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विधानसभा परिणाम 2023 : छत्तीसगढ़, एमपी और राजस्थान में बीजेपी और तेलंगाना में कांग्रेस की सरकार 

राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना में सरकार बनने की तस्वीर अब साफ़ हो चुकी है। बीजेपी ने जहां मध्य प्रदेश की सत्ता बचाई वहीं राजस्थान और छत्तीसगढ़ को कांग्रेस से छीन लिया है।  
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पांच राज्यों राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम में हुए विधानसभा चुनावों को लेकर सबकी नज़र नतीजों पर टिकी रहीं। मिजोरम को छोड़कर बाकी चार राज्यों में मतों की गिनती जारी है। चारों राज्यों की तस्वीर अब साफ हो चुकी है। बीजेपी ने मध्य प्रदेश की सत्ता को जहां बचाए रखा वहीं राजस्थान और छत्तीसगढ़ को कांग्रेस से छीन लिया है। इस तरह राजस्थान में हर पांच साल पर सत्ता के बदलने का रिवाज इस बार भी कायम रहा।  

मिजोरम के मतगणा की बात करें तो रविवार का दिन होने के चलते यहां के मतों की गिनती की तारीख को एक दिन के लिए चुनाव आयोग को आगे बढ़ाना पड़ा क्योंकि रविवार का दिन इसाई-बहुल मिजोरम राज्य के लिए बेहद महत्वपूर्ण है और मतगणना के इस दिन को बदलने को लेकर प्रदेश में व्यापक पैमाने पर प्रदर्शन भी हुए थे। 

राजस्थान

खबर लिखे जाने तक राज्य के 116 सीटों के परिणाम आ चुके थे जिनमें बीजेपी ने 71, कांग्रेस ने 39, भारत आदिवासी पार्टी ने 2, बीएसपी ने एक और स्वतंत्र उम्मीदवार ने तीन सीट पर जीत हासिल कर ली। अभी अंतिम परिणाम की घोषणा नहीं की गई है। 

राजस्थान के वीआईपी कैंडिडेट्स की बात करें तो राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने विधानसभा चुनाव में भारी मतों से जीत दर्ज की है। उन्होंने बीजेपी की टिकट पर ये चुनाव लड़ा लेकिन पार्टी ने राज्य में मुख्यमंत्री पद का चेहरा उन्हें नहीं बनाया। उन्हें इस बार 138831 वोट मिले। उन्होंने अपने प्रतिद्वंदी कांग्रेस के रामलाल को 53193 वोटों से हराया। रामलाल को 85638 वोट मिले। 

वहीं बीजेपी की अन्य प्रमुख उम्मीदवार दीया कुमारी विद्याधर नगर सीट से चुनाव जीत गई हैं। उन्हें 158516 वोट मिले। उन्होंने 71368 मतों के अंतर से जीत दर्ज की है। वे लोकसभा सदस्य हैं। पार्टी ने उन्हें विधानसभा चुनाव में मैदान में उतारा था। 

राजस्थान में विधानसभा की 199 सीटों के लिए हुए चुनाव में मतों की गिनती रविवार सुबह आठ बजे कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शुरू हुई। 

अधिकारी ने बताया कि सबसे पहले डाक मतपत्रों की गिनती की गई। डाक मतपत्रों की गणना के आधे घंटे बाद सुबह साढ़े आठ बजे ईवीएम से मतगणना शुरू हुई।

राज्य के 199 विधानसभा क्षेत्रों में हुए चुनाव के लिए मतगणना 33 जिला मुख्यालयों के 36 केंद्रों पर त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था के बीच हो रही है जहां 2552 टेबल पर कुल 4180 दौर में मतों की गिनती होगी।

उन्होंने कहा कि जयपुर, जोधपुर एवं नागौर में दो-दो केंद्रों पर और शेष 30 निर्वाचन जिलों में एक-एक केंद्र पर मतों की गिनती की जाएगी।

राज्य की 200 में से 199 सीटों के लिए मतदान 25 नवंबर को हुआ था। करणपुर सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी के निधन के कारण चुनाव स्थगित कर दिया गया। इन 199 सीटों पर 1862 उम्मीदवार मैदान में हैं।

मध्य प्रदेश 

चुनाव आयोग की वेबसाइट पर खबर लिखे जाने तक राज्य में 51 सीटों पर जीत की घोषणा कर दी गई है। इन सीटों में 40 सीटों पर बीजेपी, दस पर कांग्रेस और एक सीट पर भारत आदिवासी पार्टी ने जीत हासिल कर ली है। 

मध्यप्रदेश में भी मतों की गिनती जारी है। राज्य के सभी 230 विधानसभा सीटों पर 2533 प्रत्याशी चुनावी मैदान में थे। प्रदेश के बालाघाट जिले की नक्सल प्रभावित तीन सीटों- बैहर, लांजी और परसवाड़ा में मतदान 3 बजे खत्म हो गया था। मंडला जिले के नक्सल प्रभावित 55 और डिंडौरी के 40 मतदान केंद्रों पर भी मतदान 3 बजे थम गया था।

मध्यप्रदेश में सबसे ज़्यादा 82 प्रतिशत वोट आगर मालवा जिले में डाले गए। सबसे कम आलीराजपुर जिले में 56.24 प्रतिशत वोट पड़े। वहीं विधानसभा सीटों की बात करें तो रतलाम जिले की सैलाना सीट पर सबसे ज्यादा 85.49 प्रतिशत वोटिंग हुई है, जबकि भिंड सीट पर सबसे कम 50.41 प्रतिशत वोट डाले गए।

छत्तीसगढ़

राज्य की आठ सीटों पर जीत की घोषणा कर दी गई है। बीजेपी 6 और कांग्रेस 2 सीटों पर जीत दर्ज कर चुकी है। बता दें कि राज्य में दो चरणों में मतदान हुए थे। छत्तीसगढ़ में विधानसभा के पहले चरण में 20 विधानसभा सीटों में 76.47 प्रतिशत वोटिंग हुई थी। इसमें सबसे ज्यादा वोट प्रतिशत बस्तर विधानसभा में 84.65 प्रतिशत दर्ज किया था। वहीं सबसे कम वोट प्रतिशत बीजापुर में दर्ज किया गया। केवल 46 प्रतिशत लोगों ने ही मतदान किया। यानी 50 प्रतिशत से कम वोटिंग के मामले में केवल बीजापुर जिले का नाम शामिल है। 

पहले चरण के उम्मीदवरों में पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और बस्तर के सांसद दीपक बैज, कांग्रेस सरकार के तीन मंत्री, बीजेपी की ओर से चार पूर्व मंत्री और एक पूर्व आईएएस अधिकारी शामिल हैं।

दूसरे चरण में 70-70 उम्मीदवार भाजपा और कांग्रेस से तथा 43 उम्मीदवार आम आदमी पार्टी (आप) से हैं। वहीं जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) से 62, हमर राज पार्टी के 33, बहुजन समाज पार्टी से 43 तथा गोंडवाना गणतंत्र पार्टी से 26 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं।

उन्होंने बताया था कि दूसरे चरण में कुल मतदाताओं में से 81,41,624 पुरुष, 81,72,171 महिलाएं और 684 तीसरे लिंग के मतदाता थे। दूसरे चरण के लिए 18,833 मतदान केंद्र बनाए गए थे।
तेलंगाना 
राज्य में कांग्रेस की सरकार बनना तया है। तेलंगाना में 37 सीटों पर जीत की घोषणा की गई है। इनमें कांग्रेस को 22, भारत राष्ट्र समिति को 11 और बीजेपी को दो सीट पर अब तक जीत हासिल हुई है। अभी अंतिम परिणाम की घोषणा नहीं की गई है। राज्य के मुख्यमंत्री केसीआर एक सीट पर आगे तो दूसरी सीट पर पिछड़ रहे हैं। प्रदेश की 119 सदस्यीय विधानसभा के लिए मतदान 30 नवंबर को हुए थे और मतगणना आज की जा रही है।

राज्य विधानसभा चुनाव के लिए 2,290 उम्मीदवारों ने आपनी किस्मत आजमाई, जिनमें मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव, उनके मंत्री-पुत्र के टी रामा राव, कांग्रेस की राज्य इकाई के अध्यक्ष ए रेवंत रेड्डी और भाजपा के लोकसभा सदस्य बंदी संजय कुमार शामिल हैं। निर्वाचन आयोग द्वारा नौ अक्टूबर को चुनावों की तारीख घोषित किए जाने के बाद से ही राज्य में आदर्श आचार संहिता लागू की गई।

अधिकारियों के अनुसार राज्य के 35,655 मतदान केंद्रों पर सुबह सात बजे मतदान हुआ। अधिकारियों के मुताबिक राज्य में 3.26 करोड़ पात्र मतदाता हैं, जिनमें 1,63,13,268 पुरुष तथा 1,63,02,261 महिला मतदाता शामिल हैं।

बृहस्पतिवार को हुए मतदान में कुल वोटिंग 70.66 प्रतिशत दर्ज किया गया।

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