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Acid Attack पीड़ितों की मुश्किलें बरक़रार

हाल ही में नई दिल्ली के द्वारका इलाक़े में एक 17 साल की लड़की पर स्कूल जाने के रास्ते में तेज़ाब फेंक दिया गया था। आरोपी ने ये तेज़ाब(acid) फ्लिपकार्ट से ऑनलाइन मंगवाया था।

हाल ही में नई दिल्ली के द्वारका इलाक़े में एक 17 साल की लड़की पर स्कूल जाने के रास्ते में तेज़ाब फेंक दिया गया था। आरोपी ने ये तेज़ाब(acid) फ्लिपकार्ट से ऑनलाइन मंगवाया था। हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने 2013 में ही तेज़ाब की खुली बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया था, मगर इसके बावजूद आज भी तेज़ाब लगभग हर राशन की दुकान पर मिल जाता है। एसिड अटैक को कम करने के लिए क़ानून होने के बावजूद भारत में ये हमले लगातार बढ़ रहे हैं। राष्ट्रीय आपराधिक रिकॉर्ड ब्यूरो(एनसीआरबी) के आंकड़ों के मुताबिक, 2021 में भारत में 102 तेज़ाब फेंकने की घटनाएँ हुई थीं। न्यूज़क्लिक की इस रिपोर्ट में हमने एसिड अटैक झेलने वालों से बात की है और समझने की कोशिश की है कि इस हिंसा का उनकी ज़िंदगी पर क्या असर रहा है?

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