फीस का भुगतान करना, तो उनके पास बहुत कम विकल्प रह गए थे। मास्टोडॉन, एक ओपन सोर्स वर्जन है, जिसमें महत्वपूर्ण लोगों का समूह नहीं है, जिसकी ट्विटर चलाने वाले खबर के दीवानों को जरूरत है; हालांकि ब्लूस्काई को हाल ही में कुछ गति मिली है।

मेटा थ्रेड्स का "गुण" इंस्टाग्राम अकाउंट का इस्तेमाल करके थ्रेड्स पर आसान साइन-अप है। आप अपने संपर्कों और फ़ॉलोअर्स को थ्रेड्स में भी बढ़ावा कर सकते हैं, जिससे आपके फ़ॉलोअर्स के लिए भी आपकी थ्रेड पोस्ट देखना आसान हो जाएगा। साइन-अप करना अपेक्षाकृत सहज है और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि यह आपको उन लोगों का एक तैयार समुदाय देता है जिन्हें आप इंस्टाग्राम पर फॉलो करते हैं।

क्या थ्रेड्स वास्तव में ट्विटर के लिए एक गंभीर प्रतियोगी के रूप में उभरेगा? या क्या यह बस इंस्टाग्राम की दुनिया का एक हिस्सा होगा, यानी इंस्टा का एक अन्य साधारण वर्जन? ट्विटर और इंस्टा जगत की जनसांख्यिकी और रुचियां बहुत अलग हैं। दुनिया में जो कुछ भी हो रहा है, ट्विटर उससे जुड़ा हुआ है; जबकि इंस्टा, मेरे साथ क्या हो रहा है तक ही सीमित है! क्या दुनिया के ये उपकरण और, इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि, क्या ये एक दुनिया की संस्कृति से दूसरी के साथ प्रतिस्पर्धा कर सकते हैं? यदि नहीं, तो थ्रेड्स केवल इंस्टा की विजुअल दुनिया के लिए एक टेक्स्ट जुड़ाव होगा, न कि ट्विटर के लिए कोई चुनौती। यदि इसे पुनरुद्देशित किया जा सकता है, और मेटा की मोटी रकम के साथ मस्क द्वारा ट्विटर से निकाले गए प्रतिभाशाली लोगों को काम पर रखने से, क्या वे सफलतापूर्वक मेटावर्स के भीतर एक ट्विटरवर्स बना सकते हैं जिसे जुकरबर्ग बनाना चाहते हैं?

तो, आख़िर मैं यह लेख क्यों लिख रहा हूं? मुझे ट्विटर बनाम थ्रेड्स एक बिल्कुल अलग कारण से दिलचस्प लगते हैं। अब तक, डिजिटल इजारेदारी ने अपने लिए इजारेदारी बना ली थी, जिनमें कुछ ओवरलैप था, विशेष रूप से प्रौद्योगिकी और बुनियादी ढांचे में, लेकिन प्राथमिक "उत्पाद" में नहीं जो वे लोगों को बेच रहे थे। उदाहरण के लिए, गूगल, फेसबुक, और ट्विटर के प्राथमिक व्यवसाय मॉडल, लोगों को विज्ञापनदाताओं को वस्तुओं के रूप में बेचना था - जिसे डलास स्मिथे ने दर्शकों को वस्तु के रूप में गढ़ा था। गूगल का लगभग 85 प्रतिशत राजस्व विज्ञापनों से आता है; फेसबुक का प्रतिशत और भी अधिक है, जो 98 प्रतिशत की सीमा में है। तीनों सोशल मीडिया कंपनियों का बिजनेस मॉडल विज्ञापन हासिल करना और हमें यानी दर्शकों को, विज्ञापनदाताओं को बेचना था।

मस्क की ट्विटर की मुख्य आलोचना यह थी कि इसने अपनी कमाई से कहीं अधिक खर्च किया और इसे अपने 8,000-मजबूत वर्कफोर्स का समर्थन करने के लिए अधिक विज्ञापनों को खींचने की जरूरत थी। यह उनके ट्विटर कर्मचारियों की बड़े पैमाने पर बर्खास्तगी है, जो घटकर 1,500 से भी कम हो गई है, यहां ट्विटर के बुनियादी ढांचे की चरमराती स्थिति पर चिंता करने की जरूरत नहीं है।

अमेज़ॅन का व्यवसाय डिजिटल वॉलमार्ट के समान है; यह दोतरफा इजारेदारी है। वॉलमार्ट, या अधिक सही ढंग से कहे, वह वस्तुओं का एक एकाधिकार खरीदार था और एक इजारेदार विक्रेता भी था: इसने दोनों में बड़े पैमाने पर सफलता हासिल की और अधिक सस्ते में खरीदने की अपनी क्षमता के कारण अपने प्रतिस्पर्धियों को हरा दिया था। चूंकि इसके पास अमेरिका में भौतिक दुकानों का सबसे बड़ा नेटवर्क था, यह थोक में खरीद सकता था, बेहतर छूट हासिल कर सकता था और अपने प्रतिस्पर्धियों की कीमत से कम पर बेच सकता था। अमेज़ॅन के मामले में, यह एक समान दो-तरफा इजारेदारी है: वह एक इजारेदार तब है जब वह उत्पादकों से माल खरीदता है और दूसरा इजारेदार तब है जब वह अपने डिजिटल प्लेटफॉर्म पर बेचता है या लोगों का ध्यान आकर्षित करता है।

चीनी कंपनियों ने, अमेरिकी कंपनियों की तुलना में अलग सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म और टूल बनाए हैं। लेकिन वे अभी भी एक-दूसरे के बाज़ारों में घुसने में सफल नहीं हुए हैं, केवल दक्षिण पूर्व एशिया में एक-दूसरे के साथ प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं। एकमात्र प्रमुख सोशल मीडिया जिसे चीनी कंपनियों ने दुनिया भर के बाजार के लिए बनाया है (भारत को छोड़कर, जहां इसे प्रतिबंधित कर दिया गया है) वह टिकटॉक है। फेसबुक के रील्स और यूट्यूब शॉर्ट्स टिकटॉक को टक्कर देने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन भारत जैसे देशों में प्रतिबंध और अमेरिका में प्रतिबंध के खतरे के बावजूद, टिकटॉक अभी भी बड़ी संख्या में दर्शकों के बीच मौजूद है, खासकर युवा यूजर्स के बीच इसका अभी भी बोलबाला है।

हम और भी उदाहरण ले सकते हैं कि कैसे डिजिटल इजारेदारी बनाई गई हैं या बनाए जा रहे हैं; और क्यों डिजिटल बुनियादी ढांचा इनमें से कुछ कंपनियों को आगे बढ़ने की अनुमति देता है जबकि अन्य को नहीं। यहीं पर डिजिटल बुनियादी ढांचे की गुणवत्ता, या यहां तक कि सही समाधान हासिल करने की मूर्खता, मायने रखती है। सफल लोग अपनी प्रतिभा का दावा करते हैं। मेरे जैसे संशयवादियों का मानना है कि प्रौद्योगिकी और पूंजी का संयोजन एक जरूरी शर्त है, लेकिन अंततः मूर्खता ही विजेता का फैसला करती है! हमारे वीसीआर (वीडियो कैसेट रिकॉर्डर) और वीएचएस बनाम बीटामैक्स प्रतियोगिता का प्रारूप याद है?

ट्विटर के खेल के मैदान में मेटा के प्रवेश से पहले भी, डिजिटल इजारेदारी के बीच प्रतिस्पर्धा मौजूद थी और आज भी तेज हो रही है। लेकिन ये अंतिम उत्पादों में नहीं बल्कि डिजिटल बुनियादी ढांचे और उपकरणों में हैं जिनकी दोनों को जरूरत है। उदाहरण के लिए, माइक्रोसॉफ्ट क्लाउड सेवाओं पर अमेज़ॅन के साथ प्रतिस्पर्धा है; गूगल भी ऐसा ही करता है, क्योंकि उन सभी के पास दूसरों को किराये पर देने के लिए एक विशाल डिजिटल बुनियादी ढांचा है। सभी प्रमुख कंपनी एआई (आर्टिफिसियल इंटेलिजेंस) उपकरण भी बना रहे हैं क्योंकि उन्हें आज के हार्डवेयर बुनियादी ढांचे के बराबर आवश्यक बुनियादी ढांचे के रूप में देखा जाता है। उनमें से कोई भी अपने साम्राज्य के बेस को कमजोर किए बिना किसी अन्य को एआई उपकरणों की इजारेदारी पर अधिकार नहीं जमाने दे सकता है। लेकिन ये सभी प्रतियोगिताएं उन क्षेत्रों में हैं जो उनका मुख्य व्यवसाय नहीं हैं।

तो, अब वे एक-दूसरे से प्रतिस्पर्धा क्यों शुरू कर रहे हैं? जबकि एआई और बुनियादी ढांचे की प्रतिस्पर्धा को समान उपकरणों और बुनियादी ढांचे के उपयोग के परिणाम के रूप में माना जा सकता है, जिस प्रकार की प्रतिस्पर्धा हम थ्रेड्स बनाम ट्विटर के साथ देख रहे हैं वह नई है। यह एक ऐसे कंपनी और मंच पर सीधा हमला है जिसे कमजोर या संकट में देखा जाता है और इसलिए, हमले के लिए तैयार है। मस्क की जहरीली सोशल मीडिया उपस्थिति एक अतिरिक्त बोनस है, क्योंकि यह यूजर्स की एक श्रृंखला को अलग-थलग कर देती है। मस्क के अहंकार के बारे में सुनना और वे ट्विटर को कैसे बदलने जा रहे थे, शायद अपनी छवि में, कट्टर मस्क प्रशंसकों को छोड़कर, उन्हें इसकी जरूरत नहीं थी।

मैं अपनी जादुई बॉल को निकालकर थ्रेड्स बनाम ट्विटर लड़ाई के भविष्य की भविष्यवाणी नहीं करने जा रहा हूं। थ्रेड्स के पास एक विशाल इंस्टा यूजर्स आधार है जो आसानी से इसमें स्थानांतरित हो सकता है। लेकिन इसकी अपनी कमजोरियां भी हैं। पुरानी जनसांख्यिकी किसी एक ऐप से दूसरे ऐप पर माइग्रेट करने की शौकीन नहीं है। इंस्टा पर युवा लोग, क्या वे इंस्टा ऐड-ऑन का इस्तेमाल करके समाचारों में शामिल होना चाहते हैं? क्या जो लोग न केवल ट्विटर की नीतियों में बदलावों से नाखुश हैं, बल्कि इसके अधिक नाजुक तकनीकी ढांचे से भी नाखुश हैं, वे मेटा जैसे सुरक्षित रास्ते तलाश रहे हैं?

इसमें कोई संदेह नहीं है कि मेटा जैसे बड़े विज्ञापनदाताओं को थ्रेड्स में जो दिखता है वह उन्हें पहले से ही पसंद है। लेकिन इसके यूजर्स का क्या? सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म लाइव यूजर्स को अपने प्लेटफ़ॉर्म पर लाने की अपनी क्षमता के माले में जीते और मरते हैं: यूजर्स की उसमें सहभागिता ही उनके भाग्य का फैसला करती है। ट्विटर बनाम थ्रेड्स मैच-अप में यूजर्स क्या करेंगे, इसकी भविष्यवाणी करने के लिए ब्लैक आर्ट की जरूरत होगी; या उनकी जिनके पास मुझसे बेहतर जादुई तरीका है!

मूल रूप से अंग्रेज़ी में प्रकाशित लेख को पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें :

Clash of Twitter Vs Meta’s Threads: Zuckerberg and Musk Fight Over Digital Real Estate

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