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पहलवानों के धरने का एक महीना पूरा : इंडिया गेट पर न्याय की मांग के लिए कैंडल मार्च

दिल्ली के जंतर-मंतर पर 23 अप्रैल से चल रहे पहलवानों के धरने को आज एक महीना पूरा हो गया। इस दौरान क्या कुछ ख़ास रहा, आइए एक नज़र डालते हैं।
wrestlers protest

दिल्ली के जंतर मंतर पर 23 अप्रैल से चल रहे पहलवानों के धरने को आज एक महीना पूरा हो गया। इस मौक़े पर आज शाम पांच बजे इंडिया गेट पर एक कैंडल मार्च बुलाया गया है। धरने पर बैठे पहलवान यौन उत्पीड़न के आरोपी बृजभूषण शरण सिंह की जल्द से जल्द गिरफ़्तारी की मांग कर रहे हैं।

धरने पर बैठे पहलवान लगातार लोगों से इस कैंडल मार्च में शामिल होने की अपील कर रहे हैं। आज सुबह एक बार फिर पहलवान बजरंग पुनिया ने एक ट्वीट कर लोगों से कैंडल मार्च में शामिल होने की अपील की। साथ ही उन्होंने देश के दूसरे हिस्से में रह रहे लोगों से शाम पांच बजे उनके समर्थन में मोमबत्तियां जलाकर तस्वीर सोशल मीडिया पर शेयर करने की भी अपील की।

इससे पहले 21 मई को हुई महापंचायत में लिए गए कुछ अहम फैसलों में से एक फैसला ये भी लिया गया था कि-

* 23 मई को इंडिया गेट पर होने वाले कैंडल मार्च में खाप पंचायतें शामिल होंगी।

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खाप पंचायतों के अलावा किसान संगठन, महिला संगठन, छात्र संगठन भी इस कैंडल मार्च में शामिल होने की अपील कर चुके हैं। एक महीने से चल रहे इस आंदोलन को समर्थन देने के लिए कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, जम्मू कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक, राष्ट्रीय लोकदल अध्यक्ष ( RLD) जयंत चौधरी के अलावा कांग्रेस के और भी कई बड़े चेहरे आंदोलन में पहुंचे, भीम आर्मी के चीफ चंद्रशेखर आज़ाद भी इस आंदोलन से जुड़े रहे और लगातार जंतर-मंतर पर आते रहे। कैंडल मार्च से पहले एक ट्वीट कर उन्होंने कहा कि '' देश की पहलवान बेटियों को न्याय दिलाने के लिए 23 मई को इंडिया गेट पर कैंडल मार्च है और मैं अपील करूंगा की आप ज़्यादा से ज़्यादा पहुंचे''। किसान आंदोलन से जुड़े कई बड़े नेता भी पहलवानों को समर्थन देने पहुंचे, राकेश टिकैत भी आंदोलन से जुड़े रहे।

आंदोलन के दौरान पहलवानों ने ब्लैक डे मनाया, कनॉट प्लेस तक मार्च निकाला, प्राचीन हनुमान मंदिर और बंगला साहिब गुरुद्वारे भी गए।

एक महीने से चल रहे इस आंदोलन के दौरान क्या कुछ ख़ास घटनाएं हुईं-

* 23 अप्रैल से आंदोलन शुरू हुआ, बजरंग पूनिया, विनेश फोगाट और साक्षी मलिक दोबारा धरने पर बैठे ( इससे पहले जनवरी में बैठे थे )

* सुप्रीम कोर्ट के दखल के बाद कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह पर FIR दर्ज की गई। ( पॉक्सो एक्ट भी लगा)

* 3 मई को पहलवानों ने दिल्ली पुलिस पर बदतमीजी से पेश आने का आरोप लगाया, महिला पहलवानों के रोने के वीडियो वायरल हुए।

* 7 मई को पहलवानों की अपील पर किसान और खाप से जुड़े लोग जंतर-मंतर पहुंचे और सरकार को 15 दिन का अल्टीमेटम दिया।

* 21 मई को रोहतक में खाप पंचायत में अहम फैसले लिए गए जिसमें बृजभूषण शरण सिंह के नार्कों टेस्ट की मांग की गई।

* 21 मई को ही बृजभूषण शरण सिंह ने नार्को टेस्ट करवाने की रज़ामंदी के साथ चैलेंज किया कि बजरंग पुनिया और विनेश फोगाट का भी नार्को टेस्ट होना चाहिए।

* 22 मई को पहलवानों की तरफ से बुलाई गई प्रेस कॉन्फ्रेंस में बृजभूषण शरण सिंह की चुनौती को स्वीकार की गई, साथ ही मांग की गई कि बृजभूषण शरण सिंह का नार्को टेस्ट लाइव होना चाहिए, जिसे पूरा देश देखे।

* और आज 23 मई को धरने का एक महीना पूरा होने पर दिल्ली के इंडिया गेट पर शाम पांच बजे कैंडल मार्च का आयोजन किया जा रहा है।

इसके साथ ही देश के अलग-अलग हिस्सों में भी पहलवानों के समर्थन में रैलियां निकाली जा रही हैं, धरने दिए जा रहे हैं। लेकिन इन सबके बीच एक सवाल जो सबसे बड़ा है कि देश के पहलवानों को धरने पर बैठे हुए एक महीना हो गया लेकिन अभी तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस पूरे मामले पर ख़ामोशी बनाई हुई है।

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