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शिक्षक भर्ती परीक्षा पास अभ्यर्थी बार-बार क्यों घेर रहे राज्य के शिक्षा मंत्री का बंगला?

मध्यप्रदेश में शिक्षक भर्ती परीक्षा पास करने वाले अभ्यर्थी 13 जून 2023 को राज्य के स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार के बंगले पर उनसे मिलने पहुंचे लेकिन पुलिस ने उन्हें खदेड़ दिया।
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मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव नजदीक है और ऐसे में कर्मचारी वर्ग बार-बार सरकार को ललकार रहे हैं। अब राज्य के पेंशनरों व अध्यापकों ने सरकार को चेतावनी दे दी है कि वे भी सरकार के खिलाफ आंदोलन करेंगे। पेंशनरों ने जुलाई महीने में और अध्यापकों ने अगस्त महीने में आंदोलन करने की चेतावनी दी है। उधर, शिक्षक भर्ती परीक्षा पास अभ्यर्थियों ने एक महीने में दूसरी बार राज्य के शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार का बंगला घेरा है। आइये जानते हैं सरकार को दी जा रही इन चेतावनियों की वजह क्या है?

शिक्षक भर्ती परीक्षा पास अभ्यर्थियों को पुलिस ने खदेड़ा

मध्यप्रदेश में शिक्षक भर्ती परीक्षा पास करने वाले अभ्यर्थी 13 जून 2023 को राज्य के स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार के बंगले पर उनसे मिलने पहुंचे। यहां उनकी मंत्री से मुलाकात होती, उसके पहले ही पुलिस ने उन्हें खदेड़ दिया। हालांकि अभ्यर्थी नाराज थे और करीब दो घंटे तक बंगले के बाहर नारेबाजी करते रहे। बाद में इन्हें वापस लौटना पड़ा। ये परीक्षा पास करने के बाद भर्ती प्रक्रिया शुरू कर उसमें शामिल करने की मांग कर रहे हैं जिस पर सरकार ध्यान नहीं दे रही है। इन्होंने वर्ष 2018 में परीक्षा पास कर ली थी। इनके साथ में जिन्होंने परीक्षा पास की थी उनमें से सरकार कुछ को नियुक्ति भी दे चुकी है। जिन्हें नियुक्ति नहीं मिली है, वे अभ्यर्थी लाखों की संख्या में हैं और बीते कुछ समय से विरोध दर्ज कराते आ रहे हैं। कई बार इनकी पुलिस के साथ नोंकझोंक हो चुकी है। इन्हीं अभ्यर्थियों में शामिल महिलाएं भोपाल में लोक शिक्षण संचालनालय के सामने पिछले 15 दिनों से क्रमिक भूख हड़ताल कर रही है। ये मुख्यमंत्री आवास के घेराव का प्रयास भी कर चुके हैं।

अध्यापक वरिष्ठता के साथ मांग रहे पुरानी पेंशन का लाभ

मध्यप्रदेश के कार्यरत अध्यापक 13 जून 2023 को भोपाल के शाहजहांनी पार्क में जुटे थे। उन्होंने बाइक रैली निकाली और भोपाल जिले के कलेक्टर आशीष सिंह से मिलने उनके कार्यालय पहुंचे। यहां उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नाम एक ज्ञापन दिया जिसमें लिखा कि उन्हें वरिष्ठता के साथ पुरानी पेंशन का लाभ दिया जाए। उन्होंने कहा कि यदि इस मांग को नहीं मानी गई तो वे 20 अगस्त से भोपाल में डेरा डालेंगे। ये अध्यापक संयुक्त मोर्चा संगठन के नेतृत्व में जुटे थे। यह मोर्चा अध्यापकों का संयुक्त मोर्चा है। इन्होंने यह भी तय किया है कि 20 अगस्त को भोपाल में डेरा डालो कार्यक्रम करेंगे। इसमें 10 हजार अध्यापक शामिल होंगे। इसकी तैयारी अभी से शुरू कर दी है।

विद्युत पेंशनर एरियर की राशि और पेंशन का भुगतान मांग रहे

उधर विद्युत पेंशनर एरियर की राशि और पेंशन का भुगतान की मांग कर रहे हैं। वर्तमान में मध्यप्रदेश में 6 बिजली कंपनियां कार्यरत हैं। पहले विद्युत मंडल हुआ करता था, जिसे सरकार ने खत्म कर दिया। इसके कारण कर्मचारियों को कंपनियों में मर्ज किया था। यहां से सेवानिवृत्त होने वाले नियमित कर्मचारी पेंशन भुगतान पाने के लिए बार-बार परेशान होते हैं। उनका कहना है कि जब केंद्र व राज्य के नियमित कर्मचारियों को बढ़े हुए महंगाई भत्ते का लाभ मिलता है तो उसी तारीख से इन्हें नहीं दिया जाता। वे इन्हीं बातों से नाराज हैं।

ये सेवानिवृत्त कर्मचारी इन्हीं बातों से नाराज होकर 13 जून को भोपाल के आंबेडकर पार्क में जुटे थे। ये यूनाइटेड फोरम फॉर एम्पलाइज एंड इंजीनियर्स एसोसिएशन के बैनरतले जुटे थे। इन पेंशनरों ने यूपी की योगी सरकार के अनुरूप पेंशन का कोषालय से भुगतान कराने, केंद्रीय तिथि एवं दर से महंगाई राहत भुगतान संबंधी पुरानी व्यवस्था बहाल करने, बिना शुल्क के हेल्थ स्कीम लागू करने, वेतन एवं ग्रेड पे की विसंगतियों को दूर करने, छठवें एवं सातवें वेतन का बकाया 32 एवं 27 माह के एरियर का भुगतान कराने सहित पुरानी पेंशन योजना लागू करने की मांग की है। इन मांगों का निराकरण नहीं करने की स्थिति में जुलाई में बड़ा आंदोलन करने की चेतावनी दी है।

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