Skip to main content
xआप एक स्वतंत्र और सवाल पूछने वाले मीडिया के हक़दार हैं। हमें आप जैसे पाठक चाहिए। स्वतंत्र और बेबाक मीडिया का समर्थन करें।

राम रहीम को फिर पैरोल, सज़ा के 4 सालों में 9 बार आया बाहर

पिछले साल राम रहीम को तीन बार पैरोल मिली थी जिसमें कुल 91दिन वो जेल से बाहर था। विरोध के उठते स्वरों के बीच जानकारों का मानना है कि राम रहीम पर सरकार की विशेष कृपा है।
Ram Rahim
फ़ोटो साभार : X

बलात्कार और हत्या का दोषी गुरमीत राम रहीम एक बार फिर सुर्खि़यों में है। इस बार भी वजह उसकी पैरोल है जो बीते 4 सालों से अब तक लगभग 9वीं बार मंजूर कर ली गई है। इस बार गुरमीत राम रहीम 50दिनों के लिए जेल से बाहर आया है जबकि पिछले साल राम रहीम को तीन बार पैरोल मिली थी जिसमें कुल 91दिन वो जेल से बाहर था। विरोध के उठते स्वरों के बीच जानकारों का मानना है कि राम रहीम पर सरका़र की विशेष कृपा है। और यही कारण है कि इतने संगीन अपराधों में दोषी करार दिए जाने के बावजूद राम रहीम जब मन चाहे बाहर जश्न मनाने निकल पड़ता है।

ध्यान रहे कि पिछले साल जुलाई 2023 में राम रहीम को जब सातवीं बार 30 दिन की पैरोल मिली थी तो इस मामले ने खूब तूल पकड़ा था। हत्या और दुष्कर्म की सजा काट रहा बाबा का मामला पंजाब-हरियाणा हाई कोर्ट भी पहुंचा था। जानकारों की मानें तो राज्य सरकार ने हाई कोर्ट में दूसरी बार राम रहीम के हार्ड क्रिमिनल नहीं होने का हलफनामा दिया था। सरकार ने ये भी कहा था कि हत्या के जिन दो मामलों में राम रहीम को सजा दी गई है उन मामलों को सीरियल किलिंग नहीं कहा जा सकता है।

राम रहीम पर इतनी मेहरबानी क्यों?

गुरमीत राम रहीम से राज्य सरकार की नजदीकियों पर अक्सर ही सवाल उठते रहे हैं। कई मीडिया रिपोर्ट्स में ऐसा दावा किया जाता रहा है कि हरियाणा विधानसभा चुनावों से पहले राम रहीम ने अपने समर्थकों से बीजेपी के समर्थन की बात कही थी। कुछ खबरों के मुताबिक, बीजेपी के नेता कैलाश विजयवर्गीय कुछ बीजेपी उम्मीदवारों के साथ चुनाव से पहले राम रहीम से आशीर्वाद लेने भी गए थे। हरियाणा के खेल मंत्री अनिल विज के ट्विटर पर अगर नज़र दौड़ाएं तो राम रहीम से उनकी नज़दीकियां पता चलती हैं।

खबरों के मुताबिक मौजूदा समय में केंद्र में मंत्री और हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर से बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर भी डेरा सच्चा सौदा के राम रहीम संग नज़र आए थे। इसके अलावा हरियाणा सरकार के कई मंत्री और नेता भी पहले बाबा के दरबार में अपनी हाज़री लगा चुके हैं। और यही कारण है कि अक्सर जब भी गुरमीत राम रहीम को पैरोल मिलती है हरियाणा की मनोहर लाल खट्टर सरकार पर सवाल उठने लगते हैं।

गौरतलब है कि साल 2017 में राम रहीम पर सिरसा स्थित अपने आश्रम में दो महिला अनुयायियों से बलात्कार का दोष सिद्ध हुआ था। इसी मामले में वह 20 साल की सजा काट रहा है। पंचकूला की एक विशेष सीबीआई अदालत ने अगस्त 2017 में राम रहीम को दोषी करार दिया था। इसके अलावा राम रहीम डेरा के पूर्व प्रबंधक रंजीत सिंह और पत्रकार रामचंद्र छत्रपति की हत्या के दो अलग-अलग मामलों में उम्रकैद की सजा भी काट रहा है।

हालांकि इसमें कोई दो राय नहीं कि इस सच्चाई और सज़ा के बावजूद उसका राजनीति या अपने भक्तों के बीच किसी तरह का कोई प्रभाव कम नहीं हुआ है। आपको शायद याद हो कि राम रहीम को सज़ा का ऐलान होने के बाद कई इलाकों में भयंकर हिंसा भड़क उठी थी। इसमें कई लोगों की जान तक चली गई वहीं सैकड़ों जख्मी हुए थे।

विवादों से पुराना नाता

वैसे गुरमीत राम रहीम का विवादों से पुराना नाता रहा है। साल 1998 में एक बच्चे के डेरा की जीप से कुचले जाने के बाद ख़बर को छापने वाले अख़बार को डेरा के लोगों का धमकाने से लेकर मई 2002 में गुरमीत सिंह पर यौन शोषण का आरोप लगाते हुए डेरा की एक साध्वी द्वारा गुमनाम पत्र तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को लिखे जाने तक अनेक अपराध डेरा प्रमुख के खाते में हैं। इसके अलावा सिखों के गुरु गोबिंद सिंह की नकल करने, डेरा के 400 साधुओं को नपुंसक बनाए जाने सहित तमाम आरोप गुरमीत राम रहीम पर लगते रहे हैं। हालांकि इन सब आरोपों के बावजूद खुलेआम नेता मंत्री और संतरी बाबा के दरबार में चुनाव जीतने की उम्मीद में जाते रहे हैं।

यह विडंबना ही है कि आजकल जहां अन्य मामलों में महज जांच के नाम पर सालों-साल कथित आरोपियों को जेल में बंद कर दिया जाता है, उनकी चार्जशीट दाखिल हो या न हो उनका जेल से बाहर निकलना दूभर होता है। वहीं गुरमीत राम रहीम जैसे संगीन अपराधी जिन्हें अदालत द्वारा सज़ा सुनाई जा चुकी है पर वह खुलेआम बड़ी आसानी से बाहर निकल जाते हैं।

अपने टेलीग्राम ऐप पर जनवादी नज़रिये से ताज़ा ख़बरें, समसामयिक मामलों की चर्चा और विश्लेषण, प्रतिरोध, आंदोलन और अन्य विश्लेषणात्मक वीडियो प्राप्त करें। न्यूज़क्लिक के टेलीग्राम चैनल की सदस्यता लें और हमारी वेबसाइट पर प्रकाशित हर न्यूज़ स्टोरी का रीयल-टाइम अपडेट प्राप्त करें।

टेलीग्राम पर न्यूज़क्लिक को सब्सक्राइब करें

Latest