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धर्म के नाम पर राजनीति करने वालों की अब चलने वाली नहीं: गहलोत

“कर्नाटक में भी बजरंग बली का नाम आया था। कर्नाटक की जनता ने करारा जवाब दे दिया। अब बारी राजस्थान की है और राजस्थान की जनता करारा जवाब देगी।”
Ashok Gehlot
फ़ोटो : PTI

जयपुर: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि धर्म के नाम पर राजनीति करने वालों की अब चलने वाली नहीं है।

उन्होंने कहा कि सभी जाति, सभी धर्मों के लोगों को साथ लेकर चलना कांग्रेस की सोच है और उसके सिद्धांतों ने ही देश को अखंड रखा है।

यहां पार्टी के प्रदेश कार्यालय में संवाददाताओं से बातचीत में गहलोत ने अपनी सरकार द्वारा गौशालाओं व मंदिरों के लिए किए गए कामों का जिक्र किया। उन्होंने कहा, ‘‘गायों के लिए गौशालाएं मैंने ही बनवाईं, हम पुजारियों का मानदेय बढ़ा रहे हैं, मंदिरों की मरम्मत करवा रहे हैं ... यह लोग धर्म के नाम पर जो राजनीति कर रहे हैं,... अब इनकी चलने वाली नहीं है। लोग समझ गए हैं कि राजस्थान में कांग्रेस की सरकार सबको साथ लेकर चल रही है।’’

गहलोत ने कहा कि देश में कांग्रेस की नीतियों, सिद्धांत, कार्यक्रम की पहचान है। उन्होंने कहा कि इन्हीं नीतियों, सिद्धांतों व कार्यक्रमों ने देश को अखंड रखा है और कांग्रेस की सोच सभी जाति, सभी धर्मों के लोगों को साथ लेकर चलने की है।

मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘भारतीय जनता पार्टी, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने कांग्रेस के खिलाफ तथाकथित तुष्टिकरण का षड्यंत्र किया है। धर्म के नाम पर कोई बात करता है तो लोग बहकावे में आ ही जाते हैं, अब उनकी असलियत सामने आ रही है क्योंकि नौ साल में सबको मालूम हो गया है कि कांग्रेस के लोग भी हिंदू हैं, गौभक्त हैं और मंदिर जाते हैं।’’

मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘पहले ऐसा माहौल बना दिया गया जैसे कांग्रेस के लोग मंदिर नहीं जाते, उनकी आस्था नहीं होती, वे गौमाता की पूजा नहीं करते। अपने मकसद में वे कामयाब हो गए लेकिन नौ साल में उनकी असलियत सामने आ गई।’’

इस अवसर पर साध्वी अनादि सरस्वती ने कांग्रेस की सदस्यता ली। मुख्यमंत्री गहलोत व पार्टी के प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर रंधावा ने उनका पार्टी में स्वागत किया।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को तिजारा में एक कार्यक्रम में कहा था ‘‘तालिबानी सोच का इलाज बजरंगबली की गदा ही है।’’ इस बारे में एक सवाल पर गहलोत ने कहा, ‘‘ये जो बातें कर रहे हैं वे देशहित में नहीं हैं। ये मुद्दों से ध्यान भटकाना चाहते हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘कर्नाटक में भी बजरंग बली का नाम आया था। कर्नाटक की जनता ने करारा जवाब दे दिया। अब बारी राजस्थान की है और राजस्थान की जनता करारा जवाब देगी।’’

गहलोत ने कहा कि राजस्थान सरकार की योजनाओं की देश भर में चर्चा हो रही है। स्‍वास्‍थ्‍य के क्षेत्र में राजस्थान को देश में सिरमौर कहना अतिशयोक्ति नहीं होगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस राज्य सरकार के काम, उसकी योजनाओं व गारंटियों को लेकर ही चुनावी मैदान में जा रही है।

उन्‍होंने कहा, ‘‘हमारी योजनाएं, हमारे कानून, हमारी गारंटियां... इनके आधार पर ही हम जनता के बीच जा रहे हैं और हम चाहेंगे कि जनता हमें रिपीट करे। सरकार रिपीट होगी तो आने वाले वक्त में मौजूदा योजनाएं और मजबूत होंगी।’’

उल्लेखनीय है कि राजस्थान की 200 सीटों के लिए मतदान 25 नवंबर को और मतगणना तीन दिसंबर को होगी।

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