पुलिस हिरासत की कहानी, हिंदू के पत्रकार उमर राशिद की ज़ुबानी
नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के विरोध के दौरान 19 दिसंबर को उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में भड़की हिंसा के मामले में पुलिस ने अगले दिन 20 दिसंबर को अंग्रेजी समाचार पत्र द हिंदू के विशेष संवाददाता उमर राशिद को हिरासत में लिया गया। हालांकि बाद में उन्हें छोड़ दिया गया, लेकिन इस दौरान उनसे अभद्र व्यवहार भी किया गया। पत्रकार संगठनों ने इस पूरी कार्रवाई को लेकर गहरी चिंता और गुस्सा जताया है। इस दौरान उमर के साथ सामाजिक कार्यकर्ता रॉबिन वर्मा भी थे। पुलिस ने उन्हें भी हिरासत में लिया। इस पूरे घटनाक्रम पर लखनऊ में न्यूज़क्लिक के लिए असद रिज़वी ने उमर राशिद से बात की।
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