उमियम झील में जलस्तर कम होने से मेघालय में बिजली संकट फिलहाल दूर होने के आसार नहीं
पिछले कुछ दिन से मेघालय बिजली संकट से जूझ रहा है, और फिलहाल इस समस्या से राहत मिलने के आसार नहीं हैं क्योंकि पन बिजली बनाने के लिए जिस बांध के पानी का उपयोग किया जाता है उसमें जल स्तर न्यूनतम है।
बिजली मंत्री ए टी मंडल ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि अगर उमियम झील में जलस्तर एक फुट और नीचे गया तो बिजली उत्पादन बंद करना पड़ सकता है।
Meghalaya, which is reeling under power crisis for past few days, may have to suffer more in coming days as water level at key Umiam Lake used in producing hydroelectricity is at its lowest: Power Minister A T Mondal
— Press Trust of India (@PTI_News) May 16, 2023
मंडल ने ‘पीटीआई-भाषा’ से मंगलवार को कहा, ‘‘ आज जलस्तर 3,165 फुट पर है, यह झील के इतिहास में न्यूनतम है। कुछ वर्ष पहले तक इसमें न्यूनतम जलस्तर 3,170 फुट था।’’
किसी भी पनबिजली परियोजना में बिजली निर्माण के लिए न्यूनतम जलस्तर होना अनिवार्य है। उमियम में बिजली उत्पादन के लिए अनिवार्य न्यूनतम जलस्तर 3,164 फुट है।
बिजली विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि वर्तमान में राज्य के कई स्थानों में प्रतिदिन कम से कम दस घंटे बिजली की कटौती की जा रही है। उनके अनुसार, ऐसा इसलिए है क्योंकि मांग की तुलना में बिजली की उपलब्धता बहुत ही कम है।
न्यूज़ एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ
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