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वज़ीर पुर के मज़दूरों ने लेबर अफ़सर से लगाई गुहार

वजीर पुर औधोगिक क्षेत्र के 1000 मजदूरों ने आज दोपहर अशोक विहार स्थित डिप्टी श्रम अधिकारी के कार्यालय का घेराव किया। वे जब तक वजीर पुर नहीं लोटना चाहते जब तक कि उन मिल मालिकों पर सख्त कार्यवाही नहीं हो जाती जिन्होंने श्रम कानूनों को मानने से इनकार कर दिया है। पुलिस, जोकि मिल मालिकों के कहने पर काम कर रही है, लगातार मजदूरों को धमका रही है। नीचे उस पत्र को दिया जा रहा है जिसमें मजदूरों ने श्रम आयुक्त से हॉट रोलिंग फैक्ट्री के मालिकों द्वारा पुलिस और गूंडों की मदद से कानूनी समझौते को निरस्त करने के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है।

 

प्रति,

श्री राजेंद्र धर,

श्रम आयुक्त

दिल्ली सरकार, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र

5, शाम नाथ मार्ग, दिल्ली

 

विषय: पुलिस और गूंडों कि सहायता से मजदूर और मिल मालिकों के कानूनी समझौते को तोड़ने के लिए हॉट रोलिंग फैक्ट्री के मालिकान के खिलाफ शीघ्र कार्यवाही कि अपील।

 

सम्मानित महोदय,

 

जैसा कि आपको जरूर पता होगा, जून 27, 2014 को डिप्टी श्रम अधिकारी की हाजरी में मिल मालिकों और मजदूरों के बीच एक लिखित समझौता हुआ था, जिसमे साफ़ तौर पर यह कहा गया था कि हॉट रोलिंग फैक्ट्री के मजदूरों की सभी मांगें मालिकों ने मान ली हैं (जिसमें न्यूनतम वेतन, 8 घंटे काम, .एस.आई, पी.ऍफ़. अन्य मांगें शामिल हैं) जब मिल मालिकों ने 28 जून 2014 को इस समझौता को मानने से इनकार कर दिया, दोबारा से फिर डिप्टी श्रम अधिकारी कि हाजरी में लम्बी बातचीत हुई और उन्होंने एक और समझौता पर हस्ताक्षर किया। लेकिन मालिक इसे भी लागू नहीं कर रहे हैं।

 

आज, जब कई मजदूरों को फैक्ट्री जिसका पता -102/6 हैं के अन्दर बंदी बना लिया तो मजदूरों ने फैक्ट्री के बाहर इकठा होकर विरोध किया। मजदूरों को धमकाने और डराने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस और मालिकों के गूंडे जमा थे। ऐसा अंदेशा है कि मजदूरों को गिरफ्तार कर पुलिस उनसे जबरदस्ती एक नए समझौते पर हस्ताक्षर करवा सकती है जोकि मिल मालिकों के हक़ में होगा। यह स्पष्ट है कि पुलिस मिल मालिकों के हक़ में काम कर रही है। इससे पहले भी पुलिस मालिकों के कहने पर मजदूरों के खिलाफ काम कर रही थी। यह पूरी तरह गैर-कानूनी है क्योंकि मजदूरों ने अभी तक कोई भी कानून नहीं तोडा है। यह मिल मालिक ही है जो कानूनी समझौते की धज्जियाँ उड़ा रहे हैं। यहाँ तक कि दो अतिरिक्त श्रम अधिकारी भी फैक्ट्री में कैद मजदूरों को रिहा नहीं कर पाए।

 

हमें डर है कि फैक्ट्री में कैद मजदूरों को पीटा और धमकाया जा रहा है। हमारी आपसे अपील है कि -102/6 फैक्ट्री के मालिकों के खिलाफ शीघ्र सख्त कार्यवाही करें और उनकी फैक्ट्री को सील करें जिन्होंने कानूनों समझौते की अवमानना की है। हमारी आपसे यह भी अपील है कि हॉट रोलिंग फैक्ट्री के सभी मालिकों के खिलाफ नोटिस जारी करें क्योंकि वे सभी श्रम कानूनों का खुले-आम उलंघन कर रहे हैं वह श्रम विभाग कि नाक के नीचे।

 

भवदीय

जागरूक नागरिक मंच, दिल्ली

दिशा स्टूडेंट आर्गेनाईजेशन

स्त्री मजदूर संगठन

स्त्री मुक्ति लीग

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