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शर्मनाकः इलाज और स्ट्रेचर के अभाव में युवक के कंधे पर महिला की मौत

बिहार में एक बार फिर चिकित्सा व्यवस्था की पोल खुल गई है। प्रदेश के बेगूसराय स्थित सदर अस्पताल में एक युवक घायल महिला को लेकर इलाज के लिए भटकता रहा, लेकिन उसकी मौत युवक के कंधे पर ही हो गई।
begusarai sadar hospital
Image courtesy : Hindustan

बिहार में एक बार फिर शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है। राज्य के बेगूसराय के सदर अस्पताल में एक घायल महिला को स्ट्रेचर नहीं मिला, जिसके चलते एक युवक उसको लेकर इधर-उधर भटकता रहा। आखिर में उस घायल महिला की मौत युवक के कंधे पर ही हो गई।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक सड़क हादसे में घायल एक महिला को इलाज के लिए एक युवक गत सोमवार को सदर अस्पताल लाया, लेकिन उसे किसी ने मदद नहीं की। युवक उसे लेकर इधर-उधर भटकता रहा लेकिन न तो उसे कोई डॉक्टर मिले और न ही कोई स्वास्थ्यकर्मी। बाद में घायल महिला की मौत उस युवक के कंधे पर ही हो गई। मृतका बलिया थाना के भगतपुर की रहने वाली थी।

महिला की मौत की खबर जब अस्पताल में फैली तो डॉक्टर सामने आए और महिला की जांच तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। डॉक्टरों ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। इतना ही नहीं मौत के बाद भी महिला के शव को ले जाने के लिए अस्पताल की और से स्ट्रेचर की व्यवस्था नहीं की गई, तो युवक अपने कंधे पर ही शव को ले गया।

अस्पताल परिसर में मौजूद रोगी व उनके परिजनों ने इस दृश्य को देखा तो अस्तपाल प्रशासन के खिलाफ आक्रोश व्यक्त किया। तेजी से वायरल हो रहे वीडियो में साफ तौर से देखा जा सकता है कि किस तरह से एक युवक के द्वारा मृतक महिला को कंधे पर लेकर दौड़ते नजर आ रहा है।

ज्ञात हो कि शनिवार को नगर थाना क्षेत्र के महमदपुर के पास एनएच-31 पर एक अनियंत्रित टेम्पो के पलट जाने से करीब आधा दर्जन लोग घायल हो गए थे। इन घायलों में एक महिला की हालत बेहद गंभीर थी, तभी एक स्थानीय युवक घायल महिला को इलाज के अपने कंधे पर लेकर अस्पताल की ओर दौड़ पड़ा। लेकिन वह महिला को बचा नहीं सका।

मामला सामने आने के बाद अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ.प्रमोद सिंह ने मीडिया से कहा कि मामला अतिगंभीर है। इसकी जांच करायी जा रही है। दोषी चिकित्सक व स्वास्थ्य कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई होगी।

इसी साल सितंबर महीने में उस वक्त भी बिहार के चिकित्सा व्यवस्था की पोल खुली थी, जब भोजपुर जिला स्थित आरा सदर अस्पताल स्ट्रेचर नहीं मिलने के कारण परिजन मरीज को प्लास्टिक के बोरे पर रखकर ओपीडी स्थित सीटी स्कैन सेंटर से इमरजेंसी वार्ड में ले गए थे।

इमादपुर थाना क्षेत्र के बिहटा गांव निवासी 80 वर्षीय महिला फूलझारो कुंवर इलाज के कराने के लिए अस्पताल आई थीं। बुजुर्ग महिला के बेटे के अनुसार काम करते वक्त वह अपने घर में सुबह फिसल कर गिर गई थी जिससे उसे ब्रेन हेमरेज हो गया था।

जब परिजन बुजुर्ग महिला को आरा सदर अस्पताल लेकर आए तो डॉक्टरों ने उन्हें सीटी स्कैन कराने को कहा था। स्कैन कराने के लिए इमरजेंसी वार्ड के स्वास्थ्य कर्मियों से स्ट्रेचर की मांग की तो उन्हें स्ट्रेचर नहीं मिला। स्ट्रेचर न मिलने पर मजबूरन महिला के परिजन उसे प्लास्टिक के बोरे पर रखकर सदर अस्पताल के ओपीडी स्थित सिटी स्कैन सेंटर ले गए।

बता दें कि दो महीने पहले सासाराम के सदर अस्पताल का एक वीडियो सामने आया था, जिसमें देखा गया कि सड़क दुर्घटना में घायल एक बहन को स्ट्रेचर के अभाव में उसका भाई पीठ पर लादकर अस्पताल परिसर में इलाज के लिए भटकता रहा। पीड़ित व्यक्ति शिवसागर थाना क्षेत्र के तेलड़ा गांव का रहने वाला था।

पीड़ित सुनील कुमार ने मीडिया को बताया था कि वो घटनास्थल से अस्पताल तक ऑटो से अपनी बहन को लेकर सदर अस्पताल पहुंचा था। उसकी बहन चलने-फिरने में असमर्थ थी इसलिए अस्पताल कर्मियों से स्ट्रेचर लेकर चलने को कहा लेकिन उसकी किसी ने नहीं सुनी थी। मदद न मिलने पर सुनील ने अपनी बहन को पीठ पर लादा और डॉक्टर को दिखाने गया। उसकी शिकायत पर डॉक्टर ने भी कोई ध्यान नहीं दिया था।

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