Skip to main content
xआप एक स्वतंत्र और सवाल पूछने वाले मीडिया के हक़दार हैं। हमें आप जैसे पाठक चाहिए। स्वतंत्र और बेबाक मीडिया का समर्थन करें।

कवि अशोक वाजपेयी 'रेख़्ता' के कार्यक्रम में नहीं होंगे शामिल, कहा 'इस तरह का सेंसर अस्वीकार्य है'

अर्थ कल्चर फ़ेस्ट में रेख़्ता द्वारा आयोजित एक सेशन में अशोक वाजपेयी शामिल होने वाले थे। मगर उनसे कहा गया कि वह सरकार की सीधी आलोचना करने वाली कविताएं न पढ़ें।
Ashok Vajpeyi

मशहूर हिंदी कवि, लेखक और आलोचक अशोक वाजपेयी ने अर्थ और रेख़्ता फ़ाउंडेशन द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में भाग लेने से इनकार कर दिया है। 82 वर्षीय कवि का कहना है कि उनसे कहा गया था कि वह कार्यक्रम में वही कविताएं पढ़ें जिनमें राजनीति या सरकार की सीधे तौर पर आलोचना न हो। उन्होंने यह जानकारी 24 फ़रवरी की सुबह अपने फ़ेसबुक पेज 'कभी कभार' के ज़रिए दी। उन्होंने आगे लिखा, "इस तरह का सेंसर अस्वीकार्य है।"

क्या है पूरा मामला?

दरअसल अर्थ लाइव 24 से 26 फरवरी को दिल्ली की सुंदर नर्सरी में एक सांस्कृतिक मेला का आयोजन कर रहा है जिसे अर्थ कल्चर फेस्ट का नाम दिया गया है। 24 फ़रवरी को 8:30 बजे होने वाले एक सेशन में अशोक वाजपेयी, अनामिका, बद्री नारायण, दिनेश कुशवाहा और मानव कौल होने वाले थे। यह सेशन उर्दू की मशहूर वेबसाइट रेख़्ता द्वारा आयोजित किया जाना था। अशोक वाजपेयी ने जब इस सेशन में शामिल होने से इनकार कर दिया तो अर्थ ने शेड्यूल में से उनके नाम की जगह अष्टभुज शुक्ला का नाम लिख दिया है।

image

अशोक वाजपेयी मोदी सरकार के मुखर आलोचक रहे हैं। उन्होंने 2015 में विरोध के अधिकार का समर्थन करते हुए साहित्य अकादमी पुरस्कार भी लौटा दिया था।

इस कार्यक्रम का प्रमोटर ज़ी ग्रुप है।

न्यूज़क्लिक ने रेख़्ता फ़ाउंडेशन की टिप्पणी जानने के लिए उनसे संपर्क किया। रेख़्ता की वेबसाइट 'हिंदवी' के लिए काम करने वाले अविनाश मिश्रा ने न्यूज़क्लिक से बात करते हुए कहा, "हमें नहीं पता कि उनकी ज़ी से क्या बात हुई है। कोई किसी को कविता पढ़ने से नहीं रोकता है, वह(अशोक वाजपेयी) झूठ बोल रहे हैं।"

अर्थ लाइव के इस फेस्ट की बात करें तो इसमें बीजेपी नेता, दक्षिणपंथी समूह के लोगों के साथ साथ, विपक्षी नेता, पत्रकार भी शामिल किए गए हैं। मनोज वाजपेयी, पंकज त्रिपाठी जैसे कलाकार भी इस उत्सव में शामिल होने वाले हैं।

अपने टेलीग्राम ऐप पर जनवादी नज़रिये से ताज़ा ख़बरें, समसामयिक मामलों की चर्चा और विश्लेषण, प्रतिरोध, आंदोलन और अन्य विश्लेषणात्मक वीडियो प्राप्त करें। न्यूज़क्लिक के टेलीग्राम चैनल की सदस्यता लें और हमारी वेबसाइट पर प्रकाशित हर न्यूज़ स्टोरी का रीयल-टाइम अपडेट प्राप्त करें।

टेलीग्राम पर न्यूज़क्लिक को सब्सक्राइब करें

Latest