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जगनमोहन रेड्डी ने आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में ली शपथ

रेड्डी ने वियजवाड़ा के आईजीएमसी स्टेडियम में आयोजित समारोह में पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं की उपस्थिति में दोपहर 12 बजकर 23 मिनट पर तेलुगू भाषा में शपथ ली। गुरुवार को सिर्फ रेड्डी ने शपथ ली है। उनकी मंत्रिपरिषद सात जून को शपथ लेगी।
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आंध्र प्रदेश विधानसभा चुनाव में वाईएसआर कांग्रेस को प्रचंड बहुमत से जीत दिलाने वाले वाई एस जगनमोहन रेड्डी ने गुरुवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण की।आंध्र के विभाजन के बाद जगन मोहन रेड्डी ने दूसरे मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली।जानकारी के लिए बता दें कि वाइ एस रेड्डी आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वाई.एस राजशेखर रेड्डी के बेटे है।

राज्यपाल ई एस एल नरसिम्हन ने 46 वर्षीय नेता को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। उनकी पार्टी को विधानसभा की 175 में से 151 सीटें मिली हैं।
वाईएसआर कांग्रेस ने पांच साल पहले तेलंगाना के गठन के बाद आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री बने एन. चन्द्रबाबू नायडू की टीडीपी को बुरी तरह हराया है। इसके साथ ही, वाईएसआर कांग्रेस ने राज्य की 25 लोकसभा सीटों में से 22 पर जीत दर्ज की है।

रेड्डी ने वियजवाड़ा के आईजीएमसी स्टेडियम में आयोजित समारोह में पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं की उपस्थिति में दोपहर 12 बजकर 23 मिनट पर तेलुगू भाषा में शपथ ली। गुरुवार को सिर्फ रेड्डी ने शपथ ली है। उनकी मंत्रिपरिषद सात जून को शपथ लेगी।

तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चन्द्रशेखर राव, द्रमुक प्रमुख एम. के. स्टालिन और पुडुचेरी के स्वास्थ्य मंत्री मलादी कृष्ण राव विशेष अतिथि थे। तेलंगाना के उपमुख्यमंत्री महमूद अली, विधानसभा के अध्यक्ष पोचाराम श्रीनिवास रेड्डी, मंत्री टी. श्रीनिवास यादव भी शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए।

रेड्डी की मां और वाईएसआर की मानद अध्यक्ष वाई एस विजयम्मा, उनकी पत्नी भारती और बहन शर्मिला के अलावा परिवार के अन्य सदस्य भी वहां मौजूद थे। जगनमोहन रेड्डी ने अकेले ही मुख्यमंत्री पद की शपथ ली, वहीं उनके मंत्रिमंडल का गठन 7 जून को हो सकता है। 

जगन मोहन रेड्डी ने कांग्रेस से अलग होकर सात दिसंबर, 2010 को नई पार्टी के गठन का ऐलान किया था। मार्च 2011 में जगन मोहन रेड्डी ने अपने पिता वाईएस राजशेखर रेड्डी के नाम पर नई पार्टी का ऐलान किया। इसके बाद जगन मोहन ने अपनी पार्टी का नाम वाईएसआर कांग्रेस रखा। यहीं से उनके राजनीतिक सफर की एक नई शुरुआत हुई। लोकसभा चुनाव (2009) में जगन मोहन रेड्डी ने कडपा संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़ा और पहली बार जीतकर संसद पहुंचे।

जगन मोहन रेड्डी की जिंदगी की कहानी एक दम फिल्मों जैसी है।  सफल कारोबारी से नेता और फिर राज्य के मुख्यमंत्री बनने तक के सफर में उन्होंने कड़ा संघर्ष किया।

(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)

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