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'उलगुलान न्याय महारैली' से हुआ ऐलान रुकेगा नहीं इंडिया

महारैली को संबोधित करते हुए झारखंड के वर्तमान मुख्यमंत्री चम्पई सोरेन ने भाजपा और मोदी सरकार पर निशाना साधा कि इस बार का चुनाव झारखंड के आदिवासी-मूलवासियों के लिए सबसे अहम् मुद्दा बना हुआ है।
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सचमुच, तीखी गर्मी की तपिश और तपती दुपहरी में रांची के धुर्वा स्थित ‘प्रभात तारा मैदान’ में ‘उलगुलान न्याय महारैली’ में शामिल हज़ारों हज़ार का राजनीतिक महाजुटान, इस चुनावी माहौल में काफी मायने रखता है। जिसमें एक ओर तो कार्यक्रम मंच के सामने बने बड़े-बड़े पंडालों में पुरे प्रदेश से पहुंचे INDIA गठबंधन दलों के उत्साही कार्यकर्ता-समर्थक झंडे लहराकर अपनी एकजुटता प्रदर्शित कर रहे थे। तो दूसरी ओर, सामने मंच पर INDIA गठबंधन दलों के सभी प्रमुख नेता-प्रवक्ताओं के अलावे तृणमूल कांग्रेस तक के प्रतिनिधि की सक्रीय उपस्थिति भाजपा विरोधी विपक्षी महागठबंधन की मजबूत एकता को सहज ही दर्शा रही थी।

गौर तलब है कि झारखंड की सर्वाधिक लोकप्रिय पार्टी झामुमो नेता व राज्य के मुख्यमंत्री रहे हेमंत सोरेन को झूठे मुकदमे में फंसाकर जेल में डाले जाने के ख़िलाफ़ विगत कई दिनों से जारी आन्दोलन को व्यापक स्वरप देने के लिए यह महारैली की गयी। मुख्यमंत्री चम्पई सोरेन और झामुमो के संयोजकत्व में इस रैली का आयोजन हुआ।

हेमंत सोरेन की पत्नी व गान्डेय विधानसभा उपचुनाव में झामुमो प्रत्यशी कल्पना सोरेन के साथ साथ दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल की उपस्थिति और उनका संबोधन विशेष आकर्षण रहा।

महारैली को संबोधित करते हुए झारखंड के वर्तमान मुख्यमंत्री चम्पई सोरेन ने भाजपा और मोदी सरकार पर निशाना साधा कि इस बार का चुनाव झारखंड के आदिवासी-मूलवासियों के लिए सबसे अहम् मुद्दा बना हुआ है। क्योंकि यहाँ से जीतकर जानेवाले सांसदों ने कभी भी यहाँ के लोगों के अस्तित्व, अधिकार और अस्मिता व पांचवी अनुसूची-सीएनटी इत्यादि बचाने का सवाल संसद में कभी नहीं उठाया है। केंद्र की भाजपा-मोदी की सरकार आज अरविन्द केजरीवाल और हेमंत सोरेन की सरकारों के जनपक्षीय कार्यों से घबराकर ही इन्हें जेल में डालने का कृत्य किया है। जिसका जवाब इस चुनाव में जनता हर हाल में देगी। मोदी शासन झारखंड समेत देश के सभी गैर भाजपा राज्य सरकारों के साथ सौतेला व्यवहार लगातार कर रही है। मोदी शासन के डबल इंजन की सरकार ने 5000 सरकारी स्कूलों को बंद कर के गरीबों के बच्‍चों को शिक्षा से वंचित करना चाहा तो हेमंत सोरेन की सरकार ने बंद किये गए सभी स्कूलों को खुलवा दिया। 11 लाख गरीबों का राशन कारड रद्द किया तो हेमंत सरकार ने जवाब में 20 लाख लोगों को नया राशन कार्ड उपलब्ध करवाकर भूख के संकट से निज़ात दिलाने का काम किया।

कांग्रेस के राष्ट्रिय मल्लिकार्जुन अध्यक्ष खड़गे ने कहा कि हमारे दो दो मुख्यमंत्रियों को जेल में डाल दिया गया है तब भी हम देश में संविधान और लोकतंत्र बचाने की जंग में डटे हुए हैं।

हेमंत सोरेन जी पर लगातार दबाव बनाया जा रहा था कि यदि वे INDIA गठबंधन का साथ नहीं छोड़ेंगे तो उन्हें जेल में डाल दिया जाएगा। लेकिन हेमंत सोरेन हिम्मतवाले रहे, जेल चले गए लेकिन झुके नहीं। भाजपा-मोदी जी को महागठबंधन की बढ़ती हुई ताक़त डरा रही है। इसी से घबराकर वे विपक्ष को डराने की कोशिश कर रहें हैं। आज की ये महारैली साफ़ सन्देश दे रही है कि झारखंड के जागरूक लोग इंडिया गठबंधन के साथ मजबूती के साथ खड़े हैं।

फ़ारुख अब्दुल्ला जी ने कहा कि लोकतंत्र और संविधान इस देश की आत्मा है और आज इसे बदलने की साजिश रची जा रही है। संविधान से ही हमें एक वोट देने का अधिकार मिला हुआ है। कोई नरेंद्र मोदी नहीं बल्कि आपका यही एक वोट इस देश को बदल सकता है। जम्मू-कश्मीर के लोगों कि ओर से कहा कि - हम कोई पकिस्तान अथवा किसी दूसरे के मुसलमान नहीं है बल्कि भारतीय मुसलमान हैं। इस देश में इतने धर्म हैं यही इसकी खूबसूरती है। बाबा साहब ने जो हमें संविधान दिया वही हम सबों को आपस में जोड़ता है। जिसे बचाने के लिए हम सबों को इस चुनाव में पूरी एकजुटता के साथ खड़ा होना होगा।

पंजाब के मुख्यमंत्री ने कहा कि आज यहाँ जुटा जनसैलाब सिर्फ कोई राजनीतिक रैली अथवा शक्ति प्रदर्शन नहीं है। बल्कि यह देश का संविधान और लोकतंत्र बचाने के लिए एकजुटता की रैली है। दिल्ली में अरविन्द केजरीवाल और झारखंड में हेमंत सोरेन जी की सरकारें जनता और गरीबों के लिए जो कुछ अच्छे काम कर ररही थी तो मोदी जी और भाजपा वाले इससे बेहद परेशान हो गए। तब साज़िश रचकर झूठे मुकदमों में दोनों को जेल में डाल दिया। उन्होंने मंच पर रखी गयी अरविन्द केजरीवाल और हेमंत सोरेन के नाम लिखी खाली कुर्सियों की ओर इशारा करते हुए कहा कि- ये खाली कुर्सियां ही इस चुनाव में मोदी जी और उनके कुनबे की सारी कुर्सियां खाली करवाएंगी। आज हमारे दोनों मुख्यमंत्रियों की अनुपस्थिति में हमारी दोनों वीरांगना बहनें यहाँ पुरे आत्मविश्वास के साथ यहाँ खड़ी हैं।

अखिलेश यादव ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि भाजपा वाले घबराए हुए हैं इसीलिए विपक्ष के साथ अन्याय करने पर उतारू हो गए हैं। पिछले 10 वर्षों में इस देश को पीछे धकेलनेवालों की बिदाई जनता भी धूमधाम से कर देगी। हेमन्त सोरेन को गिरफ्तार कर लिया तो क्या, शेर को क़ैद करने से उसकी दहाड़ को कैसे क़ैद कर सकेंगे। रोज़गार और विकास के नाम पर जुमले से देश को छलनेवली मोदी सरकार के पास झांसा देने के लिए कुछ नहीं बचा है तो जुमले की जगह अब “गारंटी” लेकर आये हैं। लेकिन देश की जनता उनकी नहीं बल्कि बाबा साहब के संविधान की गारंटी चाहती है। आज बिरसा मुंडा की इस धरती झारखंड का हर वोट भाजपा के खिलाफ पड़ेगा।

तेजस्वी यादव ने भी अपने अंदाज़ में कहा कि बिहार में हम इंडिया गठबंधन के लोगों ने भाजपा की हवा टाईट करके रखी है। यहाँ भी आज की इस महारैली ने भी दिखा दिया है कि झारखंड के लोगों ने भी भाजपा भगाने और देश को बचाने का पूरा मन बना लिया है, जो कि बेहद ज़रूरी है। क्योंकि भाजपा की तानाशाह सरकार को हटा कर ही इस देश में लोकतंत्र और संविधान की रक्षा संभव है। अपने मजाकिया अंदाज़ में तेजस्वी यादव ने कटाक्ष किया कि- भाजपा के तीन जमाई, ईडी-आईटी और सीबीआइ। अरविन्द केजरीवाल व हेमंत सोरेन की गिरफ़्तारी के साथ साथ अपने पिता लालू प्रसाद जी को फंसाकर जेल भेजने की चर्चा करते हुए कहा कि- हम जेल जाने से डरनेवालों में नहीं हैं। भाजपा वाले ये समझ लें कि हमारे आराध्य कृष्ण तो जेल में ही जन्म लिए थे।

महारैली कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे दिसोम गुरु शिबू सोरेन की उपस्थिति में प्रथम वक्ता के रूप में बोलते हुए भाकपा माले महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा कि- आपने जो नारा दिया है कि ‘झारखंड झुकेगा नहीं, INDIA रुकेगा नहीं’, यही हम सबों का भी नारा है। हमें मालूम है कि झारखंड को झुकाने और सताने की जो कोशिश की जा रही है, यह नयी नहीं है। जब झारखंड अलग राज्य बना, अगर आरएसेस-भाजपा का बस चलता तो उस समय ही ये झारखंड का नाम बिगाड़कर “वनांचल” कर देते। लेकिन झारखंड आन्दोलन और यहाँ के शहीदों की ताक़त है कि वो इस राज्य का नाम नहीं बिगाड़ सके। तो काम बिगाड़ने की कोशिश शुरू से करते रहे। यहाँ की पहली सरकार भाजपा गठबंधन की ही बनी थी। जिसके मुख्यमंत्री बाबूलाल के नेतृत्व में पुरे प्रदेश में “पुलिस राज” थोपने कवायद करते हुए इसी रांची के डोरंडा में ईद को मातम में बदल दिया गया। तपकरा में “कोयलकारो विस्थापन विरोधी आन्दोलनकारियों” पर पुलिस फायरिंग कराकर 8 निर्दोष आदिवासी-मूलवासी की हत्या कर दी गयी। मरकच्चो में पुलिस फायरिंग से दमन के बढ़ते सिलसिला का ही परिणाम था झारखंड नवनिर्माण के चर्चित जननायक कॉमरेड महेंद्र सिंह की हत्या कर दी गयी। फिर 2014 में इनकी “डबल इंजन की सरकार “ ने खूंटी क्षेत्र में पांचवी अनुसूची को लेकर पत्थलगड़ी आन्दोलन कर रहे सैंकड़ों आदिवासियों पर “देशद्रोह” का फर्जी मुकदमा कर भारी दमन चलाया गया। इनके दमन का ही उदाहरण है, झारखंड समेत पुरे देश में आदिवासी-वंचितों की मुखर आवाज़ कहे जानेवाले फादर स्टैन स्वामी जो आदिवासियों के जल, जंगल, ज़मीन के सवालों और जेलों में बंद निर्दोष आदिवासियों की रिहाई को लेकर आवाज़ उठा रहे थे तो उन्हें भी “राजद्रोह” के फर्जी मुकदमे में रांची से उठाकर पुणे जेल में डाल दिया गया। अन्तोगत्वा जेल में ही वे शहीद हो गए। ये वही दमन का दौर है कि इधर जन लोकप्रिय मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन को फर्जी मुक़दमे में फंसाकर जेल में डाला दिया गया है तो उधर, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल की साजिशपूर्ण तरीके से गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया गया है। ये दमन, लोकतंत्र पर तानाशाही का हमला है और इसी के खिलाफ हम एकजुट हुए है। लोकसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान को लेकर यही चर्चा है कि “चार सौ पार” के गुब्बारे की हवा देश कि मतदाता जनता ने निकालना शुरू कर दिया है। इस बार का चुनाव रोज़गार-महंगाई जैसे ज्वलंत मुद्दों के साथ साथ केन्द्रीय रूप से इस देश के संविधान को बचाने का चुनाव है। क्योंकि इनके नेता खुलकर बोल रहें हैं कि हमें “चार सौ पार” इसीलिए चाहिए कि संविधान बदल देना है। इसलिए बाबा साहेब द्वारा दिए गए संविधान को बचाने तथा देश कि आज़ादी, संप्रभुता, एकता और समानता को मजबूती से स्थापित करने के लिए हमारा एक एक वोट INDIA गठबंधन के पक्ष में मजबूती से पड़े ताकि आरएसएस-भजपा द्वारा लोकतंत्र-संविधान पर किये जा रहे हमलों का करारा जवाब दिया जा सके।

अपने विशेष संबोधन में हेमंत सोरेन जी की पत्नी कल्पना सोरेन ने उलगुलान महारैली के नाम जेल से भेजी गए विशेष पत्र को पढ़कर सुनाया। पत्र में हेमंत सोरेन ने झारखंड के साथ साथ महागठबंधन के सभी आगंतुक नेताओं का अभिवादन करते हुए लिखा था कि- आज इस उलगुलान महारैली में मैं आपके साथ नहीं हूँ। आप सब जानते ही हैं कि कैसे विगत चार वषों से मुझे और मेरी सरकार को गिराने के लिए विपक्षी भाजपा और उसके नेता लगातार साजिश रचते रहे। जब वे सफल नहीं हो सके तो आखिरकार बेबुनियाद आरोपों में मुझे ढाई महीने से भी अधिक समय से बिरसा जेल में बाद करके रखा है। इसी तरह दिल्ली में जब सरकार नहीं गिरा पाए तो अरविन्द केजरीवाल जी को उनके सहयोगियों समेत जेल में बंद कर दिया है। जिसका पूरी एकजुटता के साथ इस चुनाव में हिसाब लेना है। क्योंकि मोदी और भाजपा की सरकार पुरे देश से विपक्ष को खत्म करके तानाशाही का एकक्षत्र राज्य चलाना चाहती है। जिसके लिए संविधान और लोकतंत्र को समाप्त करना ही इसकी मूल मंशा है। जो कि अगर सफल हो गयी तो कुछ भी नहीं बचेगा। आदिवासी तो हामेशा के लिए ही समाप्त सा कर दिया जाएगा। ऐसे में राज्य की हर संसदीय सीट पर इंडिया गठबंधन को जिताने में पूरी ताक़त लगा देनी होगी। वरना मेरी तरह ही सबों को जेल से “बंदी पत्र” लिखने की नौबत आ जाएगी।

अरविन्द केजरीवाल जी की पत्ब्नी सुनीता केजरीवाल के भावपूर्ण उद्बोधन ने तो कुछ देर के लिए सबको स्तब्ध सा कर दिया। उन्होंने ने भी लोगों से यही कहा कि बिना कोई आरोप सिद्ध हुए व बिना अदालत द्वारा कोई सज़ा दिए जाने के बावजूद अरविन्द केजरीवाल और हेमंत सोरेन जी को जेल में क़ैद करके रखना कहाँ तक न्यायोचित है। आज जेल में उनके भोजन पर भी निगरानी कैमरा लगा हुआ है। 12 वर्षों से वे शूगर के मरीज़ हैं लेकिन तब भी उन्हें इन्सुलिन नहीं लेने दिया जा रहा है। जेल से अरविन्द केजरीवाल जी का सन्देश सुनाते हुए कहा कि- इस चुनाव में अगर INDIA गठबंधन को मौक़ा मिलता है तो हम सभी मिलकर इस देश को महान बनायेंगे। क्योंकि INDIA के दिल में इंडिया बस्ता है।

महारैली को दिल्ली से आये आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता संजय सिंह व महाराष्ट्र से आयीं शिव सेना की नेता प्रियंका चतुर्वेदी के अलावे झारखंड सरकार के मंत्री आलमगीर आलम तथा तृणमूल कांग्रेस नेता विवेक गुप्ता ने भी संबोधित किया। महारैली में आये लोगों का स्वागत झामुमो के वरिष्ठ नेता स्टीफन मरांडी ने किया।

महारैली का एक बड़ा आकर्षण यह भी रहा कि कई समर्थक हेमंत सोरेन जी का मुखौटा लगाये हुए थे। कई इलाकों से आदिवासी टीमें भी अपने पारंपरिक पहनावे के साथ साथ तीर-धनुष और नगाड़ा-मांदर बजाते और नाच-गान करते हुए पहुंची हुई थीं।

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