भगाना कांड एवं दलितों का संघर्ष
२३ मार्च २०१४ को , हरियाणा के भगाना गाँव में धनक समुदाय की ४ लड़कियों का जाट समुदाय के लडको ने अपहरण कर , नशीली दवाइयों के सेवन करवा उनके साथ बर्बरता पूर्वक बलात्कार किया। अगली घटना जो इन लड़कियों को याद है, वो यह है कि जब उनकी आँख खुली तो वे पंजाब के भटिंडा में थी और अपने साथ हुए वारदात से पूरी तरह बेखबर। तभी से इस क्षेत्र के दलितों ने भगाना काण्ड संघर्ष समिति के मंच तले लगातार अपना संघर्ष जारी रखा है। शुरुआत में इन संघर्षों और विरोध प्रदर्शनों को राज्य प्रशासन व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हूडा द्वारा नजरंदाज किए जाने पे प्रदर्शनकारियों को दिल्ली के जन्तर मंतर पर आना पड़ा। राज्य सरकार से न्याय की उम्मीद छोड़ चुके प्रदर्शनकारी अब केंद्र सरकार से उम्मीद लगाये बैठे हैं।
न्यूज़क्लिक ने जन्तर मंतर का दौरा किया और इन प्रदर्शनकारियों से बात कर महिलाओं पर बढती हिंसा का कारण जानना चाहा।
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