बनारस: सर्व सेवा संघ परिसर में ध्वस्तीकरण के ख़िलाफ़ मोदी के गोद लिए गांव नागेपुर में धरना-प्रदर्शन
उत्तर प्रदेश के वाराणसी में राजघाट स्थित सर्व सेवा संघ परिसर में इमारत के ध्वस्तीकरण के लिए दिए गए नोटिस के विरोध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गोद लिए गांव नागेपुर में ग्रामीणों ने धरना दिया और प्रदर्शन किया।
नागपुर स्थित लोक समिति आश्रम में सैकड़ों ग्रामीण और लोक समिति कार्यकर्ता जुटे और सर्व सेवा संघ कैंपस को प्रशासन और सरकार के बुलडोजर से बचाने के लिए धरना दिया। आंदोलनकारी अपने हाथों में तख्तियां लेकर सर्व सेवा संघ पर अवैध कब्जा बंद करो, गांधी विचार पर हमला नहीं सहेंगे, महात्मा गांधी, जय प्रकाश नारायण, विनोबा भावे अमर रहे के नारे लगाते हुए जोरदार प्रदर्शन किया।
गांधी-जेपी विरासत संघर्ष समिति के संयोजक रामधीरज ने आंदोलनकारी को संबोधित करते हुए कहा, "वाराणसी के जिलाधिकारी के आदेश के बाद से सर्व सेवा संघ के प्रांगण में सभी भवनों पर रेलवे विभाग ने नोटिस से चस्पा कर रखी है। इसके विरोध में सर्व सेवा संघ में पिछले 50 दिन से अनिश्चिकालीन सत्याग्रह आंदोलन चलाया जा रहा है। सुप्रीम कोर्ट ने सर्व सेवा संघ की याचिका पर सुनवाई करते हुए यह कहा कि 10 जुलाई को कोर्ट में सुनवाई होगी। प्रशासन को तब तक कोई कार्रवाई नहीं करने का निर्देश दिया है।
धरना का नेतृत्व कर रहे लोक समिति संयोजक नंदलाल मास्टर ने कहा, "सरकार अब इस जमीन को जबरदस्ती हड़पना चाहती है। जब तक सरकार इस फैसले को वापस नहीं लेती, हम इस धरोहर को बचाने के लिए इसी तरह विरोध करते रहेंगे।" वाराणसी के ग्राम प्रधान संघ अध्यक्ष मुकेश कुमार ने कहा, "अगर इस धरोहर को ध्वस्त करना है तो पहले हमारे ऊपर बुलडोजर चलाना होगा।"
आंदोलन-प्रदर्शन में नंदलाल मास्टर, मुकेश प्रधान, रामधीरज भाई, अनीता,सोनी, श्यामसुंदर, पंचमुखी, रामवचन, शिवकुमार, सरोज, मधुबाला, अरविंद, संजू तारा, बाबा, प्रमिला, सीता, तारा समेत सैकड़ों ग्रामीण शामिल हुए। धरने की अध्यक्षता मुकेश प्रधान और संचालन नंदलाल मास्टर ने किया।
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