शिवराज सिंह के राज के अच्छे दिन: शिक्षिकाओं को समान वेतन के लिए सड़क पर मुंडवाना पड़ा सिर

भोपाल। भाजपा शासित मध्यप्रदेश की राजधानी में अध्यापक अधिकार यात्रा के तहत शिक्षाकर्मियों ने अलग ही तरीके से विरोध दर्ज कराया है। दरअसल ये शिक्षाकर्मी लंबे समय से समान कार्यों के लिए समान वेतन और उचित तबादला नीति की मांग कर रहे हैं. दो साल से ज्यादा का समय बीत जाने पर भी सरकार कोई सुनवाई नहीं कर रही इसी बात को लेकर अध्यापकों ने अपना सिर मुंडवा लिया। सिर मुंडवाने में महिलाएं भी आगे रहीं।
समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक आजाद अध्यापक संघ के बैनर तले हजारों की संख्या में मध्यप्रदेश के अध्यापक जंबूरी मैदान में जुटे थे। जिन्हों मांगें नहीं मानने के विरोध में मुंडन करा लिया। अध्यपाकों ने सिर मुंडा कर अपने अधिकारों के प्रति सरकार का ध्यान आकर्षित करने की कोशिश की है। प्रदर्श कर रहे टीचरो में सिर्फ पुरुष ही नहीं महिला अध्यापकों ने भी मुंडन कराकर अपना विरोध दर्ज कराया। प्राप्ता जानकारी के अनुसार सौ से अधिक शिक्षक सिर मुंडवा चुके हैं।
प्रदेश की राजधानी भोपाल में टीचरों नें शिक्षाकर्मी अधिकार यात्रा के तहत अपना विरोध दर्ज कराया, और अपनी मांगें न माने जाने के विरोध करा लिया। आश्चर्य की बात ये है कि इस अनोखे प्रदर्शन के दौरान प्रदेश सरकार का कोई प्रतिनिधी अध्यापकों का दर्द बांटने नहीं पहुंचा। ये टीचर शिक्षा विभाग में संविलियन और तबादला बंधन मुक्त नीति को लागू करने की मांग कर रहे हैं।
मध्य प्रदेश की भाजपा सरकार के रवैए से नाराज महिला अध्यापकों ने अपना सिर मुड़वाने के साथ ही विरोध स्वरूप प्रदेश की शिवराज सरकार का पिंडदान भी किया। प्रदर्शन करने आईं महिला अध्यापक जब अपने सिर के बाल मुड़वा रहीं थी, तो उनकी आंखों से आंसू छलक पड़े। इतना ही नहीं महिलाओं का मुंडन करने वाले नाई के भी हाथ कांप गए। प्रदेश भर से आये ये अध्यापक शिक्षा विभाग में संविलियन की मांग कर रहे I
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