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सेंट्रल विस्टा परियोजना : कोरोना क़हर के बीच मज़दूरों की जान को जोखिम डालकर निर्माण जारी!

सेंट्रल विस्टा पुनर्निर्माण परियोजना को लेकर आलोचना के बीच केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (सीपीडब्ल्यूडी) ने इंडिया गेट के पास निर्माण स्थल पर फोटोग्राफी और वीडियो रिकॉर्डिंग को प्रतिबंधित कर दिया है। हालाँकि वहां से जो रिपोर्ट और वीडियो बहार आए उसमें साफतौर पर दिख रहा है कि वहां काम करने वाले मज़दूरों की जान को जोख़िम में डालकर काम लिया जा रहा है।
Central Vista

नई दिल्ली: सेंट्रल विस्टा पुनर्निर्माण परियोजना को लेकर आलोचना के बीच केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (सीपीडब्ल्यूडी) ने इंडिया गेट के पास निर्माण स्थल पर फोटोग्राफी और वीडियो रिकॉर्डिंग को प्रतिबंधित कर दिया है। हालाँकि वहां से जो रिपोर्ट और वीडियो बहार आए उसमें साफतौर पर दिख रहा है कि वहां काम करने वाले मज़दूरों की जान को जोख़िम में डालकर काम लिया जा रहा है।  

सेंट्रल विस्टा एवेन्यू के पुनर्निर्माण स्थल पर साइन बोर्ड लगाए गए हैं, जिसमें लिखा है: 'फोटोग्राफी निषेध', 'वीडियो रिकॉर्डिंग निषेध'।

परियोजना को क्रियान्वित करने वाले सीपीडब्ल्यूडी के एक अधिकारी ने संपर्क करने पर इस पर कोई टिप्पणी नहीं की।

गौरतलब है कि कोविड-19 महामारी के बीच सेंट्रल विस्टा पुनर्निर्माण परियोजना को क्रियान्वित करने को लेकर सरकार को विपक्ष की ओर से आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है।

इस बीच, भारत भर के कई नागरिक समाज समूहों और पर्यावरण संगठनों ने बुधवार को केंद्र से देश में कोविड-19 महामारी के मद्देनजर अपनी महत्वाकांक्षी सेंट्रल विस्टा पुनर्निर्माण परियोजना को रोकने की अपील की।

65 संगठनों द्वारा जारी किए गए बयान में केंद्र सरकार से 13,450 करोड़ रुपये की इस परियोजना को रोकने और सभी उपलब्ध संसाधनों का इस्तेमाल महामारी से निपटने में करने का आग्रह किया गया है। लेकिन केंद्र की मोदी सरकार ने दिल्ली उच्चन्यायलय में अपना पक्ष रखते हुए इस निर्माण को सही ठहराया और कहा, “निर्माण स्थल पर पर तमाम कोरोना नियमों का पालन किया जा रहा है।” लेकिन न्यूज़वेबसाइट क्विंट की एक खबर के मुताबिक सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट की कंस्ट्रक्शन साइट पर मजदूरों की जिंदगी को जोखिम में डाला जा रहा है।

खबर के मुताबिक, ”राजपथ पर सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट की कंस्ट्रक्शन साइट पर एक टेंट में 8 से 10 मजदूर रह रहे हैं। वीडियो में जो दिख रहा है उसके मुताबिक़ वहां बुनियादी सुविधाओं का भी आभाव नज़र आ रहा है।  वह भी ऐसे वक्त में जब दिल्ली में कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है। कंस्ट्रक्शन साइट पर काम कर रहे एक मजदूर ने बताया कि उनका घर पास में ही है इसलिए वो रोज घर से यहां काम करने आते हैं लेकिन कुछ मजदूर कंस्ट्रक्शन साइट पर टेंट में ही रहते हैं।”  मोदी सरकार का कहना है कि सेंट्रल विस्टा के निर्माण की अनुमति केवल इसलिए है क्योंकि दिल्ली के लॉकडाउन के नियम के मुताबिक सभी मजदूर साइट पर रह रहे हैं।

इस निर्माण के बीच देश में कोरोना अपनी तूफानी रफ़्तार से संक्रमण फैला रहा है और हज़ारो जिंदगियां एक दिन में लील रहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा आज गुरुवार, 13 मई को जारी आंकड़ों के अनुसार देश में पिछले 24 घंटों में कोरोना के 3,62,727 नए मामले दर्ज किए गए हैं। इसके अलावा कोरोना से एक दिन में 4,120 मरीज़ों की मौत हुई है। हालांकि इसी बीच देश भर में कोरोना से पीड़ित 3,52,181 मरीज़ों को ठीक किया गया है। और एक्टिव मामलों में 6,426 मामलों की बढ़ोतरी हुई है। अब तक 2 लाख 58 हज़ार 317 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। ऐसे में इस भव्य संरचना के निर्माण पर सवाल उठाना लाज़िम है लेकिन सरकार सभी को नज़रअंदाज़ करते हुए निर्माण कार्य को पुरे जोर शोर से चालू है। सरकार ने इस प्रोजक्ट की समय सीमा 30 नवंबर 2021 निर्धारित की हुई है

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