#श्रमिकहड़ताल : नोटबंदी और जीएसटी से आगरा के जूता कारोबारी मज़दूर-कारीगर बर्बाद
ताजनगरी आगरा में असंगठित जूता निर्माण उद्योग के श्रमिक, सरकार की उपेक्षा और ग़लत नीतियों के शिकार हो गए हैं। कम आय और बेहद अस्वच्छ परिवेश के साथ, अमानवीय परिस्थितियों में रहने के लिए मजबूर, इनमें से अधिकांश मज़दूर-कारीगर दिन-रात अपने एक या दो कमरे वाले घर या कारखाने में काम करते हैं।
8-9 जनवरी को दस ट्रेड यूनियनों द्वारा आहूत ऐतिहासिक देशव्यापी हड़ताल के लिए लाखों मज़दूर और अन्य कर्मचारी जुट रहे हैं। न्यूज़क्लिक आपके लिए देश के विभिन्न हिस्सों में औद्योगिक श्रमिकों के जीवन की झलकियाँ पेश कर रहा है।
अपने टेलीग्राम ऐप पर जनवादी नज़रिये से ताज़ा ख़बरें, समसामयिक मामलों की चर्चा और विश्लेषण, प्रतिरोध, आंदोलन और अन्य विश्लेषणात्मक वीडियो प्राप्त करें। न्यूज़क्लिक के टेलीग्राम चैनल की सदस्यता लें और हमारी वेबसाइट पर प्रकाशित हर न्यूज़ स्टोरी का रीयल-टाइम अपडेट प्राप्त करें।