अर्बन नक्सलवाद : आंदोलन और विद्रोह दबाने का ज़रिया?
वरिष्ठ पत्रकार निखिल वाघले को लगता है कि प्रधानमंत्री को मारने की योजना की बात झूठी लग रही है।
भीमा कोरेगाँव हिंसाकाण्ड के संबंध में गिरफ्तार किये गए पांच कार्यकर्ताओं पर प्रधानमंत्री मोदी की हत्या की साज़िश रचने का आरोप लगाने के बाद महाराष्ट्र पुलिस इस षड्यंत्रपे चुप्पी थामे बैठी है। इतने गंभीर आरोप के बावजूद पुलिस ने कोर्ट में इस षड़यंत्र के बारे में कोई "सबूत" पेश नहीं किया है। यहाँ तक की पुलिस ने बनायी रिमांड नोट में इस साजिश का कोई जिक्र तक नही है। इस प्रकरण की मीमांसा कर रहे हैं वरिष्ट पत्रकार निखिल वागले।
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