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क़ब्ज़े वाली फ़िलिस्तीनी भूमि की इज़रायली योजना के ख़िलाफ़ दुनिया भर में विरोध प्रदर्शन

इज़रायल ने घोषणा की थी कि वह आज यानी 1 जुलाई से एनेक्सेशन की प्रक्रिया शुरू करेगा।

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वेस्ट बैंक में क़ब्ज़े वाले फिलिस्तीनी भूमि के कुछ हिस्सों को इज़रायल के प्रस्तावित एनेक्सेशन योजना की निंदा करने के लिए दुनिया भर में कई स्थानों पर और वर्चुअल प्लेटफार्मों पर विरोध प्रदर्शन आज यानी 1 जुलाई को किए जा रहे हैं। अगर इज़रायल इस फैसले के साथ आगे बढ़ता है तो ये प्रदर्शनकारी इज़रायल के ख़िलाफ़ अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों की भी मांग कर रहे हैं।

पैलेस्टिनियन बॉयकॉट, डाइवेस्ट एंड सैंक्शंस (बीडीएस) सहित विभिन्न नागरिक समाज आंदोलन एक साथ आए हैं और अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा, जर्मनी और स्पेन जैसे देशों में इस तरह के विरोध प्रदर्शनों का आयोजन किया है।

इज़रायल ने घोषणा की है कि वह इस साल जनवरी में प्रस्तावित डोनाल्ड ट्रम्प की तथाकथित "मध्य पूर्व शांति योजना" के अनुसार 1 जुलाई को जॉर्डन घाटी सहित क़ब्ज़े वाले वेस्ट बैंक के कुछ हिस्सों के एनेक्सेशन की प्रक्रिया शुरू कर देगा। ट्रम्प की योजना ने एक स्वतंत्र फिलिस्तीनी राज्य के बदले में वेस्ट बैंक की 30% भूमि इज़रायल को प्रस्तावित की थी। फिलिस्तीनी और अधिकांश विश्व समुदाय ने इस योजना को एकतरफा और इज़रायल का पक्षपाती बताते हुए ख़ारिज कर दिया है और इज़रायल को अपने प्रस्तावित एनेक्सेशन योजना के साथ आगे नहीं बढ़ने की चेतावनी दी थी क्योंकि यह द्वि-राज्य समाधान को समाप्त कर देगा और इस क्षेत्र में शांति की संभावनाओं को समाप्त कर देगा।

इज़रायल के फैसले को लेकर फिलिस्तीन और दुनिया के विभिन्न हिस्सों में कई विरोध प्रदर्शन पहले से ही आयोजित किए जा चुके हैं। कल यानी 30 जून को गाजा में कई समूहों ने गाजा शहर में इसके ख़िलाफ़ विरोध प्रदर्शन किया।

इस बीच मंगलवार 30 जून को वरमोंट के सीनेटर और पूर्व डेमोक्रेटिक राष्ट्रपति पद के आशावादी बर्नी सैंडर्स हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव के अपने चार डेमोक्रेटिक सहयोगियों अलेक्जेंड्रिया ओकासियो-कॉर्टेज़, रशीदा तालीब, प्रमिला जयपाल और बेट्टी मैककोलम के साथ शामिल हो गए। उन्होंने सरकार से इज़रायल द्वारा इस फैसले के साथ आगे बढ़ने पर इज़़रायल को 3.8 बिलियन अमेरिकी डॉलर की वार्षिक सहायता में कटौती करने या वापस लेने को कहा।

ब्रिटेन में 29 जून को लेबर पार्टी के सांसदों के सोशलिस्ट कैंपेन ग्रुप ने इज़रायल के ख़िलाफ़ एक बयान जारी करते हुए प्रतिबंधों की मांग की है। इसमें कहा गया है कि अगर इज़रायल प्रस्तावित एनेक्सेशन योजना के साथ आगे बढ़ता है तो प्रतिबंध लगाया जाए। इस बयान पर जेरेमी कॉर्बिन सहित 25 सांसदों ने हस्ताक्षर किए थे।

29 जून को कनाडा के टोरंटो में प्रस्तावित एनेक्सेशन के विरोध में बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हुए। कई विरोध प्रदर्शन आज होने के लिए निर्धारित है।

28 जून को फ्रांस में इसी तरह के विरोध प्रदर्शन आयोजित किए गए थे जहां पेरिस में इस एनेक्सेशन योजना की निंदा और प्रतिबंधों की मांग करते हुए हज़ारों लोग इकट्ठा हुए।

दक्षिण अफ्रीका में एक्टिविस्ट और नेताओं सहित 250 से अधिक प्रमुख व्यक्तियों ने बीडीएस मूवमेंट के साउथ अफ्रीकन चैप्टर द्वारा जारी किए गए बयान का समर्थन किया। इसने इन क्षेत्रों के एनेक्सेशन के लिए इज़रायल की एकतरफा योजनाओं का विरोध किया था।

बीडीएस दक्षिण अफ्रीका ने ट्वीट में लिखा कि अफ्रीकी राष्ट्रीय कांग्रेस ने फिलिस्तीनियों के ख़िलाफ़ "नस्लवादी रंगभेद" को जारी रखने को लेकर इज़़रायल के ख़िलाफ़ अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों की मांग की।

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