झारखंड : हेमंत सोरेन का इस्तीफ़ा, चंपई ने सरकार बनाने का दावा पेश किया
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने पद से इस्तीफ़ा दे दिया। भूमि घोटाले से जुड़े धन शोधन मामले में ईडी के पूछताछ के बाद बुधवार रात को सोरेन ने झारखंड के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को अपना इस्तीफ़ा सौंप दिया। इस बीच नए मुख्यमंत्री के रूप में चंपई सोरेन का नाम सामने आया है। उन्होंने नई सरकार के गठन का अपना दावा पेश किया है।
हेमंत सोरेन ने राजभवन में राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को झारखंड के सीएम पद से अपना इस्तीफा सौंपा।
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— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 31, 2024
बता दें कि झारखंड के परिवहन मंत्री चंपई सोरेन को बुधवार को राज्य में सत्तारूढ़ गठबंधन द्वारा सर्वसम्मति से झामुमो विधायक दल का नेता चुना गया।
सत्तारूढ़ गठबंधन ने नए मुख्यमंत्री के रूप में झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के वरिष्ठ नेता चंपई सोरेन का नाम प्रस्तावित किया।
झामुमो विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद चंपई सोरेन ने कहा कि हमने नयी सरकार बनाने का दावा पेश किया है, हमारे पास 47 विधायकों का समर्थन है।
चंपई ने अलग राज्य के रूप में झारखंड के गठन के लिए आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा अपनी गिरफ्तारी की अटकलों के बीच हेमंत सोरेन के पद छोड़ने के बाद चंपई को झामुमो विधायक दल का नेता चुना गया।
चंपई सोरेन 1991 से तीन दशक से अधिक समय तक सरायकेला विधानसभा क्षेत्र से विधायक रहे हैं और उन्हें झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन का वफादार माना जाता है।
नवंबर 1956 में झारखंड के सरायकेला-खरसावां जिले के जिलिंगगोरा गांव में जन्मे चंपई सोरेन मैट्रिक पास हैं और सात बच्चों के पिता हैं। वह एक किसान के बेटे हैं और उनका हेमंत सोरेन परिवार से कोई संबंध नहीं है।
ज्ञात हो कि झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की जारी पूछताछ के बीच रांची के प्रमुख इलाकों में निषेधाज्ञा लागू कर दी गई और राज्य की राजधानी में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर नजर रखने के लिए तीन सदस्यीय टीम का गठन किया गया। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी।
भूमि घोटाले से जुड़े कथित धन शोधन मामले में सोरेन का बयान दर्ज करने के लिए ईडी के अधिकारी अपराह्न करीब एक बजकर 20 मिनट पर मुख्यमंत्री आवास पहुंचे।
मुख्यमंत्री के ठिकाने को लेकर जारी कयासों के बीच सोरेन मंगलवार को यहां अपने आधिकारिक आवास पहुंचे और सत्तारूढ़ गठबंधन के विधायकों की बैठक की अध्यक्षता की।
एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा आदेश मुख्यमंत्री आवास, राजभवन और डोरंडा स्थित ईडी कार्यालय सहित प्रमुख स्थानों पर 100 मीटर के दायरे में सुबह नौ बजे से रात 10 बजे तक के लिए लगाई गई। प्रतिबंध के तहत इन क्षेत्रों में और इसके आसपास प्रदर्शन, रैलियां या बैठकें आयोजित करने पर रोक रही।
विशेष टीम का नेतृत्व वित्त सचिव प्रशांत कुमार कर रहे हैं। इसमें खनन निदेशक ए. राजकमल और विशेष शाखा के महानिरीक्षक (आईजी) प्रभात कुमार भी शामिल हैं।
विज्ञप्ति में कहा गया है कि ईडी के अधिकारियों ने 20 जनवरी को यहां सोरेन के आवास पर उनसे पूछताछ की थी और उस दौरान राज्य भर में विरोध प्रदर्शन हुआ था। इसके मद्देनजर संघीय एजेंसी ने गृह, जेल और आपदा प्रबंधन विभाग को बुधवार को दूसरे दौर की पूछताछ के दौरान कानून-व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए पत्र लिखा था।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि सुरक्षा उपायों के तहत ईडी कार्यालय और मुख्यमंत्री आवास के बाहर अवरोधक लगाए गए और संवेदनशील स्थानों पर 1,000 से अधिक सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए।
पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) अजय कुमार सिंह ने मंगलवार को कहा था कि कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पूरे झारखंड में व्यापक सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं जिसमें अतिरिक्त 7,000 पुलिसकर्मियों की तैनाती भी शामिल है।
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के दिल्ली स्थित आवास की प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा तलाशी लिए जाने के बाद पैदा हुई राजनीतिक स्थिति के मद्देनजर मंगलवार को रांची के प्रमुख इलाकों में निषेधाज्ञा लागू कर दी गई थी।
प्रवर्तन निदेशालय की एक टीम कथित भूमि धोखाधड़ी मामले से जुड़े धनशोधन के एक मामले की जांच के संबंध में पूछताछ करने के लिए सोमवार को सोरेन के दक्षिण दिल्ली स्थित 5/1 शांति निकेतन आवास पहुंची और 13 घंटे से अधिक समय तक वहां डेरा डाले रही। इस दौरान उन्होंने परिसर की तलाशी ली।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि प्रवर्तन निदेशालय ने सोरेन के दिल्ली स्थित आवास की तलाशी के बाद 36 लाख रुपये, एक एसयूवी और कुछ ‘‘आपत्तिजनक’’ दस्तावेज जब्त किए हैं।
अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) अविनाश कुमार ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘हमने यह सुनिश्चित किया है कि यहां कानून-व्यवस्था की स्थिति नियंत्रित रहे। हमने राज्य की राजधानी में इन प्रमुख प्रतिष्ठानों पर सुरक्षा बढ़ा दी है ताकि लोग एकत्र नहीं हो सकें।’’
न्यूज़ एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ
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