महाराष्ट्र: बीजेपी के गले की फाँस बने राज ठाकरे
इस बार के महाराष्ट्र चुनाव की सबसे ख़ास बात यह है कि राज ठाकरे को सुनने आम लोगों की भीड़ उमड़ी रही है जबकि राज ठाकरे और राज ठाकरे की पार्टी का कोई भी उम्मीदवार इस बार के चुनाव में लड़ नहीं रहा है। राज ठाकरे का ऐसा रवैया देखकर दूसरे दल के लोग परेशान हैं। अपने भाषणों में राज ठाकरे प्रधानमंत्री पर जमकर हमला करते हैं। आख़िरकार राज ठाकरे यह क्यों कर रहे हैं? ऐसा करने से किसे फ़ायदा या किसे नुकसान पहुँचेगा? ऐसा करने के पीछे उनकी राजनीतिक मंशा क्या है? इस पर अपनी राय रख रहे हैं वरिष्ठ पत्रकार निखिल वागले।
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