अयोध्या मामला : सुप्रीम कोर्ट सोमवार से एक घंटा अतिरिक्त सुनवाई करेगा
राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद में सुप्रीम कोर्ट हर रोज़ सुनवाई कर रहा है। 20 सितंबर को सुप्रीम कोर्ट ने फ़ैसला लिया है कि सोमवार से हर रोज़ एक घंटे की अतिरिक्त सुनवाई की जाएगी।
एक घंटे का समय इसलिए बढ़ाया गया है ताकि अयोध्या मामले की सुनवाई 18 अक्टूबर तक पूरी की जा सके।
प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पांच सदसयीय संविधान पीठ ने इस विवाद के दोनों पक्षों के वकीलों से कहा कि उसने सामान्य प्रक्रिया के तहत शाम चार बजे की बजाये रोज़ाना पांच बजे उठने का निर्णय लिया है।
संविधान पीठ के अन्य सदस्यों में न्यायमूर्ति एस ए बोबडे, न्यायमूर्ति धनन्जय वाई चन्द्रचूड़, न्यायमूर्ति अशोक भूषण और न्यायमूर्ति एस अब्दुल नज़ीर शामिल हैं।
संविधान पीठ अयोध्या में विवादित 2.77 एकड़ भूमि सुन्नी वक़्फ़ बोर्ड, निर्मोही अखाड़ा और राम लला के बीच बराबर बराबर बांटने संबंधी इलाहाबाद उच्च न्यायालय के सितंबर, 2010 के फ़ैसले के ख़िलाफ़ दायर अपीलों पर छह अगस्त से रोज़ाना सुनवाई कर रही है।
पीठ ने इस प्रकरण के हिन्दू और मुस्लिम पक्षकारों के वकीलों से कहा, ‘‘हम सोमवार (23 सितंबर) से एक घंटा अतिरिक्त बैठ सकते हैं।’’
शीर्ष अदालत ने इस प्रकरण की सुनवाई 18 अक्टूबर तक पूरी करने का निश्चय किया है ताकि उसे क़रीब चार सप्ताह का समय फ़ैसला लिखने के लिये मिल जाए।
न्यायालय का यह निर्णय इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई 17 नवंबर को सेवानिवृत्त हो रहे हैं। ऐसी स्थिति में 130 साल से भी अधिक पुराने इस विवाद में नवंबर के मध्य तक शीर्ष अदालत का सुविचारित निर्णय आ जाने की उम्मीद है।
(भाषा के इनपुट के साथ)
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