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COVID-19 के नए मामले सामने आने के बाद लेबनान में लॉकडाउन दोबारा लागू

इस सप्ताह तीन दिनों के भीतर 100 से अधिक नए मामले सामने आए। पिछले सप्ताह कोई भी मामला सामने न आने के बाद 15 मार्च से लागू किए गए लॉकडाउन के नियमों में ढील दी गई थी।
 लेबनान में लॉकडाउन

सरकार ने और चार दिनों के लिए राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन को फिर से लागू करने की घोषणा की है जो बुधवार 13 मई की शाम से शुरु होगा। पिछले कुछ दिनों में COVID-19 संक्रमण के नए मामले सामने आने के बाद सरकार ने लॉकडाउन बढ़ाने का ये फैसला किया है।

पिछले सप्ताह कुछ दिनों तक कोई मामला सामने न आने के बाद सरकार ने लॉकडाउन के नियमों में ढील दी थी और कुछ व्यवसाय जैसे कि रेस्तरां, सैलून को फिर से खोलने की अनुमति दी थी।

लेबनान में पहला लॉकडाउन 15 मार्च को लागू किया गया था। देश में COVID-19 का पहला मामला 21 फरवरी को दर्ज किया गया था।

नए नियमों के अनुसार, मेडिकल केयर, खाद्य और कृषि क्षेत्रों को छूट दी गई है और यह खुला रहेगा। रात का कर्फ्यू यथावत रहेगा।

देश भर में पिछले तीन दिनों में 100 नए मामले सामने आए हैं। माना जाता है कि ये नए मामले खाड़ी देश और अन्य जगहों से घर लौटने वाले प्रवासियों से संबंधित है। अब तक लेबनान में 26 मौत हो चुकी हैं वहीं संक्रमण के 870 मामले सामने आए हैं जबकि 234 लोग इससे ठीक हुए हैं।

प्रधानमंत्री हसन दियाब ने कैबिनेट की बैठक में कहा कि COVID-19 के ख़िलाफ़ लड़ाई में देश की उपलब्धि ढ़िलाई बरतने के चलते ख़तरे में थी और कुछ लोग नियमों का पालन नहीं कर रहे थे।

स्वास्थ्य मंत्री हमाद हसन ने कहा कि लॉकडाउन से सरकार को उन क्षेत्रों में व्यापक जांच करने का मौका मिलेगा जहां ताजा मामले सामने आए हैं।

सरकार ने लॉकडाउन को हटाने के लिए अपनी पांच चरणबद्ध योजना की समीक्षा करने की भी घोषणा की है। देश इस योजना के तीसरे चरण में था।

इस बीच, स्वास्थ्य कर्मियों ने शिकायत की कि फ्रंटलाइन वर्कर्स होने के बावजूद 90% नर्सों को वेतन कटौती का सामना करना पड़ रहा है। लेबनान में आर्थिक संकट ने हज़ारों लोगों को पिछले हफ्ते लॉकडाउन नियमों का उल्लंघन करने और विरोध में सड़कों पर आने के लिए मजबूर किया है। लॉकडाउन के कारण स्थिति और खराब हो गई है। प्रदर्शनकारी देश में बैंकिंग प्रणाली से विशेष रूप से नाराज़ हो गए हैं क्योंकि उन्होंने आवश्यक नक़दी की निकासी को सख्त तरीक़े से सीमित कर दिया है।

सरकार ने विरोध प्रदर्शन को दबाने के लिए बल का प्रयोग किया है और लोगों की पहुंच पर रोक लगाने के लिए मंगलवार को कुछ बैंकों के आसपास सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम किए गए।

साभार : पीपल्स डिस्पैच

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