मुफ्त राशन-धर्म का धुंध, तुलसी-विवाद और कोर्ट का फैसला
इस बार के बजट से निराश लोगों का एक हिस्सा इस बात से चकित है कि मोदी सरकार ने लोकसभा चुनाव-2024 से पहले और मौजूदा सरकार के कार्यकाल का यह आखिरी बजट इतना निराशाजनक क्यों बनाया?
इस बार के बजट से निराश लोगों का एक हिस्सा इस बात से चकित है कि मोदी सरकार ने लोकसभा चुनाव-2024 से पहले और मौजूदा सरकार के कार्यकाल का यह आखिरी बजट इतना निराशाजनक क्यों बनाया? क्या उसे चुनाव की चिंता नहीं कि वह किसानों, दलितों और मजदूरों के कल्याण की बजत-राशि में भी कटौती कर रही है? क्या उसके पास लोगों को खुश करने के और विकल्प भी हैं? क्या है, तुलसी-कृत मानस के ताजा विवाद की असलियत? वरिष्ठ पत्रकार उर्मिलेश का विचारोत्तेजक विश्लेषण: न्यूज़ मंथन
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