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राज्यसभा की 16 सीटों पर मतदान जारी, भारत में कोविड के 7,584 नए मामले और अन्य खबरें

इस चुनाव में केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण, पीयूष गोयल, कांग्रेस उम्मीदवार रणदीप सुरजेवाला, जयराम रमेश, मुकुल वासनिक और शिवसेना के संजय राउत की किस्मत का फैसला होगा। हालांकि, इनके आसानी से जीत दर्ज करने की उम्मीद है।

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राज्यसभा की 16 सीटों के लिए चार राज्यों में मतदान जारी

दिल्ली/मुंबई/बेंगलुरू/चंडीगढ़: राज्यसभा की 16 सीटों के लिए चार राज्यों में शुक्रवार को मतदान जारी है। कई प्रतिद्वंद्वी दलों ने खरीद-फरोख्त के प्रयासों के आरोपों के बीच अपने विधायकों को होटलों और रिजॉर्ट में ठहरा रखा है।

निर्वाचन आयोग ने चुनाव की निगरानी के लिए विशेष पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की है और पूरी प्रक्रिया का वीडियो बनाया जाएगा।

मतदान सुबह नौ बजे शुरू हुआ और शाम चार बजे तक चलेगा। वोटों की गिनती शाम पांच बजे शुरू की जाएगी।

इस चुनाव में केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण, पीयूष गोयल, कांग्रेस उम्मीदवार रणदीप सुरजेवाला, जयराम रमेश, मुकुल वासनिक और शिवसेना के संजय राउत की किस्मत का फैसला होगा। हालांकि, इनके आसानी से जीत दर्ज करने की उम्मीद है।

आयोग ने हाल ही में 57 राज्यसभा सीटों के लिए द्विवार्षिक चुनाव की घोषणा की थी। उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु, बिहार, आंध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश, ओडिशा, छत्तीसगढ़, पंजाब, तेलंगाना, झारखंड और उत्तराखंड में सभी 41 उम्मीदवारों को पिछले शुक्रवार को निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया गया था।

वहीं, हरियाणा, राजस्थान, महाराष्ट्र और कर्नाटक की 16 सीटों के लिए शुक्रवार को मतदान हो रहा है, क्योंकि उम्मीदवारों की संख्या संबंधित राज्यों में मौजूद सीटों से अधिक है।

महाराष्ट्र में दो दशक से अधिक समय के बाद राज्यसभा चुनाव में मुकाबला देखने को मिल रहा है। राज्य की छह सीटों के लिए सात उम्मीदवार मैदान में हैं।

सूत्रों ने बताया कि महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ महा विकास अघाडी (एमवीए) के घटक दल शिवसेना, राकांपा, कांग्रेस ने अपने विधायकों को मतदान प्रक्रिया शुरू होने तक मुंबई के विभिन्न होटल और रिजॉर्ट में ठहराया था।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, अनिल बोंडे, धनंजय महादिक, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) से प्रफुल्ल पटेल, शिवसेना से संजय राउत, संजय पवार और कांग्रे से इमरान प्रतापगढ़ी छह सीटों के लिए मैदान में हैं। मुकाबला छठी सीट पर भाजपा के महादिक और शिवसेना के पवार के बीच है।

महाराष्ट्र विधानसभा में शिवसेना के 55, राकांपा के 53, कांग्रेस के 44, भाजपा के 106, बहुजन विकास अघाडी (बीवीए) के तीन और समाजवादी पार्टी (सपा), एआईएमआईएम व प्रहार जनशक्ति पार्टी के दो-दो, जबकि मनसे, माकपा, पीडब्ल्यूपी, स्वाभिमानी पार्टी, राष्ट्रीय समाज पक्ष, जनसुराज्य शक्ति पार्टी तथा क्रांतिकारी शेतकारी पार्टी के एक-एक विधायक एवं 13 निर्दलीय सदस्य मौजूद हैं।

वहीं, हरियाणा में दो सीटों के लिए मतदान हो रहा है। सत्तारूढ़ भाजपा और उसके सहयोगी दल जननायक जनता पार्टी (जजपा) के विधायक चंडीगढ़ के पास एक रिजॉर्ट में रुके हुए थे। वहीं, हरियाणा के कांग्रेस विधायकों को छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के एक रिजॉर्ट में ठहराया गया था।

हरियाणा में भाजपा ने पूर्व मंत्री कृष्ण लाल पंवार को मैदान में उतारा है, जबकि अजय माकन कांग्रेस के उम्मीदवार हैं। हरियाणा की 90 सदस्यीय विधानसभा में 40 विधायकों वाली भाजपा के पास एक सीट जीतने के लिए पर्याप्त वोट हैं। वहीं दूसरी सीट के लिए मुकाबला मीडिया उद्योगपति कार्तिकेय शर्मा के मैदान में उतरने के कारण हो रहा है, जो एक निर्दलीय उम्मीदवार हैं। उन्हें भाजपा-जजपा गठबंधन का समर्थन प्राप्त है।

उधर, कर्नाटक में राज्यसभा की चार सीटों के लिए मतदान हो रहा है, लेकिन चौथी सीट के नतीजों को लेकर अब भी संशय की स्थिति बनी हुई है, जिस पर राज्य की तीनों प्रमुख पार्टियां किस्मत आजमा रही हैं, जबकि तीनों के पास ही जीत के लिए जरूरी मत नहीं हैं।

कर्नाटक की चार राज्यसभा सीटों के लिए जो उम्मीदवार मैदान में हैं, उनमें भाजपा की ओर से केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, निवर्तमान विपरिषद सदस्य लहर सिंह सिरोया और अभिनेता जग्गेश शामिल हैं। वहीं, कांग्रेस ने पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश और पार्टी की राज्य इकाई के महासचिव मंसूर अली खान को मैदान में उतारा है। जद(एस) की ओर से कुपेंद्र रेड्डी उच्च सदन पहुंचने की दौड़ में शामिल हैं।

कर्नाटक में विधानसभा के सदस्यों की संख्या के हिसाब से एक उम्मीदवार को जीतने के लिए 45 विधायकों का समर्थन चाहिए। मौजूदा संख्याबल के हिसाब से भाजपा दो सीटों और कांग्रेस एक सीट पर जीत सकती है। भाजपा के पास अपने दम पर दो प्रत्याशियों (सीतारमण और जग्गेश) को जिताने के बाद अतिरिक्त 32 विधायक होंगे।

वहीं, जयराम रमेश को जिताने के लिए आवश्यक मतों के बाद कांग्रेस के पास 25 अतिरिक्त विधायकों का समर्थन है, जबकि जद(एस) के पास 32 विधायक हैं, जो इस चुनाव में अपने प्रत्याशी को जीत दिलाने के लिए पर्याप्त नहीं है।

राजस्थान में भी कांग्रेस विधायकों एवं पार्टी समर्थक निर्दलीय सदस्यों को राज्यसभा चुनाव से पहले खरीद-फरोख्त की आशंका के बीच उदयपुर के एक होटल में ठहराया गया था। कांग्रेस ने राज्यसभा चुनाव में तीन उम्मीदवार मुकुल वासनिक, प्रमोद तिवारी और रणदीप सुरजेवाला को चुनाव मैदान में उतारा है। वहीं, भाजपा ने पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के आलोचक रहे पूर्व मंत्री घनश्याम तिवाड़ी को अपना उम्मीदवार बनाया है।

विधानसभा में संख्या बल के आधार पर कांग्रेस दो सीटों और भाजपा एक सीट पर आसानी से जीत दर्ज कर लेगी। हालांकि, दिलचस्प मुकाबला चौथी सीट के लिए है।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) समर्थित मीडिया कारोबारी सुभाष चंद्रा के राज्यसभा चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में नामांकन दाखिल करने से मुकाबला दिलचस्प हो गया है।

भारत में कोविड के 7,584 नए मामले सामने आए, 24 मरीजों की मौत

नयी दिल्ली/भाषा: भारत में कोविड-19 के एक दिन में 7,584 नए मामले सामने आने से संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 4,32,05,106 हो गयी जबकि उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 36,267 पर पहुंच गयी है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सुबह आठ बजे तक अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, 24 और मरीजों की मौत होने से मृतकों की संख्या बढ़कर 5,24,747 हो गयी है। उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 3,769 की वृद्धि हुई है और यह संक्रमण के कुल मामलों का 0.08 प्रतिशत है जबकि कोविड-19 से स्वस्थ होने की राष्ट्रीय दर 98.70 प्रतिशत है।

आंकड़ों के अनुसार, संक्रमण की दैनिक दर 2.26 प्रतिशत दर्ज की गयी जबकि साप्ताहिक संक्रमण दर 1.50 प्रतिशत दर्ज की गयी। इस बीमारी से उबरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 4,26,44,092 हो गयी है जबकि मृत्यु दर 1.21 प्रतिशत है। देशव्यापी कोविड-19 रोधी टीकाकरण अभियान के तहत अभी तक 194.76 करोड़ खुराकें दी गयी है।

गौरतलब है कि देश में सात अगस्त 2020 को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त 2020 को 30 लाख और पांच सितंबर 2020 को 40 लाख से अधिक हो गई थी। संक्रमण के कुल मामले 16 सितंबर 2020 को 50 लाख, 28 सितंबर 2020 को 60 लाख, 11 अक्टूबर 2020 को 70 लाख, 29 अक्टूबर 2020 को 80 लाख और 20 नवंबर को 90 लाख के पार चले गए थे।

देश में 19 दिसंबर 2020 को ये मामले एक करोड़ से अधिक हो गए थे। पिछले साल चार मई को संक्रमितों की संख्या दो करोड़ और 23 जून 2021 को तीन करोड़ के पार पहुंच गई थी।

स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अब तक जिन लोगों की कोरोना वायरस के संक्रमण से मौत हुई है, उनमें से 70 प्रतिशत से अधिक को अन्य बीमारियां भी थीं।

उच्च न्यायालय ने राज्यसभा में मतदान करने के लिए रिहाई की नवाब मलिक की याचिका ठुकराई

मुंबई/भाषा: बंबई उच्च न्यायालय ने शुक्रवार को महाराष्ट्र के मंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) नेता नवाब मलिक की उस याचिका को खारिज कर दिया जिसमें उन्होंने राज्यसभा चुनाव में मतदान के लिए जेल से रिहा करने की अनुमति मांगी थी।

मलिक ने याचिका में कहा था कि या तो उन्हें बांड पर हिरासत से रिहा किया जाए या मतदान के लिए पुलिस के साथ विधान भवन जाने की अनुमति दी जाए।

न्यायमूर्ति पी. डी. नाइक की एकल पीठ ने कहा कि हालांकि, मलिक ने याचिका में ‘जमानत’ शब्द का उल्लेख नहीं किया है फिर भी उनकी याचिका का आशय जमानत की अनुमति ही था इसलिए उन्हें विशेष अदालत के फैसले को चुनौती देते हुए अपील करनी चाहिए जिसने बृहस्पतिवार को मलिक को अस्थायी जमानत देने से इनकार कर दिया। उच्च न्यायालय ने कहा कि वह मलिक की याचिका को स्वीकार कर गलत उदाहरण पेश नहीं करना चाहता।

इसके साथ ही पीठ ने मंत्री के वकील अमित देसाई को याचिका में संशोधन करने और फिर समुचित राहत पाने की याचना करने की अनुमति दी। मलिक की याचिका को बृहस्पतिवार को विशेष अदालत ने खारिज कर दिया था जिसके बाद उन्होंने उच्च न्यायालय का रुख किया। 

चेर्नोबिल परमाणु संयंत्र की निगरानी प्रणालियों के साथ आईएईए का संपर्क टूटा

वियना/मास्को/भाषा: यूक्रेन में चेर्नोबिल परमाणु ऊर्जा संयंत्र ने अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) को डाटा देना बंद कर दिया है। संयुक्त राष्ट्र परमाणु निगरानी संस्था ने यह जानकारी दी।

संस्था ने उत्तरी यूक्रेन में परमाणु स्थल पर रूसी सैनिकों के अधीन काम करने वाले कर्मचारियों को लेकर गहरी चिंता व्यक्त की।

चेर्नोबिल संयंत्र को पिछले महीने रूसी सेना ने अपने कब्जे में ले लिया था।

संस्था ने कहा कि यूक्रेन में चेर्नोबिल परमाणु ऊर्जा संयंत्र में स्थापित निगरानी प्रणालियों के साथ आईएईए का संपर्क टूट गया है।

चेर्नोबिल संयंत्र वर्तमान में चालू नहीं है। आईएईए ने यूक्रेन के परमाणु नियामक से मिली जानकारी का हवाला देते हुए कहा कि इस संयंत्र में निष्क्रिय रिएक्टरों के साथ-साथ रेडियोधर्मी अपशिष्ट केन्द्र भी हैं।

वियना स्थित एजेंसी ने मंगलवार को एक बयान में कहा, ‘‘आईएईए के महानिदेशक राफेल ग्रॉसी ने ‘‘संकेत दिया कि चेर्नोबिल एनपीपी में स्थापित सुरक्षा उपायों की निगरानी प्रणाली से रिमोट डाटा का प्रेषण बंद हो गया है।’’

इसमें कहा गया है, ‘‘एजेंसी यूक्रेन में अन्य स्थानों पर सुरक्षा उपायों की निगरानी प्रणाली की स्थिति देख रही है और जल्द ही आगे की जानकारी दी जायेगी।’’

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने 24 फरवरी को यूक्रेन के खिलाफ एक विशेष सैन्य अभियान के आदेश दिये थे।

आईएईए ने कहा कि कर्मचारी पिछले 13 दिनों से दुनिया की सबसे भीषण परमाणु आपदा की जगह पर प्रभावी ढंग से रह रहे हैं और उनकी भोजन, पानी और दवा तक सीमित मात्रा में पहुंच है, और उनकी स्थिति ‘‘बिगड़’’ रही है।

आईएईए के प्रमुख राफेल ग्रॉसी ने बयान में कहा, ‘‘मैं चेर्नोबिल परमाणु ऊर्जा संयंत्र में कर्मचारियों के सामने आने वाली कठिन और तनावपूर्ण स्थिति और परमाणु सुरक्षा के लिए संभावित खतरों के बारे में बहुत चिंतित हूं।’’

इस बीच, रूस ने बुधवार को कहा कि चेर्नोबिल परमाणु ऊर्जा संयंत्र की स्थिति रूसी सैनिकों, यूक्रेनी विशेषज्ञों और नेशनल गार्ड द्वारा संयुक्त रूप से नियंत्रित की जाती है।

रूसी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया जखारोवा ने कहा, ‘‘वर्तमान में, चेर्नोबिल एनपीपी में स्थिति पर नियंत्रण रूसी सैनिकों, यूक्रेनी विशेषज्ञों, संयंत्र के कर्मियों और उस देश के नेशनल गार्ड द्वारा संयुक्त रूप से किया जा रहा है।’’

रूस की सरकारी समाचार एजेंसी ‘तास’ ने उनके हवाले से कहा कि चेर्नोबिल संयंत्र में 20 गुना विकिरण वृद्धि के बारे में यूक्रेन के आरोप सच नहीं हैं।

जखारोवा ने रूस की कार्रवाई का बचाव करते हुए कहा, ‘‘इस खतरनाक स्थिति में रूसी सेना की कार्रवाई यूक्रेनी राष्ट्रवादियों से परमाणु उकसावे को रोकने के लिए जरूरी थी, जिनके पास खोने के लिए कुछ भी नहीं है। वास्तव में, उन्हें ऐसा करने के लिए प्रशिक्षित किया गया है। यही कारण है कि रूसी सैनिक यूक्रेन के परमाणु संयंत्रों को नियंत्रण में ले रहे हैं।

दिल्ली की जामा मस्जिद और कई अन्य शहरों में नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल के ख़िलाफ़ प्रदर्शन

पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ भाजपा नेताओं की विवादित टिप्पणी पर बवाल बढ़ता ही जा रहा है। पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ भड़काऊ टिप्पणी का विरोध करने व भाजपा नेताओं नुपुर शर्मा और नवीन कुमार जिंदल की गिरफ़्तारी की मांग करने के लिए शुक्रवार को बड़ी संख्या में लोग दिल्ली की जामा मस्जिद में जमा हुए और जमकर नारेबाजी की।

जुमा की नमाज के बाद देश के कई शहरों में नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन हुए। कुछ जगह प्रदर्शन उग्र हो गए और पुलिस को कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए भारी मशक्कत करनी पड़ी।

दिल्ली के जामा मस्जिद, कोलकाता और यूपी के कई शहरों में नमाज़ के बाद विरोध प्रदर्शन आयोजित किए गए। प्रयागराज और हावड़ा में प्रदर्शन उग्र होने से प्रदर्शनकारी और पुलिस आमने सामने या गए। बताया जा रहा है कि हावड़ा में प्रदर्शनकारियों पर काबू पाने के लिए पुलिस ने आँसू गैस के गोले भी दागे।

जामा मस्जिद परिसर में बड़ी संख्या में लोग एकत्र हुए जिनमें से कुछ ने तख्तियां ले रखी थीं। 

यूपी के प्रयागराज और सहारनपुर में भी जमकर प्रदर्शन हुए। देवबंद में पुलिस ने कुछ प्रदर्शनकारियों को भी हिरासत में लिया है।

जामा मस्जिद के शाही इमाम ने हालांकि प्रदर्शन के बाद दिए अपने बयान में कहा कि मस्जिद की ओर से विरोध का कोई आह्वान नहीं किया गया था।

शाही इमाम अहमद बुखारी ने कहा कि “हम नहीं जानते कि कौन लोग विरोध कर रहे थे। मुझे लगता है कि वे एआईएमआईएम या असदुद्दीन ओवैसी के कार्यकर्ता रहे होंगे। हमने साफ कर दिया कि अगर वे विरोध करना चाहते हैं तो कर सकते हैं, लेकिन हम उनका समर्थन नहीं करेंगे।"

दिल्ली पुलिस ने बाद में प्रदर्शनकारियों को हटाया और कहा कि स्थिति नियंत्रण में है।  पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि कुछ लोग थोड़े समय बाद वहां से चले गए लेकिन कुछ लोग जमे रहे। उन्होंने कहा कि शांतिपूर्ण तरीके से शुरू हुआ प्रदर्शन करीब 10 से 15 मिनट तक चला।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने इस मामले के तूल पकड़ने के बाद मजबूरी में अपनी राष्ट्रीय प्रवक्ता नुपुर शर्मा को निलंबित और पार्टी के दिल्ली मीडिया सेल के प्रमुख नवीन कुमार जिंदल को पैगंबर मुहम्मद के खिलाफ उनके विवादास्पद बयानों के लिए निष्कासित कर दिया था।

दिल्ली पुलिस ने कथित रूप से नफरत फैलाने और धार्मिक भावनाओं को आहत करने के मामले में एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी और विवादास्पद संत यति नरसिंहानंद समेत 31 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। पूर्व भाजपा प्रवक्ता नुपुर शर्मा के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है। प्राथमिकी में भाजपा की दिल्ली इकाई के पूर्व मीडिया प्रमुख नवीन कुमार जिंदल और पत्रकार सबा नकवी के भी नाम हैं।

सांप्रदायिक तनाव के कारण डोडा, किश्तवाड़ में कर्फ्यू तो भद्रवाह, किश्तवाड़ में इंटरनेट बंद

जम्मू: जम्मू-कश्मीर में अधिकारियों ने शुक्रवार को सांप्रदायिक तनाव उत्पन्न करने के प्रयासों को विफल करने के लिए डोडा और किश्तवाड़ जिलों में कर्फ्यू लगा दिया, जबकि भद्रवाह व किश्तवाड़ शहरों में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गईं।

केंद्रीय मंत्री एवं स्थानीय सांसद जितेंद्र सिंह ने बुजुर्गों और समुदाय के प्रमुखों से इस मुद्दे को सुलझाने तथा सद्भाव बनाए रखने के लिए मिलकर काम करने की अपील की।

भड़काऊ भाषणों के कथित वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर प्रसारित हो गए थे। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और लोगों को आगाह किया है कि कानून अपने हाथ में न लें।

जम्मू क्षेत्र के संभागीय आयुक्त रमेश कुमार ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘स्थिति अभी शांतिपूर्ण है। हालांकि, एहतियाती तौर पर डोडा और किश्तवाड़ जिलों में कर्फ्यू लगाया गया है।’’

अधिकारियों के मुताबिक, अफवाह फैलने से रोकने के लिए भद्रवाह और किश्तवाड़ में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं।

उन्होंने बताया कि इससे पहले सांप्रदायिक तनाव के मद्देनजर एहतियाती तौर पर भद्रवाह में बृहस्पतिवार रात कर्फ्यू लगा दिया गया था।

नुपुर शर्मा के खिलाफ भड़काऊ भाषण कथित तौर पर एक मस्जिद से दिया गया था। वहीं, एक अन्य घटना में किसी ने सोशल मीडिया पर एक आपत्तिजनक पोस्ट साझा किया था, जिससे तनाव और बढ़ गया। दोनों मामलों में प्राथमिकी दर्ज की गई है। पुलिस ने आगाह किया है कि कानून का उल्लंघन करने वाले किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा।

पुलिस के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘भड़काऊ भाषण मामले में कार्रवाई की गई है। भद्रवाह थाने में भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 295-ए और 506 के तहत मामला दर्ज किया गया है। कानून हाथ में लेने वाले किसी भी शख्स को बख्शा नहीं जाएगा।’’

केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि वह भद्रवाह में अप्रिय स्थिति से बेहद दुखी हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘मैं दोनों समुदायों के बुजुर्गों और प्रमुखों से विनम्रतापूर्वक अपील करता हूं कि वे पारंपरिक सद्भाव बनाए रखने को एक साथ आएं, जिसके लिए खूबसूरत शहर भद्रवाह को हमेशा से जाना जाता है।’’

सिंह ने कहा, ‘‘मैं लगातार डोडा के उपायुक्त (डीसी) विकास शर्मा और जम्मू के मंडलायुक्त (एसएसपी) रमेश कुमार के संपर्क में हूं। दोनों अभी भद्रवाह में मौजूद हैं और व्यक्तिगत रूप से स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं।’’

इस बीच, नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता एवं जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट किया, ‘‘उम्मीद करता हूं कि लोग संयम से काम लेंगे। जम्मू-कश्मीर में भद्रवाह और उसके आसपास फैले सांप्रदायिक तनाव के अलावा पहले से ही कई समस्याएं हैं। मैं सभी से शांति बनाए रखने की अपील करता हूं। मैं अपने पार्टी सहयोगियों से स्थिति को जल्द से जल्द सामान्य बनाने में मदद देने का आग्रह करता हूं। ’’

बिहार : नूपुर शर्मा, नवीन जिंदल, यति नरसिंहानंद के ख़िलाफ़ अदालत में अर्जी

मुजफ्फरपुर/भाषा: पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ कथित अपमानजनक टिप्पणी करने को लेकर विवादों में घिरी भाजपा की निलंबित नेता नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल के खिलाफ शुक्रवार को जिले की एक अदालत में अर्जी दी गई है।

मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में सामाजिक कार्यकर्ता एम. राजू नैयर द्वारा दी गई अर्जी में नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल के साथ स्वामी यति नरसिंहानंद, जिनका इसी तरह का भड़काऊ बयान सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है, का नाम भी सहआरोपी के रूप में दिया गया है।

नैयर के वकील मनोज सिंह के माध्यम से दायर उक्त याचिका में आरोप लगाया गया है कि शर्मा, जिंदल और नरसिंहानंद के बयान से सांप्रदायिक हिंसा भड़क सकती है।

भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं में आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई का अनुरोध करने वाली उक्त याचिका पर 21 जून को सुनवाई होने की संभावना है।

शर्मा ने ज्ञानवापी विवाद पर एक टीवी चर्चा के दौरान पैगंबर के बारे में कथित रूप से आपत्तिजनक बयान दिया था और जिंदल ने अपने ट्विटर हैंडल पर अपमानजनक टिप्पणी पोस्ट की थी। दोनों नेताओं को उनकी पार्टी ने निलंबित कर दिया है, वहीं कई इस्लामी देशों ने उनके बयानों पर आपत्ति जतायी है।

दोनों नेताओं के खिलाफ दिल्ली और मुंबई में पुलिस ने मामला दर्ज किया है।

नरसिंहानंद औपचारिक रूप से भाजपा से नहीं जुड़े हैं। उन्हें इस साल की शुरुआत में एक सार्वजनिक समारोह में मुसलमानों और महिलाओं के खिलाफ कथित रूप से आपत्तिजनक टिप्पणी करने के लिए गिरफ्तार किया गया था।

पैगंबर पर कथित रूप से आपत्तिजनक टिप्पणी के संबंध में दिल्ली में दर्ज एक प्राथमिकी में वह भी नामजद हैं।

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