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एमपी में गौवध के लिए तस्करी के आरोप में भाजयुमो नेता और 19 अन्य के ख़िलाफ़ मामला दर्ज

सूत्रों ने बताया है कि एक साल पहले भी भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) के मनोज पारधी के खिलाफ गोवंश तस्करी का ऐसा ही मामला दर्ज किया गया था, लेकिन तब उसके खिलाफ कोई कार्यवाई नहीं की गई थी।
एमपी में गौवध के लिए तस्करी के आरोप में भाजपा युवा नेता और 19 अन्य के ख़िलाफ़ मामला दर्ज़

भोपाल: 10 घंटे लंबे चले इस अभियान में, मध्य प्रदेश की बालाघाट पुलिस ने 25-26 जनवरी को जिले के लालबर्रा इलाके से 165 गोवंशों को बचाने का काम किया है। इस बारे में पुलिस का कहना है कि इन गोवंशों को कथित तौर पर महाराष्ट्र में वध के लिए तस्करी करके ले जाया जा रहा था।

बालाघाट पुलिस के अनुसार स्थानीय निवासियों से प्राप्त सूचना के आधार पर लालबर्रा पुलिस बैलगांव जा पहुंची, जहां पर लोगों के एक समूह को कुछ गायों और बैलों को महाराष्ट्र की सीमाओं की ओर ले जाते देखा गया। उनसे पूछताछ करने पर उन्होंने दावा किया कि वे मऊ पशु बाजार (इंदौर) के व्यापारी हैं।

जब पुलिस ने उनसे कागजात मांगे तो उन्होंने इससे इंकार किया और वहां से भाग निकलने की कोशिश की। लालबर्रा पुलिस स्टेशन के रघुनाथ खातरकर ने फोन पर बताया “10 घंटे चले इस लंबे अभियान में हमने कुल 10 लोगों को हिरासत में ले लिया है। इस ऑपरेशन में कुल मिलाकर 165 गोवंशों को बचाया गया है और चार बाइकों को जब्त कर लिया गया है।”

इस बीच पुलिस ने बालाघाट भाजपा की युवा इकाई, भारतीय जनता युवा मोर्चा (बीजेवाईएम) के महासचिव मनोज पारधी सहित कुल 20 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर दी है। इसमें भारतीय दण्ड संहिता की धारा 429 सहित एमपी गोवंश वध प्रतिषेध अधिनियम, एमपी पशु क्रूरता निवारण अधिनियम, एमपी कृषि परीक्षण अधिनियम एवं मोटर व्हीकल एक्ट के तहत एफआईआर (प्रथम सूचना रिपोर्ट) दर्ज कर अभी तक 10 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। पुलिस के अनुसार हालाँकि पारधी सहित इस अपराध का मुख्य सरगना अभी भी फरार है।

इस घटना से दो दिन पहले भी 24 जनवरी के दिन बालाघाट-सिवनी रोड पर रात्रिकालीन ड्यूटी के दौरान लालबर्रा पुलिस ने 25 गोवंशों को ले जाते एक वाहन को जब्त किया था।

पुलसिया पूछताछ के दौरान उनमें से एक आरोपी का कहना था कि वे आवारा पशुओं की धर-पकड़ किया करते थे। इसके बाद गोवंशों के वध के लिए महाराष्ट्र में तस्करी के जरिये भिजवा दिया जाता था, जिसके बदले में उन्हें अच्छी-खासी रकम मिल जाया करती थी। पुलिस के अनुसार “वे इन गोवंशों को बालाघाट-महाराष्ट्र सीमा से सटे एक गाँव में रहने वाले एक एजेंट को सौंप दिया करते थे, जो इन्हें ले जाकर बूचड़खाने (स्लॉटर हाउस) के मालिकों के हाथ बेच दिया करता था।”

नगर अधीक्षक खातरकर ने बताया कि “यह एक संगठित गिरोह था, और पिछले कुछ वर्षों से यह सब ठेकदारों और राजनीतिक संपर्कों के बल पर संचालित किया जा रहा था। इस संबंध में अभी जाँच चल रही है और जल्द ही हम इस गिरोह के सरगना को भी गिरफ्तार करने में सफल होंगे।”

सूत्रों के मुताबिक एक साल पहले भी बीजेवाईएम के पारधी के खिलाफ गोवंश तस्करी का मामला दर्ज किया गया था, लेकिन तब उसके खिलाफ कोई कार्यवाई नहीं की गई थी।

सूत्रों का दावा है कि मौजूदा पुलिसिया कार्यवाई में गौ-तस्करों से 400 से अधिक गोवंशों को बचाया जा सका है। 

इस बीच बीजेवाईएम के प्रदेश अध्यक्ष अभिलाष पाण्डेय को कई बार फोन किये जाने पर भी उनकी ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिल सकी है। जबकि बीजेपी के बालाघाट के अध्यक्ष गजेन्द्र भरद्वाज ने कहा “गौ तस्करी संबंधी मामले में मनोज के शामिल होने के बारे में मुझे जानकारी मिली है। यह एक आरोप मात्र है। यदि यह साबित हो जाता है तो पार्टी उनके खिलाफ सख्त कार्यवाई करेगी।”

इस लेख को मूल अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए नीचे दिए लिंक पर क्लिक करें।

BJP Youth Leader, 19 Others Booked in MP for Smuggling Bovines to Maharashtra for Slaughter

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