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बंगाल: जादू-टोना के शक में एक बुज़ुर्ग आदिवासी दंपति की पीट-पीटकर हत्या!

आरोप है कि तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के हेडमेन ने ग्रामीणों को आदिवासी दंपति के ख़िलाफ़ भड़काया था।
Tribal Couple Lynched
प्रतीकात्मक तस्वीर। फाइल फ़ोटो

कोलकाता: पश्चिम बंगाल के बीरभूम ज़िले के नोआपारा गांव में शनिवार को जादू-टोना के शक में ग्रामीणों ने एक बुज़ुर्ग आदिवासी दंपति की लिंचिंग (पीट-पीटकर हत्या) कर दी गई। आरोप है कि तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के हेडमेन ने ग्रामीणों को आदिवासी दंपति के ख़िलाफ़ भड़काया था। इसके अलावा पुलिस, गांव के पुजारी की भी तलाश कर रही है, जिसने कथित तौर पर कहा था कि दंपति ने जादू-टोना किया था।

पांडु हेम्ब्रम और उनकी पत्नी पार्वती (आदिवासी दंपति) पर आरोप लगा कि उन्होंने टीएमसी सदस्य और पूर्व मुखिया रुबाई बेशरा की पत्नी पर जादू-टोना किया जिसके बाद दंपति को उनके घर के सामने बांस के डंडों से पीट-पीटकर मार डाला गया।

टीएमसी प्रमुख सोम मुर्मू ने दंपति के भतीजे को उनकी मौत की सूचना दी और उन्हें शवों को अस्पताल ले जाने के लिए कहा। ग्रामीणों के गुस्से के डर से, पुलिस और बेशरा ने कथित तौर पर ज़ोर देकर भतीजे को कहा कि वो पोस्टमार्टम के बाद शवों का जल्द से जल्द अंतिम संस्कार कर दें।

बाद में, लिंचिंग की ख़बर फैलने के बाद मुर्मू और बेशरा भाग गए और पड़ोसी गांवों के सैकड़ों निवासी नोआपारा पहुंचे। बाद में बेशरा को गिरफ़्तार कर लिया गया।

आदिवासी रीति-रिवाज़ों के मुताबिक़, गांव का मुखिया अंतिम संस्कार में शामिल होता है। चूंकि मुर्मू फ़रार था, इसलिए रविवार दोपहर तक 20 घंटे से अधिक समय तक शवों का अंतिम संस्कार नहीं किया गया।

स्थानीय सूत्रों के अनुसार, हेम्ब्रम को शायद इसलिए पीट-पीट कर मार डाला गया क्योंकि वह हठी था और कठिनाइयों में साथी ग्रामीणों की मदद करता था, इस चीज़ से मुर्मू को कथित तौर पर काफ़ी परेशानी थी। मुर्मू के शब्द एक तरह से गांव के लिए अनकहे कानून की तरह हैं।

जादू-टोने के आरोप में आदिवासियों की यह दूसरी लिंचिंग है। पिछले हफ़्ते पश्चिम मेदिनीपुर ज़िले के देबरा गांव में टीएमसी के कुछ कथित सदस्यों ने एक प्राथमिक स्कूल के प्रधानाध्यापक लखीराम टुडू की पीट-पीटकर हत्या कर दी थी।

राज्य के आदिवासी गांवों में जादू-टोना के शक में बुज़ुर्ग दंपतियों की लिंचिंग मानो आम बात हो गई है। वाम दलों के 34 साल के शासन में पुलिस और प्रशासन द्वारा अपराधियों के ख़िलाफ़ सख्त कार्रवाई के दौरान ऐसी बहुत कम घटनाएं दर्ज की गईं थीं।

अंग्रेज़ी में प्रकाशित मूल ख़बर को पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें :

Tribal Couple Lynched on Suspicion of Witchcraft in Bengal Village

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