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क्रिकेट विश्वकप : इंग्लैंड जीता लेकिन न्यूज़ीलैंड हारा नहीं

अगर सच कहें तो इस विश्व कप फाइनल में कोई हारा नहीं, बल्कि दोनों ही टीम जीतीं। इसलिए क्रिकेट की नज़र से दोनों ही टीम विजेता रहीं और बराबर-बराबर कप की हक़दार।
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Pic: @CricketWorldCup twitter

क्रिकेट विश्व कप का फाइनल वाकई कई मायनों में यादगार होने के साथ विवादित भी हो गया है। अगर सच कहें तो इस विश्व कप फाइनल में कोई हारा नहीं, बल्कि दोनों ही टीम जीतीं। इसलिए क्रिकेट की नज़र से दोनों ही टीम विजेता रहीं और बराबर-बराबर कप की हक़दार। हालांकि अंतिम नियम न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ और इंग्लैंड के पक्ष में गया।

रविवार रात खेले गए विश्व कप फाइनल मुकाबले के बाद इंग्लैंड में खुशी है तो न्यूज़ीलैंड में ग़म का माहौल। न्यूज़ीलैंड में क्रिकेट प्रेमियों से लेकर मीडिया तक किसी को ये नतीजा समझ नहीं आ रहा और सभी ने इसकी आलोचना की है।  

कीवी मीडिया ने कहा, अटपटे नियम से छली गई उनकी टीम

‘22 नायकों के साथ क्रिकेट विश्व कप का फाइनल और कोई विजेता नहीं,’ न्यूजीलैंड के एक अखबार में सोमवार को छपा शीर्षक पूरी कहानी बयां करता है और यहां मीडिया का मानना है कि आईसीसी के अटपटे नियम के कारण उनकी टीम ‘छली’ गई है।

रविवार को लाडर्स पर नाटकीय फाइनल में निर्धारित ओवरों और सुपर ओवर में स्कोर बराबर रहने के बाद चौकों छक्कों की संख्या के आधार पर विजेता का निर्धारण हुआ।

स्टफ डाट काम डाट न्यूजीलैंड ने लिखा,‘‘ क्रिकेट विश्व कप फाइनल : चौकों छक्कों की गिनती ने न्यूजीलैंड को जीत से महरूम किया।’’

‘न्यूजीलैंड हेराल्ड’ ने लिखा,‘‘ क्रिकेट विश्व कप फाइनल : 22 नायक और कोई विजेता नहीं।’’

एक अन्य कालम में लिखा ,‘‘ ओवरथ्रो के लिये इंग्लैंड को छह नहीं , पांच रन मिलने चाहिये थे ।’’

न्यूजीलैंड के पूर्व कोच माइक हेसन ने कहा कि विश्व कप फाइनल का फैसला सुपर ओवर के आधार पर नहीं किया जाना चाहिये था।

उन्होंने अपने कालम में लिखा ,‘‘ केन विलियमसन और इयोन मोर्गन दोनों को कप दिया जाना चाहिये था। इस तरह का फाइनल कोई भी टीम नहीं हारना चाहेगी। न्यूजीलैंड के कप्तान विलियमसन के हाथ में भी कप होना चाहिये था।’’

हेसन ने कहा ,‘‘ नाकआउट चरण में फैसला सुपर ओवर पर हो सकता है लेकिन फाइनल में नहीं।’’

इंग्लैंड को विश्व कप जीतना ही था : प्लंकेट

इंग्लैंड के तेज गेंदबाज लियाम प्लंकेट का मानना है कि इंग्लैंड को विश्व कप जीतना ही था हालांकि उन्होंने स्वीकार किया कि न्यूजीलैंड के खिलाफ फाइनल के आखिरी ओवर में ‘लकी’ ओवरथ्रो ने पासा उनकी टीम के पक्ष में पलट दिया ।

इंग्लैंड को आखिरी ओर में तीन गेंद में नौ रन चाहिये थे जब बेन स्टोक्स ने ट्रेंट बोल्ट की गेंद पर डीप में शाट खेला। मार्टिन गुप्टिल का थ्रो स्टोक्स के बल्ले से लगा और गेंद सीमारेखा पर चली गई ।

प्लंकेट ने कहा ,‘‘ मैं सितारों और भाग्य में विश्वास नहीं करता लेकिन पहली बार ऐसा लगा कि यह तकदीर में था ।’’

उन्होंने कहा,‘‘ हम पिछले चार साल से एक ईकाई के रूप में साथ खेल रहे हैं और अलग अलग देशों में खेला है। अलग अलग टीमों को हराया है। मेरा मानना है कि एक टीम के रूप में हम जीत के हकदार थे।’’

उन्होंने कहा, ‘‘ हम अच्छे दोस्त है लेकिन हम काफी मेहनत भी करते हैं । सभी करते हैं लेकिन मेरा मानना है कि हमें जीतना ही था । उस ओवरथ्रो ने पासा पलट दिया ।’’

इस तेज गेंदबाज ने कहा कि विश्व कप में इंग्लैंड की जीत को उसी तरह याद रखा जायेगा जैसे 2005 में टीम की एशेज जीत को।

उन्होंने कहा ,‘‘ अगर हम विश्व कप नहीं भी जीतते तो यह यादगार सफर था। हम शानदार खेले और इंग्लैंड में क्रिकेट की तहजीब बदल दी। लोगों को हमसे जीत की उम्मीद थी जो काफी बड़ा बदलाव था।’’

खिलाड़ी मत बनो बच्चो, निराश नीशाम ने कहा

उधर, विश्व कप के रोमांचक फाइनल में इंग्लैंड से हारने के बाद मायूस न्यूजीलैंड के हरफनमौला जिम्मी नीशाम ने बच्चों को सलाह दी,‘खिलाड़ी मत बनना’।

यह पहला विश्व कप फाइनल था जो सुपर ओवर तक खिंचा। सुपर ओवर में भी स्कोर बराबर रहने के बाद विजेता का फैसला दोनों टीमों द्वारा लगाये गए चौकों छक्कों के आधार पर हुआ ।

नीशाम ने ट्वीट किया,‘‘ बच्चों , खिलाड़ी मत बनना। बेकर बन जाना या कुछ और। हट्टे कट्टे होकर 60 साल की उम्र में मर जाना।’’

उन्होंने लिखा,‘‘ यह दुखद है। शायद अगले दशक में कोई दिन ऐसा आयेगा जब मैं इस आखिरी आधे घंटे के बारे में नहीं सोचूंगा। बधाई हो ईसीबी क्रिकेट।’’

उन्होंने कहा ,‘‘सभी प्रशंसकों को धन्यवाद। हम माफी चाहते हैं कि कप नहीं जीत सके ।’’

विश्व कप में सर्वाधिक रन बनाने वाले कप्तान बने विलियमसन

केन विलियमसन भले ही न्यूजीलैंड के लिये विश्व कप नहीं जीत सके लेकिन श्रीलंका के महेला जयवर्धने को पछाड़कर एक ही टूर्नामेंट में सर्वाधिक रन बनाने वाले कप्तान बन गए।

न्यूजीलैंड के कप्तान विलियमसन ने विश्व कप में 550 रन बनाये । जयवर्धने ने 2007 में 548 रन बनाये थे ।

रिकी पोंटिंग (2007 में 539 रन), आरोन फिंच (2019 में 507 रन) और एबी डिविलियर्स (2015 में 482 रन) उनके बाद हैं ।भारत के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने 2003 विश्व कप में 465 रन बनाये थे।

न्यूजीलैंड लगातार दूसरी बार विश्व कप जीतने का मौका चूक गया । उसे कल नाटकीय सुपर ओवर में इंग्लैंड ने हराया। निर्धारित ओवरों और सुपर ओवर में भी स्कोर बराबर रहने के बाद फैसला टीमों द्वारा लगाये गए चौकों छक्कों के आधार पर हुआ।

(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)

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