यूपी : पुलिस मुठभेड़ में मारे गये पुष्पेंद्र यादव की पत्नी ने आत्महत्या की, हथेली पर लिखा सुसाइड नोट
उत्तर प्रदेश के झांसी में चर्चित पुष्पेंद्र यादव एनकाउंटर मामले में पति के लिए न्याय मांग रही उसकी पत्नी शिवांगी यादव ने बुधवार दोपहर जालौन स्थित अपने मायके में आत्महत्या कर ली। मौके पर पहुंची पुलिस को शिवांगी के हाथों पर लिखा एक सुसाइड नोट मिला है, जिसमें उसने आत्महत्या के लिए खुद को जिम्मेदार ठहराया है। उसने अपनी हथेली पर लिखे सुसाइड नोट में लिखा कि ‘अपने आप खत्म हो रहे हैं, किसी पर कोई दोष न लगाए।’
चर्चित पुलिस एनकाउंटर में ढेर पुष्पेंद्र यादव की पत्नी शिवांगी यादव की पत्नी ने बुधवार 28 मार्च की देर रात फांसी के फंदे पर झूलकर आत्महत्या कर ली। परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने पुष्पेंद्र को फर्जी एनकाउंटर में मारा था और हम लोग लंबे समय से न्याय की मांग कर रहे थे। जब न्याय की कोई उम्मीद दिखती नजर नहीं आयी तो आहत होकर शिवांगी ने फांसी के फंदे पर झूलकर आत्महत्या कर ली। गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में 2019 में पुष्पेंद्र यादव का पुलिस द्वारा एनकाउंटर किया गया था।
इस एनकाउंटर को समाजवादी पार्टी ने फेक बताया था, जिसके बाद यह मामला काफी गरमाया था। हाईकोर्ट ने इस मामले की सुनवाई के लिए एक समिति का गठन किया था। शादी के मात्र 4 माह बाद विधवा हो गयी शिवांगी मांग कर रही थी कि उसके पति के हत्यारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाये, मगर साढ़े तीन साल बाद भी जब दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कोई कार्रवाई होती नजर नहीं आयी तो शिवांगी ने आत्महत्या कर ली।
न्याय न मिलने से थी दुखी
परिजनों का कहना है कि वह पुष्पेंद्र को न्याय न मिलने से दुखी थी। उसने तनाव में आकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली है। थानाध्यक्ष अर्जुन सिंह का कहना है कि महिला ने हाथ में सुसाइड नोट लिखा था। फिलहाल घरवालों के बयान ले लिए गए हैं, जांच पड़ताल की जा रही है।
बाएं हाथ की हथेली पर लिखा सुसाइड नोट
फंदा लगाने के पहले शिवांगी ने अपने बाएं हाथ में सुसाइड नोट लिखा, जिसमें लिखा था कि वह अपनी मर्जी से जान दे रही है। मेरे घरवालों को परेशान न किया जाए। परिजनों ने बताया कि उसने रात में सबके साथ खाना खाया था। लेकिन किसी को कोई बात नहीं बताई थी।
मायावती ने भी घेरा
पुष्पेन्द्र यादव के फर्जी एनकाउंटर को लेकर काफी हंगामा हुआ था। प्रदेश के इस चर्चित विवादित एनकाउंटर कांड के बाद सपा मुखिया अखिलेश यादव पीड़ित परिवार से मिलने भी गए थे। बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने भी इस मुठभेड़ को लेकर योगी आदित्यनाथ सरकार को घेरा था।
कौन था पुष्पेंद्र यादव
पुष्पेन्द्र यादव झांसी के करगुआं गांव का निवासी था। पुष्पेन्द्र यादव के पिता सीआईएसएफ में थे। पिता की आंखों की रोशनी जाने के बाद पुष्पेन्द्र को नौकरी मिली थी। पुष्पेन्द्र के पास दो ट्रक थे। जिससे वो सीमेंट, बालू की ढुलाई का बिजनेस करता था। दिल्ली मेट्रो में काम करने वाले पुष्पेन्द्र यादव के भाई ने मुठभेड़ को फर्जी बताकर पुलिस पर हत्या का आरोप लगाया था।
क्या है पूरा मामला
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पति शिवेंद्र यादव के एनकाउंटर के बाद से 26 वर्षीय शिवांगी अपने मायके जालौन जिले के पिपराया गांव में रह रही थी। शादी के 4 महीने बाद ही विधवा बना दी गयी शिवानी के परिजनों ने कोर्ट में यूपी पुलिस के खिलाफ याचिका दर्ज की थी। इसी के बाद इस मामले में एसआईटी का गठन किया गया था। शिवांगी की आत्महत्या के मामले में परिजन कहते हैं, शिवांगी ने सबके साथ खाना रात को खाना खाया था। उस समय हमें अंदाजा नहीं है कि वह आत्महत्या जैसा भी कोई कदम उठा सकती है। उसने देर रात फांसी लगाकर आत्महत्या की। आत्महत्या से पहले पहले शिवांगी ने अपने हाथ पर एक सुसाइड नोट भी लिखा था। पुलिस का कहना है कि उसने सुसाइड नोट में लिखा है कि वह स्वेच्छा से फांसी लगा रही है, इसलिए किसी को भी उसकी मौत के बाद किसी को भी परेशान न किया जाये।
गौरतलब है कि पुष्पेंद्र यादव के पुलिसिया एनकाउंटर के बाद पत्नी शिवांगी यादव ने दावा किया था कि पुलिस उनके पति से पकड़ा गया ट्रक छोड़ने के बदले रिश्वत मांग रही थी। पहले ही पचास हज़ार रुपए पुलिस को दे दिए थे। जब दोबारा और रुपए मांगे तो मेरे पति ने पहले दिए रुपए वापस मांगे। इसी बात पर मार डाला गया।’ इस मामले में मीडिया को दिये बयान में सीओ देवेंद्र पचौरी कहते हैं, यह घटना कालपी कोतवाली क्षेत्र के पिपरायां क्षेत्र की है। पुष्पेंद्र यादव की पत्नी शिवांगी की आत्महत्या की घटना सामने आयी है। पुलिस इस पूरे मामले की बारीकी से जांच कर रही है। शिवांगी ने मरने से पहले अपने हाथ में लिखा था कि वह अपनी मर्जी से जान दे रही है, इसलिए किसी को भी दोष न दिया जाए। बावजूद इसके पुलिस हर एंगल से घटना की जांच कर रही है।
गौरतलब है कि 29 जून 2019 को शिवांगी की शादी झांसी के करगुआ गांव के पुष्पेंद्र यादव से हुई थी। शादी के मात्र 4 महीने बीतने के बाद 5 अक्टूबर को झांसी पुलिस ने पुष्पेंद्र को एक एनकाउंटर में मार गिराया था, जिसे पुष्पेंद्र के परिजन फेक बताते आये हैं। एनकाउंटर के बाद मीडिया में दिये बयान में झांसी पुलिस ने आरोप लगाया था कि 5 अक्टूबर, 2019 की रात वह मोठ थाने के इंस्पेक्टर धर्मेंद्र सिंह चौहान पर हमला करने के बाद उनकी कार लूटकर भाग रहा था, जिसके चलते अगली सुबह पुलिस ने पुष्पेंद्र यादव को गुरसराय थाना क्षेत्र में एक मुठभेड़ में मार डाला। पुलिस ने दावा किया था कि उसके 2 साथी भाग निकले थे, और पुष्पेंद्र की कार से दो तमंचे, कारतूस और मोबाइल भी बरामद होने की बात पुलिस द्वारा कही गयी थी।
साभार : सबरंग
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